नई दिल्ली : सेबी ने एशियाई अर्थव्यवस्थाओं को चेताया है कि परिपक्व बाजारों के खास वर्ग के इन्वेस्टर्स के फैसलों से उनके मार्केट में उतार-चढ़ाव की आशंका है। इसका सामना भारत समेत कई अन्य देशों को करना पड़ेगा।
सेबी के चेयरमैन एम. दामोदरन ने एक सम्मेलन में कहा कि परिपक्व बाजारों के निवेशकों का एक विशेष वर्ग है, जहां अब उन्हें पहले जैसा मुनाफा नहीं मिल रहा। इसके मद्देनजर वे अब इन बाजारों का रुख कर रहे हैं, क्योंकि हमारे बाजार उनको बेहतर मुनाफा दे रहे हैं। अगर हमारे बाजार उनको अच्छा मुनाफा नहीं देते, वे इन्हें छोड़ जाएंगे और इससे हमारे बाजारों में भारी उथल - पुथल मच जाएगी।
एशियन सिक्युरिटीज एनालिस्ट फेडरेशन द्वारा आयोजित इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए दामोदरन ने कहा कि माकेर्ट रेग्युलेटर्स को ऐसे किसी भी किस्म के जोखिम से बचने के लिए नियम बनाने होंगे। गौरतलब है कि भारत और अन्य एशियाई देशों के बाजारों में हाल में काफी उथल-पुथल देखने को मिला है। भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क सेंसेक्स ने गुरुवार तक पिछले 6 कारोबारी सत्रों में 1400 अंकों की गिरावट दर्ज की। बाजार विश्लेषक इसके लिए अमेरिकी गतिविधियों और कच्चे तेल की कीमतों को जिम्मेदार मानते हैं। दामोदरन ने कहा कि अगर एशियाई बाजार दुनिया के बाजारों के साथ ज्यादा एकीकृत होते, तो अन्य जगहों पर इसका और अधिक असर होता।
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