जयपुर. राज्य में पूंजी निवेश बढ़ाने के लिए 30 नवंबर को हो रहे रिसर्जेट राजस्थान-पार्टनरशिप सम्मेलन में राज्य सरकार को एक दिन में ही करीब 40 हजार करोड़ रुपए का निवेश मिलने की उम्मीद है। सम्मेलन के लिए सरकार ने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में विशेष सेमिनार करने के साथ ही करीब 12 हजार औद्योगिक घरानों को बुलावा भेजा था। हालांकि, अभी तक लगभग 700 औद्योगिक घरानों का ही रजिस्ट्रेशन हुआ है।
राज्य के मुख्य सचिव डी.सी. सामंत ने बुधवार को बताया कि राज्य में पिछले दिनों में सड़क, बिजली और पानी जैसे क्षेत्रों में काफी काम हुआ है। लिहाजा पूंजी निवेश के अनुकूल माहौल बना हुआ है। घरेलू और विदेशी निवेशकों ने राज्य में बहुआयामी गतिविधियों में निवेश के प्रति रुचि दिखाई है। ब्यूरो ऑफ इंवेस्टमेंट प्रमोशन (बीआईपी) के कमिश्नर उमेश कुमार ने बताया कि पार्टनरशिप सम्मेलन में राजस्थान को बड़ा पूंजी निवेश मिलने की उम्मीद है।
जापानी दल भी आएगा: मुख्य सचिव ने बताया कि इस आयोजन में जापानी कंपनियों का एक दल भी भाग लेगा। पिछले माह जापानी कंपनियों के निवेश को आकर्षित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में 200 कंपनियों ने भाग लिया था। इसे देखते हुए वहां से बड़े दल के आने की उम्मीद बंधी है। फरवरी 2008 में सरकार जापानी निवेश को आकर्षित करने का एक आयोजन करने जा रही है।
ये प्रमुख उद्योगपति आएंगे : फिक्की के सहयोग से हो रहे इस सम्मेलन का उद्घाटन 30 नवंबर को सुबह 10 बजे बिड़ला सभागार में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे करेंगी। आईसीआईसीआई बैंक के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी केवी कामथ मुख्य वक्ता होंगे। वेदांत समूह के अनिल अग्रवाल, होंडा सिएल कार्स इंडिया के अध्यक्ष एम. टाकेदागवा, भारत होटल्स की अध्यक्ष ज्योत्सना सूरी, फोर्टिस हैल्थकेयर के प्रबंध निदेशक शिवेन्द्र मोहन सिंह तथा आईएल एंड एफएस के अध्यक्ष रवि पार्थसारथी पैनल वक्ता होंगे।
No comments:
Post a Comment