मुंबईः देश के शेयर बाजारों में मुनाफावसूली का जोर रहने से गुरुवार को गिरावट का रुख रहा। बैंकिग और इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी (आईटी) कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का दबाव अधिक रहने से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 144 अंक और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 26 अंक नीचे बंद हुआ।
बुधवार को एक दिन की रेकॉर्ड तेजी के साथ बंद हुए शेयर बाजारों का रुख कारोबार के शुरू में पॉजिटिव था। लेकिन बाद में इसमें गिरावट आ गई। एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट के असर ने भी देसी बाजारों पर असर डाला। आर्थिक सहयोग और विकास संगठन के महासचिव गुरिया के मुताबिक अमेरिका के जोखिम वाले आवास ऋण यानी सबप्राइम मॉर्गेज संकट का प्रभाव अभी खत्म नहीं हुआ है। इसका कुल कितना असर पड़ेगा इस बारे में और जानकारी की जरूरत है।
सत्र की शुरुआत में सेंसेक्स बुधवार के के 19929.06 अंक के मुकाबले करीब 20 अंक ऊंचा खुला। फिर यह सरककर ऊंचे में 19967.08 अंक जाने के बाद बिकवाली दबाव में आ गया। यह 240 अंक से अधिक गिरकर नीचे में 19723.20 अंक तक आया। समाप्ति पर यह 144.17 अंक यानी 0.72 फीसदी के नुकसान से 19784.89 अंक पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 25.80 अंक यानी 0.43 फीसदी के नुकसान से 5912.10 अंक रह गया।
गौरतलब है कि सेंसेक्स ने बुधवार को एक दिन में 894 अंक की तेजी के साथ बंद होने का रेकॉर्ड बनाया था। सेंसेक्स में गिरावट के बावजूद बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप ने तेजी की सेंचुरी लगाई। ये दोनों क्रमश: 128.46 और 188.28 अंक ऊंचे रहे। सबप्राइम की चिंता में बैंकेक्स 172.80 अंक टूट गया। रुपये की मजबूती से आईटी सूचकांक में 83.83 अंक की कमी रही। ऑयल एंड गैस, रीयलिटी और कैपिटल गुड्स में अच्छी बढ़त दिखी।
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