नई दिल्ली: महंगाई बढ़ने और इकनॉमिक ग्रोथ घटने से बैंक परेशान हैं। इससे ब्याज दरों में कमी करने और लोन वितरण बढ़ाने का मौका उनके हाथ से निकल गया है। इसके अलावा उन्हें ब्याज दरों में बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है।
आईसीआईआईसी बैंक के चेयरमैन के. वी. कामथ का कहना है कि महंगाई रोकने के लिए सरकार को ग्रोथ कम करना पड़ रहा है। सरकार मनी फ्लो कम करना चाहेगी ताकि बाजार संतुलन में रहे। ऐसे में ब्याज दरों को बढ़ाना जरूरी हो जाएगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा के सीएमडी अनिल खंडेलवाल का कहना है कि जब मामला बाजार को कंट्रोल करने वाला हो तो ब्याज दरों में नरमी की बात बेमानी है। जो स्थिति बन रही है, उसे देखते हुए आरबीआई का पहला कदम महंगाई को रोकने वाला होगा।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के सीएमडी एम. वी. नायर के अनुसार आरबीआई बाजार को देखते हुए काम करेगा। बैंक भी उसके अनुसार चलेंगे।
आईसीआईआईसी बैंक के चेयरमैन के. वी. कामथ का कहना है कि महंगाई रोकने के लिए सरकार को ग्रोथ कम करना पड़ रहा है। सरकार मनी फ्लो कम करना चाहेगी ताकि बाजार संतुलन में रहे। ऐसे में ब्याज दरों को बढ़ाना जरूरी हो जाएगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा के सीएमडी अनिल खंडेलवाल का कहना है कि जब मामला बाजार को कंट्रोल करने वाला हो तो ब्याज दरों में नरमी की बात बेमानी है। जो स्थिति बन रही है, उसे देखते हुए आरबीआई का पहला कदम महंगाई को रोकने वाला होगा।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के सीएमडी एम. वी. नायर के अनुसार आरबीआई बाजार को देखते हुए काम करेगा। बैंक भी उसके अनुसार चलेंगे।
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