मुंबई. जापान के शिंसेई बैंक लि. ने अरबपति निवेशक राकेश झुनझुनवाला के साथ मिलकर भारत में म्यूचुअल फंड्स बेचने की योजना बनाई है। सूत्रों के मुताबिक Billionaire Rakesh Jhunjhunwala यह वेंचर अपने कारोबार की शुरुआत अगले साल के प्रारंभ से कर सकता है। शिंसेई बैंक ने भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत्त अधिकारी एन सेतुराम की सेवाएं ली हैं, अगस्त में बैंक ने उन्हें अपनी भारतीय इकाई शिंसेई कारपोरेट एडवाइजरी सर्विसेज प्रा. लि. का चीफ इनवेस्टमेंट ऑफीसर नियुक्त किया है।
झुनझुनवाला के जुड़ने पर शिंसेई बैंक को भारत के उस म्यूचुअल फंड उद्योग में तेजी से विस्तार का मौका मिलेगा जो पिछले 12 महीनों में लगभग दोगुना होकर 142 अरब डालर के निशान को पार कर गया है। बिजनेस वीक पत्रिका के एक आकलन के मुताबिक 46 वर्षीय झुनझुनवाला ने पिछले साल 1 अरब डालर की राशि कंपनियों में निवेश की है, जिनमें क्रिसिल लि. और प्राज इंडस्ट्रीज लि. के नाम शामिल हैं।
फिलहाल इस उद्यम का नाम तय नहीं हुआ है लेकिन सूत्रों का कहना है कि शिंसेई बैंक और झुनझुनवाला की हिस्सेदारी क्रमश: ७५ और 15 फीसदी की रहेगी जबकि बाकी हिस्सेदारी कंपनी के कर्मचारियों के पास रहेगी। संपर्क किए जाने पर झुनझुनवाला और शिंसेई बैंक के प्रवक्ता डोनाल्ड मैकिनटायर ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
अरबपति निवेशक वारेन बफेट और जॉर्ज सोरोस के प्रशंसक झुनझुनवाला ने जनवरी 2004 में प्राज इंडस्ट्रीज में निवेश किया था। उसके बाद से अब तक इस कंपनी के शेयर भाव में 36 गुना इजाफा हो चुका है। यह कंपनी गैरपरंपरागत स्रोतों से बिजली बनाने वाले उपकरणों का निर्माण करती है। झुृनझुनवाला की स्टेंडर्ड एंड पुअर्स में भी 7.6 फीसदी की हिस्सेदारी है। जनवरी 2005 के बाद से इस शेयर की कीमत में 5 गुना वृद्धि दर्ज हुई है।
पिछले एक साल में बीएसई में सेंसेक्स 44 फीसदी मजबूत हुआ है। इस दौरान देश के शेयर बाजारों का आकार भी लगभग दोगुना होकर 1.66 लाख करोड़ डालर के निशान को पार कर गया है।
* ‘‘भारत के म्यूचुअल फंड बाजार में काफी संभावनाएं हैं। झुनझुनवाला इस बाजार की जानी मानी हस्ती हैं, शिंसेई बैंक को शुरुआती दिनों में इसका लाभ जरूर मिलेगा।’’
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