भारत की कांच की बोतल के सबसे बड़ा निर्माता, हिंदुस्तान नेशनल ग्लास और इंडस्ट्रीज (HNG), ने 800 करोड़ रुपये की लागत से एक 150 मेगावाट कैप्टिव बिजली संयंत्र स्थापित करने की योजना बनाई, अपनी छह देश भर में विनिर्माण स्थानों पर। कंपनी के प्लांट्स रिश्रा (पश्चिम बंगाल) ,बहादुरगढ़ (हरियाणा) , ऋषिकेश (उत्तराखंड), नीमराना (राजस्थान), नासिक (महाराष्ट्र) और पांडिचेरी में स्थित हैं।
चूंकि प्रत्येक राज्य अलग नियम है, एक सलाहकार के लिए सबसे अचछे उद्देश्य के लिए उपयुक्त राज्य की पहचान के लिए नियुक्त किया गया है। एक बार राज्य की पहचान राज्य सलाहकार द्वारा की जाएगी, एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। कंपनी की उम्मीद है कि एक विस्तृत रिपोर्ट मार्च तक प्रस्तुत की जायगी और इरादा है कि 30 महीनों में बिजली उत्पन्न हो जायगी।
English Translation:
India's largest manufacturer of glass bottles, Hindusthan National Glass & Industries (HNG), plans to set up a 150 MW captive power plant at a cost of Rs 800 crore, at one of its six manufacturing locations across the country. The company plants are located at Rishra (West Bengal), Bahadurgarh (Haryana), Rishikesh (Uttarakhand), Neemrana (Rajasthan), Nashik (Maharashtra) and Puducherry.
Since each state has different rules, a consultant has been appointed to identify the state best suited for the purpose. Once the state will be identified by the consultant, a detailed report will be submitted. The company expects a detailed report to be submitted by March and the intention is to generate electricity in 30 months.
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