नई दिल्ली। देश के विभिन्न बैंक फिलहाल महीने के अंत में भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा की जाने वाली मौद्रिक समीक्षा नीति की घोषणा से पहले प्रमुख ऋण दरों (पीएलआर) में किसी तरह के बदलाव की सम्भावना से इंकार कर रहे हैं।
बाजार में हालांकि इस बात की चर्चा है कि रिजर्व बैंक द्वारा नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में 50 बेसिस अंक की बढ़ोतरी के मद्देनजर विभिन्न बैंक मुख्य ऋण दरों (पीएलआर) में बदलाव की घोषणा कर सकते हैं।
रिजर्व बैंक की सीआरआर में वृद्धि की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यूनियन बैंक के प्रबंध निदेशक एम.वी. नायर ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि फिलहाल हम मौद्रिक समीक्षा नीति का इंतजार कर रहे हैं। रिजर्व बैंक की इस नीति के जारी होने के बाद ही हम मुख्य ऋण दरों में बदलाव पर ठोस निर्णय लेंगे।
नायर की बात को दोहराते हुए आईसीआईसीआई बैंक के संयुक्त प्रबंध निदेशक चंदा कोचर ने कहा कि सीआरआर में बढ़ोतरी के निर्णय पर ज्यादा हाय तौबा मचाने की जरुरत नहीं है। फिलहाल मौद्रिक समीक्षा नीति में ब्याज दरों पर लिए जाने वाले फैसलों पर पर हमारी निगाहें लगी हुई हैं।
उधर केनरा बैंक के चेयरमैन एम.बी.एन. राव ने कहा कि फिलहाल सारे बैंक ‘देखो और इंतजार करो’ की स्थिति में हैं।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक एन. दारूवाला ने हालांकि स्वीकार किया कि सीआरआर में वृद्धि के मद्देनजर विभिन्न बैंक प्रमुख ऋण दरों में वृद्धि की घोषणा कर सकते हैं।
बाजार में हालांकि इस बात की चर्चा है कि रिजर्व बैंक द्वारा नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में 50 बेसिस अंक की बढ़ोतरी के मद्देनजर विभिन्न बैंक मुख्य ऋण दरों (पीएलआर) में बदलाव की घोषणा कर सकते हैं।
रिजर्व बैंक की सीआरआर में वृद्धि की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यूनियन बैंक के प्रबंध निदेशक एम.वी. नायर ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि फिलहाल हम मौद्रिक समीक्षा नीति का इंतजार कर रहे हैं। रिजर्व बैंक की इस नीति के जारी होने के बाद ही हम मुख्य ऋण दरों में बदलाव पर ठोस निर्णय लेंगे।
नायर की बात को दोहराते हुए आईसीआईसीआई बैंक के संयुक्त प्रबंध निदेशक चंदा कोचर ने कहा कि सीआरआर में बढ़ोतरी के निर्णय पर ज्यादा हाय तौबा मचाने की जरुरत नहीं है। फिलहाल मौद्रिक समीक्षा नीति में ब्याज दरों पर लिए जाने वाले फैसलों पर पर हमारी निगाहें लगी हुई हैं।
उधर केनरा बैंक के चेयरमैन एम.बी.एन. राव ने कहा कि फिलहाल सारे बैंक ‘देखो और इंतजार करो’ की स्थिति में हैं।
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक एन. दारूवाला ने हालांकि स्वीकार किया कि सीआरआर में वृद्धि के मद्देनजर विभिन्न बैंक प्रमुख ऋण दरों में वृद्धि की घोषणा कर सकते हैं।
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