Monday, 19 November 2007

मिड कैप और स्माल कैप शेयरों पर खरीदारों का ध्यान

मुंबई. छोटी कंपनियों के शेयरों में तेजी से हलचल बढ़ रही है। विदेशी निवेशक (एफआईआई) पी-नोट दिशानिर्देशों से पहले के दिनों की तरह दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। वे इंडेक्स शेयरों से बच रहे हैं और अब उनका रुख छोटे शेयरों की ओर हो गया है। नवंबर में अब तक जहां सेंसेक्स सपाट रहा है, बीएसई मिड कैप और स्माल कैप शेयरों के इंडेक्स तेजी से बढ़े हैं। सेंसेक्स में 0.13 फीसदी गिरावट आई है, वहीं मिड कैप 6.85 फीसदी बढ़ गया है। स्माल कैप तो और भी ज्यादा 7.6 फीसदी बढ़ा है।

सेंट्रम ब्रोकिंग के देवेश कुमार का कहना है कि छोटे शेयरों में ऐसी गति की उम्मीद थी। पिछले दिनों मिड कैप और लार्ज कैप इंडेक्स में अंतर बढ़ गया था। विदेशी निवेशकों ने 788 करोड़ रुपए लगाए, फिर भी सेंसेक्स में 145 अंकों की गिरावट आई। बाजार के जानकारों की राय है कि विदेशी निवेशक भी छोटे शेयरों में धन लगा रहे हैं।

फंडों का ध्यान बैंक, बिजली शेयरों पर
मुंबई. घरेलू फंडों के प्रबंधक बैंकों, एनर्जी, कैपिटल गुड्स और कंस्ट्रक्शन कंपनियों में ध्यान लगा रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि घरेलू शेयर बाजार चंचल रहेंगे, क्योंकि अमेरिकी गिरावट का असर दिखेगा। कई फंड अपने नकदी का इस्तेमाल शार्ट टर्म के पेपर में लगाने पर विचार कर रहे हैं।

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