बढ़ती महंगाई से कोई राहत मिलती नहीं दिखती। 29 मार्च को समाप्त सप्ताह को महंगाई दर 7.41 फीसदी पर पहुंच गई है, जो आठ नवम्बर 2004 के बाद सबसे ज्यादा है। यह बाजार के अनुमान से भी काफी ज्यादा है।
महंगाई की दर को बढ़ाने में खाने-पीने की वस्तुओं की कीमत बढ़ने का मुख्य हाथ रहा है। एक हफ्ते में आयरन व इस्पात की कीमत 5.6 फीसदी, सब्जी की कीमत 4.1 फीसदी और फलों के दाम 1.35 फीसदी बढ़े हैं।
इसके पिछले सप्ताह में यह दर सात फीसदी पर रही थी। सरकार ने पहले ही कच्चे खाद्य पदार्थों पर आयात शुल्क हटा दिया है और गैर-बासमती चावल तथा दालों के निर्यात पर रोक लगा दी है।
सरकार ने इस्पात उत्पादकों से भी कीमत घटाने की गुजारिश की है। अब भारतीय रिजर्व बैंक से भी महंगाई पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाने की उम्मीद की जा रही है।
महंगाई की दर को बढ़ाने में खाने-पीने की वस्तुओं की कीमत बढ़ने का मुख्य हाथ रहा है। एक हफ्ते में आयरन व इस्पात की कीमत 5.6 फीसदी, सब्जी की कीमत 4.1 फीसदी और फलों के दाम 1.35 फीसदी बढ़े हैं।
इसके पिछले सप्ताह में यह दर सात फीसदी पर रही थी। सरकार ने पहले ही कच्चे खाद्य पदार्थों पर आयात शुल्क हटा दिया है और गैर-बासमती चावल तथा दालों के निर्यात पर रोक लगा दी है।
सरकार ने इस्पात उत्पादकों से भी कीमत घटाने की गुजारिश की है। अब भारतीय रिजर्व बैंक से भी महंगाई पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाने की उम्मीद की जा रही है।
No comments:
Post a Comment