Monday, 31 March 2008

एशियाई बाजारों से बुरे संकेत

आज एशियाई बाजारों में भी दबाव देखा जा रहा है। ज्यादातर बाजार काफी गिरावट दिखा रहे हैं। निक्केई, कॉस्पी, ताइवान, हेंग-सेंग सभी बाजारों में गिरावट देखी जा रही है।

हालांकि इन सब के बीच सिंगापुर का मानदण्ड सूचकांक स्ट्रेट टाइम्स मजबूती के साथ कारोबार कर रहा है।

बाजारः कारोबार लड़खड़ाया

सेंसेक्स 16 हजार के नीचे पहुंचा

बाजार की गिरावट धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है। सेंसेक्स अब 16 हजार के नीचे पहुंच चुका है।

10.42 बजे

सेंसेक्स 446 अंक गिरकर 15,924 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 126 अंक गिरकर 4,815 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

गिरने वाले शेयरों में कैर्न इंडिया, डीएलएफ, इंफोसिस, एसबीआई, आरपीएल, एलएंडटी, रिलायंस एनर्जी, विप्रो, यूनिटेक आदि शामिल थे। जबकि सिपला, ओएनजीसी और भारती एयरटेल बढ़त बनाने में कामयाब रहे हैं।

आज एशियाई बाजारों में भी काफी कमजोरी देखी जा रही है। हेंग-सेंग 1.12 फीसदी नीचे है। जबकि निक्केई 1.5 फीसदी नीचे है। और ताइवान 1.19 फीसदी नीचे है। हालांकि स्ट्रेट टाइम्स हल्की बढ़त बनाने के कामयाब रहा है। कोरिया बिना घटाव-बढ़ाव के कारोबार कर रहा है।

विदेशी बाजारों से मिल रहे खराब संकेतों से भारतीय शेयर बाजार शुरुआती कारोबार में ही बुरी तरह लड़खड़ा गया। सेंसेक्स खुलने के साथ ही 200 अंक का गोता खा गया। अचल संपत्ति क्षेत्र, बैंकिंग तकनीकि क्षेत्र के स्टॉक ने कमजोर शुरुआत की है।

10.02 बजे

सेंसेक्स 259 अंक नीचे 16,112 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। और निफ्टी 69 अंक नीचे 4,872 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या 1979 थी जबकि गिरने वाले शेयरों की संख्या 1012 थी। और 73 शेयर बिना बदलाव के कारोबार कर रहे थे।

शेयर बाजार:महंगाई, विदेशी रुख असर डालेंगे

मुंबई। बीते सप्ताह पिछले पांच महीने के दौरान सबसे लंबी छलांग लगाने वाले देश के शेयर बाजारों की चाल इस हफ्ते महंगाई को काबू करने और विदेशी बाजारों के रुख पर निर्भर करेगी।

महंगाई दर ने सरकार के होश उड़ाए

उन्नतीस मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में शेयर बाजारों में पिछले तीन सप्ताह से चली रही गिरावट विदेशी निवेशकों की सक्रियता से थमी।

बम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स सप्ताह में बीते पांच माह के दौरान एक हफ्ते की सर्वाधिक 1376.46 अंक अर्थात 9.19 प्रतिशत की बढत के साथ 16371.29 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 4942 अंक पर 368.05 अंक अर्थात 8.04 प्रतिशत ऊपर रहा

दिल्ली शेयर बाजार के पूर्व अध्यक्ष और ग्लोब कैपीटल मार्केट्स के प्रमुख अशोक अग्रवाल की राय में महंगाई की दर में तीव्र बढोतरी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि देखना यह है कि सरकार इसे काबू में करने के लिए क्या- क्या उपाय करती है


श्री अग्रवाल कहते हैं कि इसके साथ ही शेयर बाजारों का रुख अंतर्राष्ट्रीय बाजार की चाल पर भी काफी कुछ निर्भर करेगा। उनका कहना है कि वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने जिस तरह से मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए तीव्र आर्थिक विकास दर के साथ भी कुछ समझौता करने की बात कही है। इससे इस बात का आभास मिलता है कि रिजर्व बैंक ब्याज दरों को और कस सकता है

महंगाई की दर 15 मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में 59 सप्ताह के उच्च स्तर 6.68 प्रतिशत पर पहुंच गई है और इसे लेकर सरकार सकते में है। वित्त मंत्री और पी चिदम्बरम तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कमलनाथ ने महंगाई को काबू में करने के लिए हर संभव कदम उठाने की बात कही है।


वायदा बाजार:

बीते सप्ताह शेयर गुरुवार को माह के वायदा एवं विकल्प कारोबार का निपटान होना था, जिसे देखते हुए पहले दो दिन के दौरान शेयर बाजारों ने अच्छी दौड़ लगाई मंगलवार को सेंसेक्स ने अपने इतिहास की अंकों के लिहाज से दूसरी बडी 928.09 अंक की बढत हासिल की बुधवार और बृहस्पतिवार को शेयर बाजारों में कारोबारियों के सौदे पूरे करने में व्यस्त रहने से गतिविधियां कुछ कम रहीं।

बाजारः चौथी तिमाही नतीजों पर नजर


शुक्रवार को महंगाई की दर में जोरदार वृद्धि के बावजूद विश्व बाजारों की तेजी के बूते सेंसेक्स ने तिहरा शतक जमाया। बीते सप्ताह के पांच कारोबारी दिवस में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने तीन दिन लिवाली का बाजार को उठाने में खासा योगदान किया। सप्ताह के पहले तीन कारोबारी दिवसों ने 2227 करोड रुपए की लिवाली की। मार्च माह के दौरान 26 मार्च तक इनका कुल निकासी 772.90 करोड रुपए और इस वर्ष 11749.30 करोड रुपए की रही पिछले साल विदेशी निवेशकों ने 17 अरब डालर से अधिक का निवेश किया था

साझा कोषों ने 26 मार्च तक 2173.50 रुपए की शुद्ध बिकवाली की

सेंसेक्स के अलावा बीएसई के मझौली और लघु कंपनियों के शेयरों को भी खूब समर्थन देखने को मिला इससे इन सूचकांकों में क्रमश 558.69 तथा 679.78 अंक की जोरदार बढोतरी रही।

Saturday, 29 March 2008

बाजार ने किया मजबूती का रुख

काफी उतार-चढ़ाव के बाद बाजार आज दिन के ऊपरी स्तर के करीब बंद होने में कामयाब रहा। मुंबई शेयर बाजार (बीएसई) के बढ़ने वाले क्षेत्रों की बात की जाए तो इनमें धातु, पूंजीगत वस्तु, आईटी, अचल संपत्ति, उर्जा क्षेत्रों के सूचकांक शामिल रहे। इन सूचकाकों में अच्छी तेजी देखी गई।

सेंसेक्स ने भी लगाया तिहरा शतक

आज मझोले और छोटे शेयरों के सूचकांक शानदार तेजी दिखाते हुए 4 फीसदी ऊपर बंद होने में कामयाब रहे। बढ़ने वाले शेयरों की कुल संख्या ने गिरने वाले शेयरों की संख्या को पीछे छोड़ दिया। आज एशियाई बाजारों ने भी अच्छी वापसी दिखाई थी इन कारणों से भी भारतीय बाजार को सहारा मिला।

कारोबार की पूर्ण समाप्ति पर सेंसेक्स 355 अंक की बढ़त के साथ 16,371 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 111 अंक की बढ़त के साथ 4,942 के स्तर पर बंद हुआ।

सुजलॉन, टाटा स्टील, केर्न इंडिया, भेल, एलएंडटी, विप्रो आदि सभी स्टॉक जबरदस्त मजबूती के साथ बंद हुए हैं। जबकि एचडीएफसी बैंक, ओएनजीसी, टाटा मोटर्स में काफी गिरावट देखी गई है। बाजार धीरे-धीरे वापसी की तरफ बढ़ रहा है। सुबह से कल के स्तर के पास घूम रहे बाजार ने अच्छी मजबूती दिखानी शुरु कर दी है।

3.10 बजे

सेंसेक्स 280 अंक ऊपर 16,251 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 93 अंक ऊपर 4,924 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

सेंसेक्स ने भी लगाया तिहरा शतक, 356 अंक चढ़ा

मुंबई : चेन्नै टेस्ट में वीरेंद्र सहवाग की ट्रिपल सेंचुरी का जश्न मुबंई में दलाल स्ट्रीट पर सेंसेक्स ने भी मनाया। सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन सेंसेक्स ने मुद्रास्फीति दर 6.68 प्रतिशत होने की चिंता को नजरअंदाज करते हुए तिहरा शतक लगाया। एशिया के शेयर बाजारों में अच्छी बढ़त के समाचारों के बीच देश के शेयर बाजारों ने भी दो दिन के बाद जोरदार पलटी मारी। बंबई शेयर बाजार ( बीएसई ) का सेंसेक्स 356 और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज ( एनएसई ) का निफ्टी 112 अंक ऊपर बंद हुए।

हालांकि महंगाई को लेकर ताजा आंकड़े शेयर बाजारों के अनुकूल नहीं थे। किंतु इसका असर बाजार पर नहीं दिखा। मुद्रास्फीति की दर 15 मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में 0.76 प्रतिशत बढ़कर 59 सप्ताह के उच्च स्तर 6.68 प्रतिशत पर पहुंच गई। अमेरिका में गुरुवार को डाऊ जोंस सूचकांक में गिरावट देखी गई थी, लेकिन एशियाई बाजारों पर इसका असर नहीं रहा। चीन में शंघाई कंपोजिट सूचकांक 4.9 प्रतिशत की जोरदार बढ़त हासिल करने में सफल रहा। हॉन्गकॉन्ग का हैंगसैंग, जापान का निक्केई भी अच्छी बढ़त में थे।

सेंसेक्स सत्र के शुरू में गुरुवार के 16015.56 अंक की तुलना में 16100.26 अंक पर खुला और कारोबार के दौरान इसमें करीब 570 अंक की उठापटक देखी गई। ऊंचे में 16452.08 अंक को छूने के बाद यह नीचे में 15884.45 अंक तक गिरावट और समाप्ति पर कुल 355.73 अंक यानी 2.22 प्रतिशत की बढ़त से 16371.29 अंक पर बंद हुआ।

एनएसई का निफ्टी 4830 अंक पर खुला और ऊंचे में 4970.80 नीचे में 4796.35 अंक तक गिरने के बाद कुल 111.75 अंक यानी 2.31 प्रतिशत की बढ़त से 4942 अंक पर बंद हुआ।

Friday, 28 March 2008

फिर से गिरे अमेरिकी बाजार

कल अमेरिकी बाजारों में काफी कमजोरी देखने को मिली। डाओ जोंस 120 अंक गिरकर 12,302 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि ‘एसएंडपी500’ 15 अंक गिरकर 1325 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, नैस्डेक 43 अंक गिरकर 2,280 के स्तर पर बंद हुए।

बाजार का झुकाव हल्की गिरावट की ओर

बाजार फिसला

फिलहाल, बाजार का झुकाव हल्की गिरावट की तरफ है। हालांकि धातु, अचल संपत्ति, पूंजीगत वस्तु और उर्जा क्षेत्र के कुछ शेयरों में खरीदारी देखी जा रही है। बिकवाली का दबाव सबसे ज्यादा बड़े बैंक और वाहन क्षेत्र के शेयरों पर देखा जा रहा है।

11.45 बजे

सेंसेक्स 73 अंक गिरकर 15,941 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 18 अंक गिरकर 4,811 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

लेकिन मझोले शेयर 1.5 फीसदी और छोटे शेयर 2.5 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहे हैं।
बड़े शेयर जिनमें आज अच्छी तेजी देखी जा रही है उनमें टाटा स्टील, सुजलॉन, कैर्न इंडिया, सिपला और आईटीसी शामिल हैं।

वहीं एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, ओएनजीसी गिरने वाले शेयरों में शामिल हैं।



बाजार ने आज आधे फीसदी की तेजी के साथ शुरुआत की है। यह ठीक-ठाक शुरुआत कही जा सकती है। मझोले शेयर का सूचकांक भी हरे रंग में खुला है। बाजार में बढ़ने वाले शेयरों की संख्या गिरने वाले शेयरों से ज्यादा है। इसके साथ ही एशियाई बाजारों से भी अच्छे संकेत मिल रहे हैं।

शुरुआती कारोबार में डीएलएफ 1.5 फीसदी ऊपर था। जबकि आईटीसी, एलएंडटी, एसबीआई, हिंडाल्को भी हरे रंग के निशान में कारोबार कर रहे थे।

10.15 बजे

सेंसेक्स 49 अंक ऊपर 16,064 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 27 अंक ऊपर 4,857 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या 1923 थी और गिरने वाले शेयरों की संख्या 1060 थी। और 79 शेयरों में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं देखा जा रहा है।

मझोले शेयरों में आज जेपी हाइड्रो, मुंद्रा लाइफस्टाइल, ऑर्किड केमिकल, गुजरात एनआरई कोक और डीसीबी अच्छी बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं।

09.58 बजे

सेंसेक्स 85 अंक ऊपर 16,100 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 20 अंक ऊपर 4,850 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

एशियाई बाजारों से भी अच्छे संकेत मिल रहे हैं। ज्यादातर बाजार मजबूती के साथ कारोबार कर रहे हैं। निक्केई, स्ट्रेट टाइम्स, ताइवान, हेंग-सेंग सभी मजबूती दिखा रहे हैं।

हालांकि कल डाओ जोंस 120 अंक गिरकर बंद हुआ था। और नैस्डेक 43 अंक फिसल गया था। लेकिन इसके बावजूद आज एशियाई बाजार मजबूत नजर रहे हैं।

एशियाई बाजारों से मिले-जुले संकेत

आज एशियाई बाजारों में मिला-जुला कारोबार देखा जा रहा है। इन बाजारों ने शुरुआत भले ही कमजोरी के साथ की थी लेकिन धीरे-धीरे ये मजबूती का रुख कर रहे हैं।

स्ट्रेट टाइम्स, ताइवान, हेंग-सेंग, कॉस्पी सभी हरे रंग के निशान में आ चुके हैं। यानी इनकी मजबूती वापस आ रही है।

Thursday, 27 March 2008

बाजार की कमजोर शुरुआत

आज बाजार कमजोरी के साथ खुला लेकिन जल्द ही यह कमजोरी थोड़ी कम हो गई। निफ्टी 4800 के थोड़ा ऊपर कारोबार कर रहा है जबकि सेंसेक्स 16 हजार के आस-पास कारोबार कर रहा है। मझोले और छोटे शेयर भी कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे हैं।

वैश्विक बाजार भी स्थिर है। ज्यादातर एशियाई बाजार लाल रंग के निशान में दिख रहे हैं।

09.57 बजे

सेंसेक्स 124 अंक गिरकर 15,962 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 10 अंक गिरकर 4,818 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या 1583 थी, जबकि गिरने वाले शेयरों की संख्या 1404 थी। और 73 शेयर बिना किसी फेरबदल के कारोबार कर रहे थे।

शुरुआती कारोबार में गिरने वाले शेयरों में एचडीफसी, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस एनर्जी, जेपी एसोसिएट्स, इंफोसिस, एलएंडटी, सूजलॉन, आईसीआईसीआई बैंक, हीरो होंडा, टीसीएस शामिल थे। जबकि बढ़ने वाले शेयरों में ओएनजीसी, नाल्को, कैर्न इंडिया, एचयूएल, आईटीसी, अंबुजा सीमेंट शामिल थे।

एशियाई बाजारों में आज भी कमजोरी देखी जा रही है। निक्केई, हेंग-सेंग, कॉस्पी, ताइवान सभी कमजोर दिख रहे हैं।

कल अमेरिकी बाजार में काफी गिरावट देखी गई। खराब आर्थिक आंकड़ों की वजह से यह गिरावट आई है। डाओ जोंस 109 जबकि नैस्डेक 16 अंक गिरकर बंद हुआ।

अमेरिकी बाजार: दबाव बरकरार

कल डाओ जोंस 109 अंक गिरकर 12,422 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि नैस्डेक 16 अंक गिरकर 2,324 के स्तर पर बंद हुआ। और ‘एसएंडपी500’ 11 अंक 1341 के स्तर पर बंद हुआ।

खराब आर्थिक आंकड़ों की वजह से यह कमजोरी आई है। अमेरिका के कोष सचिव हेनरी पॉलसन का कहना है कि वित्तिय क्षेत्र को मजबूती प्रदान करने के लिए स्पष्ट नियम बनाने की जरुरत है।

एशियाई बाजार दबाव में

आज एशियाई बाजार काफी कमजोर दिख रहे हैं। शुरुआती कारोबार में जापान के निक्केई में 1.78 फीसदी की गिरावट देखी गई, जबकि ताइवान का बाजार 1.74 फीसदी की गिरावट दिखा रहा था।

कॉस्पी करीब एक फीसदी नीचे था। और स्ट्रेट टाइम्स भी 1 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा था। शंघाई 3.5 फीसदी और हेंग-सेंग 1.54 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा था।

Wednesday, 26 March 2008

हल्की गिरावट के साथ बाजार बंद

छोटे शेयरों ने दिग्गजों को पछाड़ा

कल की शानदार तेजी के बाद आज बाजार थोड़ा संघटित होता नजर आया। बड़े शेयर आज भले ही लाल रंग के निशान में बंद हुए हों लेकिन कुल बढ़ने वाले शेयरों की संख्या गिरने वाले शेयरों के मुकाबले ज्यादा ही रही।

कारोबार समाप्ति पर सेंसेक्स 130 अंक की बढ़त के साथ 16,086 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 48 अंक गिरकर 4,828 के स्तर पर बंद हुआ।

आज बैंक, उर्जा, तेल और गैस क्षेत्र के स्टॉक पर बिकवाली का दबाव देखा गया। वहीं अचल वस्तु क्षेत्र और धातु क्षेत्र के स्टॉक में निवेशकों की दिलचस्पी ज्यादा दिखी।

अगर बढ़ने वाले शेयरों की बात की जाए तो इसमें एचडीफसी, टाटा स्टील, टाटा पॉवर, हिंडाल्को, एचडीफसी बैंक, गेल, र्स्टलाइट इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी शामिल रहें।

जबकि नाल्को, जेपी एसोसिएट्स, एचयूएल, सन फार्मा, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल गिरने वालों की सूची में शामिल थे।



बाजारः नर्मी का माहौल

बड़े शेयरों में खरीदारों की रुझान में कमी से आज सेंसेक्स और निफ्टी में थोड़ी कमजोरी देखी जा रही है। फिलहाल ( 1.15 बजे) सेंसेक्स 146 अंक नीचे है।

वहीं छोटे और मझोले शेयरों में अच्छी खरीदारी देखी जा रही है। स्मॉलकैप सूचकांक तो दो फीसदी ऊपर है।


धातु क्षेत्रों का प्रदर्शन आज अच्छा है। टाटा स्टील और सेल अच्छी तेजी दिखा रहे हैं। धातु क्षेत्र का स्टॉक 1.5 फीसदी ऊपर है।

12.50 बजे


सेंसेक्स 86 अंक नीचे 16,131 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 16 अंक नीचे 4,861 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या 1883 थी जबकि गिरने वाले शेयरों की संख्या 1090 थी। और 87 शेयरों में किसी तरह के बदलाव नहीं देखे जा रहे थे।

बाजार में आज सुस्ती की एक वजह यह भी कि निवेशकों की तरफ से ज्यादा खरीदारी नहीं दिखाई दे रही है। कल की तेजी के बाद बाजार संघटित हो रहा है। लेकिन इन सबके बीच छोटे शेयर बड़े शेयरों को पीछे छोड़ते हुए 1 फीसदी की तेजी दिखा रहे हैं।

उधर एशियाई बाजार भी कुछ अच्छे कारोबरी दिवस के बाद आज आराम फरमाता नजर रहा है। हालांकि अचल संपत्ति क्षेत्र और धातु थोड़ी तेजी दिखा रहे हैं। लेकिन आज आईटी और बैंकिंग स्टॉक कमजोर नजर रहे हैं।

हिंडाल्को, एचडीएफसी, गेल, र्स्टलाइट इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी में अच्छी खरीदारी देखी जा रही है। जबकि इंफोसिस, आईसीआईसी बैंक, भारती एयरटेल में कमजोरी देखी जा रही है।


गतिशील स्टॉक इस्पात और एडलैब्स भी आज तेजी दिखा रहे हैं और मिडकैप सूचकांक को हरे रंग में बने रहने में मदद कर रहे हैं।

सुबह का कारोबार

11:25 बजे

सेंसेक्स 47 अंक ऊपर 16,264 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 0.70 अंक गिरकर 4,876.80 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या 1952 और गिरने वाले शेयरों की संख्या 1031 थी। वहीं 77 शेयर में कोई बदलाव नहीं देखने को मिली।


09:56 बजे

सेंसेक्स 10 अंक ऊपर 16,228 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। और निफ्टी 14 अंक ऊपर 4,891 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या राष्ट्रीय शेयर बाजार (एनएसई) में 249 थी जबकि गिरने वाले शेयरों की संख्या 170 थी।

बढ़ने वाले शेयरों में एबीबी, र्स्टलाइट, टाटा मोटर्स, एचसीएल टेक, आईटीसी, जेपी एसोसिएट्स, एचयूएल, एसबीआई और रिलायंस कम्यूनिकेशन शामिल थे, जबकि गिरने वालों में आईसीआईसीआई बैंक, सेल, इंफोसिस, रिलायंस एनर्जी, टाटा पॉवर शामिल थे।

एशियाई बाजारों में भी मिला-जुला कारोबार देखा जा रहा है। वहीं कल अमेरिकी बाजारों में भी धीमा कारोबार ही देखा गया। डाओ जोंस कल 16 अंक गिरकर बंद हुआ। जबकि नैस्डेक 14 अंक बढ़कर बंद हुआ।

फोर्ड-टाटा’ सौदे का ऐलान आज

जैगुआर और लैंड रोवर पर टाटा की सवारी पक्की हो चुकी है। सीएनबीसी आवाज़ को मिली जानकारी के मुताबिक फोर्ड और टाटा मोटर्स के बीच कल सहमति पत्र पर दस्तखत हो चुके हैं।

हालांकि फोर्ड और टाटा मोटर्स के बीच जैगुआर और लैंडरोवर की खरीद का औपचारिक ऐलान आज हो जाएगा। लेकिन इसके ऐलान का वक्त का खुलासा अभी भी फोर्ड ने नहीं किया है।

फोर्ड दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कार कम्पनी है, और पिछले 21 सालों से लग्जरी गाड़ियों के बाजार पर राज कर रही है। लेकिन पिछले दो सालों के दौरान उसे 15 अरब डॉलर (करीब 600 अरब रुपए) का नुकसान हुआ है, और इसीलिए वो इन दोनों ब्रांड को बेचना चाहती है।

टाटा ने सौदे के लिए तीन अरब डॉलर (करीब 120 अरब रुपए) कर्ज लिया है। जबकि फोर्ड इन दोनों ब्रांड को बेचने के बाद इनके कर्मचारियों को पेंशन के तौर पर 60 करोड़ डॉलर (करीब 2400 करोड़ रुपए) मुहैया कराएगी।

इस सौदे के बाद एक महीने तक फोर्ड टाटा को इन दोनों कारों के उपकरण की पूर्ति करेगा। इस सौदे से टाटा को सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि उसे दुनिया भर में अपने संचार-तंत्र को मजबूत बनाने का मौका मिलेगा।

बाजारः कमजोर पड़ रहे हैं

बाजारः नर्मी का माहौल

बड़े शेयरों में खरीदारों की रुझान में कमी से आज सेंसेक्स और निफ्टी में थोड़ी कमजोरी देखी जा रही है। फिलहाल ( 1.15 बजे) सेंसेक्स 146 अंक नीचे है।

वहीं छोटे और मझोले शेयरों में अच्छी खरीदारी देखी जा रही है। स्मॉलकैप सूचकांक तो दो फीसदी ऊपर है।


धातु क्षेत्रों का प्रदर्शन आज अच्छा है। टाटा स्टील और सेल अच्छी तेजी दिखा रहे हैं। धातु क्षेत्र का स्टॉक 1.5 फीसदी ऊपर है।

12.50 बजे


सेंसेक्स 86 अंक नीचे 16,131 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 16 अंक नीचे 4,861 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या 1883 थी जबकि गिरने वाले शेयरों की संख्या 1090 थी। और 87 शेयरों में किसी तरह के बदलाव नहीं देखे जा रहे थे।

बाजार में आज सुस्ती की एक वजह यह भी कि निवेशकों की तरफ से ज्यादा खरीदारी नहीं दिखाई दे रही है। कल की तेजी के बाद बाजार संघटित हो रहा है। लेकिन इन सबके बीच छोटे शेयर बड़े शेयरों को पीछे छोड़ते हुए 1 फीसदी की तेजी दिखा रहे हैं।

उधर एशियाई बाजार भी कुछ अच्छे कारोबरी दिवस के बाद आज आराम फरमाता नजर रहा है। हालांकि अचल संपत्ति क्षेत्र और धातु थोड़ी तेजी दिखा रहे हैं। लेकिन आज आईटी और बैंकिंग स्टॉक कमजोर नजर रहे हैं।

हिंडाल्को, एचडीएफसी, गेल, र्स्टलाइट इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी में अच्छी खरीदारी देखी जा रही है। जबकि इंफोसिस, आईसीआईसी बैंक, भारती एयरटेल में कमजोरी देखी जा रही है।


गतिशील स्टॉक इस्पात और एडलैब्स भी आज तेजी दिखा रहे हैं और मिडकैप सूचकांक को हरे रंग में बने रहने में मदद कर रहे हैं।

सुबह का कारोबार

11:25 बजे

सेंसेक्स 47 अंक ऊपर 16,264 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 0.70 अंक गिरकर 4,876.80 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या 1952 और गिरने वाले शेयरों की संख्या 1031 थी। वहीं 77 शेयर में कोई बदलाव नहीं देखने को मिली।


09:56 बजे

सेंसेक्स 10 अंक ऊपर 16,228 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। और निफ्टी 14 अंक ऊपर 4,891 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या राष्ट्रीय शेयर बाजार (एनएसई) में 249 थी जबकि गिरने वाले शेयरों की संख्या 170 थी।

बढ़ने वाले शेयरों में एबीबी, र्स्टलाइट, टाटा मोटर्स, एचसीएल टेक, आईटीसी, जेपी एसोसिएट्स, एचयूएल, एसबीआई और रिलायंस कम्यूनिकेशन शामिल थे, जबकि गिरने वालों में आईसीआईसीआई बैंक, सेल, इंफोसिस, रिलायंस एनर्जी, टाटा पॉवर शामिल थे।

एशियाई बाजारों में भी मिला-जुला कारोबार देखा जा रहा है। वहीं कल अमेरिकी बाजारों में भी धीमा कारोबार ही देखा गया। डाओ जोंस कल 16 अंक गिरकर बंद हुआ। जबकि नैस्डेक 14 अंक बढ़कर बंद हुआ।

टाटा के नाम हुआ जगुआर एवं लैंड रोवर

लंदन.टाटा ने फोर्ड के साथ जगुआर और लैंड रोवर अधिग्रहण समझौते पर हस्ताक्षर कर दिया है। इस अधिग्रहण की कीमत 2 से 2.5 बीलियन ड़ॉलर के बीच आंकी जा रही है। इस अधिग्रहण की अधिकाधिक घोषणा शाम को 5.30 बजे तक की जाएगी। गौरतलब है कि इस अघिग्रहण के लिए भारतीय कंपनी महिन्द्रा एंड महिन्द्रा और अमेरिका की कंपनी वन इक्वटी भी प्रयासरत थी लेकिन बाजीटाटा मोटर्स ने मार ली है। उल्लेखनीय है कि दोनों कारों की निर्माता कम्पनी फोर्ड का कहना है कि टाटा द्वारा जगुआर और लैंड रोवर काभारतीयकरणनहीं किया जाएगा। टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा ने भी इस बात की पुष्टि की है और कहा कि पश्चिम में ही ऐसा चलन व्याप्त है।

प्राप्त सूचना के अनुसार समझौते का सीधा असर फोर्ड के 12,000 कर्मचारियों और अन्य सहायक इकाईयों को मिलाकर कुल 35,000 से 40,000 कर्मचारी पर पड़ेगा।

टाटा द्वारा इस अधिग्रहण पर गत माह जगुआर कम्पनी द्वारा सामान्य प्रतिक्रिया दी गई थी। जगुआर के नए मॉडल के डिजाइन निदेशक इयान कैलम के शब्दों में कि हमने टाटा को अपनी नई मॉडल लाइन्स एवं उत्पाद श्रृंखला दिखाई है। टाटा हमारे कार्य के प्रति बहुत सम्मानपूर्ण नजरिया रखता है और हमें उम्मीद है कि मेल सुखद रहेगा।

Tuesday, 25 March 2008

एशियाई बाजारों से अच्छे संकेत

आज एशियाई बाजारों ने अमेरिकी बाजारों से मजबूत संकेत लेते हुए अच्छी शुरुआती की है।

शुरुआती कारोबार में जापान का सिंगापुर का स्ट्रेट टाइम्स, कोरिया का कॉस्पी सभी अच्छी तेजी दिख रहे हैं।

हालांकि ताइवान के बाजार में गिरावट देखी जा रही है।

अमेरिकी बाजारों में तेजी जारी

कल अमेरिकी बाजारों के लिए अच्छा दिन रहा। जेपी मॉर्गन ने बेयर स्टंर्स के लिए अपनी बोली बढ़ाकर 10 डॉलर (करीब 400 रुपए) प्रति शेयर कर दी है। इससे पहले जेपी मॉर्गन ने इसके लिए 2 डॉलर प्रति शेयर की बोली लगाई थी।

बेयर स्टंर्स अमेरिका का पांचवा सबसे बड़ा बैंक हैं। इसके बाद अमेरिकी बाजारों में कल जबरदस्त तेजी देखी गई।

कल डाओ जोंस 187 अंक की बढ़त के साथ 12,548 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि नैस्डेक 68 अंक की बढ़त के साथ 2,326 के स्तर पर बंद हुआ। और ‘एसएंडपी 500’ 20 अंक ऊपर 1,349 के स्तर पर बंद हुआ।

लेकिन इन सबके बावजूद जानकारों का मानना है कि बेयर स्टंर्स को राहत मिलती नहीं दिख रही है। और अमेरिकी बाजारों में अभी मंदी खत्म नहीं हुई है।

शुरुआती कारोबारः झूम उठे बाजार

10:06 बजे

सेंसेक्स 378 अंक ऊपर यानी 2.48 फीसदी की मजबूती के साथ 15,668 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। और निफ्टी 133 अंक ऊपर यानी 2.90 फीसदी की मजबूती के साथ 4,743 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या 1271 थी, और गिरने वाले शेयरों की संखया 1725 थी। जबकि 64 शेयरों में किसी तरह के बदलाव नहीं देखे गए।

बाजार के लिए संकेत:

विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 19 मार्च को 1330 लाख डॉलर (530.138 करोड़ रुपए) की खरीदारी की।

जबकि 19 मार्च को ही म्यूचुअल फंड की तरफ से शुद्ध बिक्री 219.5 करोड़ रुपए की देखी गई। एनएसई वायदा कारोबार मेंओपन इंट्रेस्ट’ 1017 करोड़ रुपए बढ़कर 64395 करोड़ रुपए पहुंच गया है।

10 बजे:

भारतीय बाजारों ने आज मजबूत वैश्विक संकेतों का फायदा उठाते हुए अच्छी शुरुआत की है। राष्ट्रीय शेयर बाजार के निफ्टी ने शुरुआती कारोबार में 100 और मुंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स ने 400 अंक से ज्यादा की बढ़त बना ली है। इसके साथ आज मझोले और छोटे शेयर भी मजबूत नजर रहे हैं। आज बढ़ने वाले शेयरों की संख्या गिरने वाले शेयरों से ज्यादा है।

अगर बढ़ने वाले शेयरों की बात की जाए तो इसमें रिलायंस एनर्जी, एचसीएल टेक, यूनिटेक, डीएलएफ, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक, भेल, एबीबी, एलएंडटी, टाटा स्टील, हिंडाल्को शामिल हैं।

रुपया भी डॉलर के मुकाबले 40.13 के स्तर पर मजबूती से कारोबार कर रहा है।

उधर एशियाई बाजारों में भी अच्छी तेजी देखी जा रही है। केवल ताइवान को छोड़ सभी बड़े बाजार अच्छी बढ़त बनाए हुए है। कल अमेरिकी बाजार के मानदण्ड सूचकांक डाओ जोंस में 187 अंक की तेजी देखी गई, और नैस्डेक 68 अंक की बढ़त पर बंद हुआ। आज इसी का फायदा एशियाई बाजार उठा रहे हैं।

Monday, 24 March 2008

Mkts: Metal, Realty Stocks Hammered @ 12:45 Hrs

Thanks to stock specific buying, a few frontline stocks from information technology, bank, auto and FMCG sectors have posted smart gains. Metal, realty, power and oil stocks are seen struggling in the negative territory due to sustained selling pressure.

The Sensex, which had vaulted to a high of 15,338.23 in early trade this morning, has eased to 15,153.58 now, trimming down its gain to 158.75 points or 1.06%. The Nifty, which has slipped to 4592.15 from a high of 4649.45, is up 0.4% or 18.20 points over its previous closing mark.

Metal stocks have been hammered today. Reflecting the sharp fall in prices of key stocks from the sector, the BSE Metal index has lost as much as 4.24% at present.

Heavyweight stocks Tata Steel (down 4.4%), SAIL (down 3.4%) and Sterlite Industries (down 2.15%) have suffered sharp losses. The biggest loser in the Metal index is JSW Steel which is down by as much as 15.1% at Rs 760.20.

Gujarat NRE Coke is down with a loss of 9.4%. Ispat Industries, Jindal Stainless, Jindal Steel, Maharashtra Seamless and Welspun Gujarat have lost 6% - 7.5%. Bhushan Steel is down by around 5.15% at Rs 726. Jindal Saw and Sesa Goa are down by 2.9% and 3.15% respectively. Nalco has bucked the trend and posted a sharp gain of 3.9%. Hindalco and Shree Precoated Steel are up with marginal gains.

Realty stocks have gone out of favour once again. Heavyweights DLF and Unitech have lost 1.4% and 1.85% respectively. Puravankara Projects has lost a little over 10%. India Bulls Real Estate has slipped by 8.1%.

Akruti City, Mahindra Lifespace, Omaxe, Parsvnath Developers and Penland have lost 5% - 7.5%. Phoenix Mills and Sobha Developers are down by 2.95% and 2.4% respectively. HDIL has scored a sharp gain of 2.8% while Anant Raj Industries is down with a small loss.

Sensex Sheds More Gains @ 13:15 Hrs

With stocks from metal, realty, power, oil and capital goods stocks plunging sharply, the market has come way down from its morning levels now. Select bank, IT and FMCG stocks remain fairly well placed in the positive territory.

At 15,103.18, the Sensex is up 108.35 points or 0.72% over its previous closing mark. The barometer had spurted to 15,338.23 in early trade this morning after opening with a positive gap of nearly 100 points at 15,093.77.

The Nifty, which rose to a high of 4649.45 this morning, has slipped to 4558.75, netting a loss of 15.20 points or 0.33%.

Mid and smallcap stocks continue to trade weak. The market breadth remains very weak with declines outscoring advances by a very big margin. Out of a total of 2598 stocks seen in action on BSE, as many as 2155 stocks are down in the red at present. 391 stocks hold on in the positive territory and 52 stocks trade flat.

Reliance Energy has plunged 7.3% from its previous closing price to Rs 1118. Tata Steel has lost 5.2% at Rs 604. Jaiprakash Associates is down with a sharp loss of 3.9%.

BHEL, DLF and Reliance Industries are down by 2.6%, 2.1% and 1.25% at Rs 1800, Rs 609.75 and Rs 2132 respectively. Ranbaxy Laboratories, Hindalco, Reliance Communications and Cipla are also down with sharp losses. Grasim Industries is down marginally from its previous closing price.

Besides Reliance Energy and BHEL, Areva (down 10.5%), CESC (down 7.7%), Torrent Power (down 5.55%), Siemens (down 3.1%) and GVK Power (down 2.85%) are the other big losers in the power sector.

Reliance Power, ABB, Suzlon Energy and Crompton Greaves have lost 2% - 2.5%. Power Grid is down with a loss of 1.1%. GMR Infrastructure, Tata Power and NTPC also trade weak, albeit with small losses.

Wipro, HUL Rally; Sensex, Nifty Come Off Lower Levels @ 13:51 Hrs

Thanks to sustained buying interest, HDFC (up 5.4% at Rs 2332.50), Wipro (up 4.55% at Rs 393.60), ICICI Bank (up 375% at Rs 795), Hindustan Unilever (up 3.5% at Rs 233.10) and HDFC Bank (up 3% at Rs 1307.50) remain high up in the positive territory this afternoon.

Automobile majors Tata Motors, Mahindra & Mahindra and Maruti Suzuki are up by over 2%. Tata Consultancy Services, Bharti Airtel, ITC, ACC, State Bank of India, Infosys Technologies and Ambuja Cements are up by 1% - 2%. Larsen & Toubro, ONGC and Satyam Computer Services are also up with smart gains. Grasim Industries is up marginally at Rs 2600.10.

IndusInd Bank, which touched a high of Rs 77.20 earlier in the day, has slipped to Rs 73.90, but still remains the top gainer among BSE 'A' Group stocks. At its current price, the stock is up by a little over 6%. Sintex Industries, HCL Technologies and United Phosphorus are up by over 5%.

Dr. Reddy's Laboratories, Nalco, Max India, Punjab National Bank, Centurion Bank of Punjab, India Infoline, Idea Cellular, Gammon India, BPCL and HDIL are among the other prominent gainers in the group.

Reliance Energy (down 6.75% at Rs 1125) remain the most prominent loser in the Sensex. Tata Steel (down 6.55% at Rs 595.45) is also down with a sharp loss. DLF and Jaiprakash Associates have lost 3.4% and 3.15% respectively. Hindalco has suffered a loss of 1.7%. Ranbaxy Laboratories, ONGC, Reliance Industries and Reliance Communications trail their previous closing prices by 0.25% - 1%.

The Sensex, which dropped down to 15,056.09 following a strong round of selling in front line stocks earlier this afternoon, has edged up to 15,163.83 (up 169 points or 1.13%) now. The Nifty, which had slipped to 4552.10 earlier this afternoon, has edged up to 4578.70, netting a small gain of 4.75 points.

एशियाई बाजारों से अच्छे संकेत

आज एशियाई बाजारों में अच्छी तेजी देखी जा रही है। ज्यादातर बाजार हरे रंग के निशान में दिख रहे हैं।

जापान का निक्केई, सिंगापुर का स्ट्रेट टाइम्स, ताइवान का बाजार, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी सभी तेजी दिखा रहे हैं।

हालांकि चीन के शंघाई में कमजोरी देखी जा रही है।

शेयर बाजार की अच्छी शुरुआत

हल्की बढ़त पर खुलने के बाद अब शेयर बाजार में तेजी आती नजर रही है। बड़े शेयरों में खासी तेजी है और इनमें अच्छी खरीदारी देखी जा रही है। इस समय सेंसेक्स 138.94 अंक ऊपर कारोबार कर रहा है और निफ्टी 17.15 अंक ऊपर है।

एशियाई बाजार भी आज अच्छे खुले। ताइवान का शेयर बाजार 4.05 % बढ़ा जबकि जापान का निक्केई 0.37% बढ़ा। सिंगापूर का शेयर बाजार 2.34% बढ़त पर था। दक्षिण कोरिया के बाजार में 0.44% बढ़त देखी गई।


अमेरिकी शेयर बाजारों में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती और कमोडिटी कीमतों में कमी के कारण अच्छा उछाल आया था। डाओ जोंस में 261.66 अंकों की बढ़ोतरी हुई और नैस्डैक में 48.15 अंकों की वृद्धि हुई थी।

9.55 बजे

आज मुंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 149 अंक ऊपर 15,144 के स्तर पर खुला। और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 30 अंक ऊपर 4,604 के स्तर पर खुला।

इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या 1076 थी, जबकि गिरने वाले शेयरों की संख्या 1899 थी। हालांकि 84 शेयरों में कोई बदलाव नजर नहीं रहा था।

बढ़ने वाले शेयरों में हिंडाल्को, एबीबी, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, सुजलॉन, ओएनजीसी, हीरो होंडा और आईटीसी शामिल थे।

गिरने वाले शेयरों में कैर्न इंडस्ट्रीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, रिलायंस कम्यूनिकेशन शामिल है।

शेयर बाजार पर दबाव बढ़ा

आज सुबह अच्छी शुरुआत के बावजूद शेयर बाजारों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। थोड़ी बहुत जो तेजी देखी भी जा रही है वह सिर्फ बड़े शेयरों तक सीमित है।

1.30 बजे
दोपहर डेढ़ बजे के करीब सेंसेक्स 105 अंक की तेजी के साथ 15,100 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। और निफ्टी में तो गिरावट आनी शुरु हो गई है। इस दौरान निफ्टी 16 अंक गिरकर 4,557 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

मझोले और छोटे शेयरों में तो तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही है।


बाजारों की बढ़त कायम है। लेकिन यह बढ़त बड़े शेयरों तक सिमटी हुई है। बैंक और आईटी क्षेत्र के बड़े शेयरों में तेजी देखी जा रही है। निफ्टी 4600 के इर्द-गिर्द घूम रहा है। लेकिन इन सबके बीच मझोले और छोटे शेयरों में भारी गिरावट देखी जा रही है।


12 बजे:


12 बजे सेंसेक्स 197 अंक ऊपर 15,192 के स्तर पर कारोबार कर रहा था और निफ्टी 36 अंक ऊपर 4,610 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या 655 थी जबकि गिरने वाले शेयरों की संख्या 2317 थी। और 87 शेयरों में किसी तरह का बदलाव नहीं देखा जा रहा था।

ज्यादा गिरने वालों में कैर्न इंडिया जो कि 7.5 फीसदी नीचे है। गुज एनआरई कोक 10 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है। सिमंस और टाटा स्टील 3.5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दिखा रहे हैं। इसके अलावा रिलायंस एनर्जी रिलायंस कम्युनिकेशन, जेपी एसोसिट्स, रेनबैक्सी लाल रंग के निशान में कारोबार कर रहे हैं।

11.20 बजे


हल्की बढ़त पर खुलने के बाद अब शेयर बाजार में तेजी आती नजर रही है। बड़े शेयरों में खासी तेजी है और इनमें अच्छी खरीदारी देखी जा रही है। इस समय सेंसेक्स 138.94 अंक ऊपर कारोबार कर रहा है और निफ्टी 17.15 अंक ऊपर है।

एशियाई बाजार भी आज अच्छे खुले। ताइवान का शेयर बाजार 4.05 % बढ़ा जबकि जापान का निक्केई 0.37% बढ़ा। सिंगापूर का शेयर बाजार 2.34% बढ़त पर था। दक्षिण कोरिया के बाजार में 0.44% बढ़त देखी गई।


अमेरिकी शेयर बाजारों में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती और कमोडिटी कीमतों में कमी के कारण अच्छा उछाल आया था। डाओ जोंस में 261.66 अंकों की बढ़ोतरी हुई और नैस्डैक में 48.15 अंकों की वृद्धि हुई थी।

9.55 बजे

आज मुंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 149 अंक ऊपर 15,144 के स्तर पर खुला। और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 30 अंक ऊपर 4,604 के स्तर पर खुला।

इस दौरान बढ़ने वाले शेयरों की संख्या 1076 थी, जबकि गिरने वाले शेयरों की संख्या 1899 थी। हालांकि 84 शेयरों में कोई बदलाव नजर नहीं रहा था।

बढ़ने वाले शेयरों में हिंडाल्को, एबीबी, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, सुजलॉन, ओएनजीसी, हीरो होंडा और आईटीसी शामिल थे।

गिरने वाले शेयरों में कैर्न इंडस्ट्रीज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, रिलायंस कम्यूनिकेशन शामिल है।

Friday, 21 March 2008

सोने-चांदी के दाम में रेकॉर्ड गिरावट

सोने और चांदी के दाम में गुरुवार को सबसे बड़ी गिरावट आई। समाचार एजेंसी एनएनएस के मुताबिक, यहां के सर्राफा बाजार में सोना 1060 रुपये गिरकर 12,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी 2300 रुपये कम होकर 22,500 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। लेकिन देश में शादी का मौसम अब खत्म होने के कगार पर है और सोने की खरीदारी वैसे भी कम है।

भारत हर साल करीब 800 टन सोने का आयात करता है, जो विश्व की कुल खपत का 20 फीसदी है। ऐसे में यहां के भावों पर विश्व बाजार का असर पड़ा। लंदन में सोने के भाव गिरकर 905 डॉलर प्रति औंस पर गए, जबकि 17 मार्च को इसका भाव 1,033 डॉलर था। सोने की यह हालत उन खबरों के बाद हुई, जिनमें कहा गया था कि डॉलर मजबूत होने के कारण लंदन में सोने के साप्ताहिक भाव में 25 साल की सबसे बड़ी गिरावट होने वाली है। इसके बाद सटोरियों ने बिकवाली तेज कर दी।

एनएनएस के मुताबिक, अभी शादी-ब्याह का सीजन खुलने में तीन सप्ताह लगेंगे। कुछ एजेंटों का कहना है कि अगर भाव 11-12 हजार रुपये के दायरे में आकर स्थिर हो तो सोने की हाजिर मांग बढ़ सकती है। फिलहाल मांग कम है। मुंबई में पांच कंपनियों के ईटीएफ सौदे (म्युचुअल फंड की तरह सोने का सौदा) होने पर भी कुल मांग मात्र चार-साढ़े चार टन बताई गई। वैसे भी म्युचुअल फंड में निवेश के लिए पैन कार्ड होना जरूरी है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, देश में लगभग 15 हजार टन सोना जेवर आदि के रूप में लोगों के पास जमा है। ऐसे में पुराने सोने से काम चल जाता है। महंगे हो चुके नए सोने की मांग कम है।

अब चांदी की बात। लंदन में चांदी शुरू में 1995 से फिसलकर सुबह 1780 सेंट प्रति औंस रही। ऐसे में यहां सर्राफा बाजार में सुबह चांदी के भाव 24,800 रुपये से लुढ़ककर 22 हजार रुपये की रंगत में रहे। बाद में विदेशी भाव 1815 सेंट हुए तो विलायती चांदी 23 हजार रुपये प्रति किलो हो गई। भाव में घट-बढ़ को देखते हुए चांदी में कारोबार नगण्य रहा। बुधवार को भी विदेशी चांदी की आवक नहीं हुई। पुराने माल की सप्लाई भी 2000 की बजाय 500 किलो रह गई।

मुद्रास्फीति छह प्रतिशत की ओर उछली

नई दिल्ली। सरकार के तमाम उपायों के बावजूद सकल उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर आठ मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में 0.81 प्रतिशत की तीव्र बढ़ोतरी से छह प्रतिशत के निकट 5.92 प्रतिशत पर पहुंच गई, इससे अर्थव्यवस्था की विकास गति के धीमा पड़ने के संकेतों के बावजूद ब्याज दरों में नर्मी की सम्भावनाएं फिलहाल नहीं दिखाई देती है।

विश्लेषक मुद्रास्फीति की दर में इस तीव्र बढ़ोतरी को उम्मीदों से अधिक मान रहे हैं और उनका कहना है कि अर्थव्यवस्था की आर्थिक वृद्धि के धीमा पड़ने के संकेतों के बावजूद मौद्रिक उपायों के और कसाव के आसार बनते नजर रहे हैं।

आलोच्य सप्ताह के दौरान मुद्रास्फीति की दर में 0.81 प्रतिशत की बढ़ोतरी दालों, फल, सब्जियों, घरेलू, विदेशी खाद्य तेलों, लोहा आदि के मंहगा होने से दर्ज की गई।

पिछले तीन सप्ताह से लगातार पांच प्रतिशत से ऊपर मुद्रास्फीति एक मार्च को समाप्त हुए सप्ताह में 5.11 प्रतिशत और पिछले साल आलोच्य अवधि में 6.51 प्रतिशत थी। मुद्रास्फीति का आलोच्य अवधि का स्तर 28 अप्रैल 2007 के 6.01 प्रतिशत के बाद का अधिकतम है।

प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के प्रमुख और रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर सी.रंगराजन भी मुद्रास्फीति कोसामान्यसे कुछ अधिक मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति के ऊंचा रहने पर ब्याज दरों को नीचे लाना मुश्किल होगा।

रंगराजन की नजर में मुद्रास्फीति को चार से पांच प्रतिशत के बीच होना चाहिए और अच्छा हो कि यह चार प्रतिशत के आसपास रहे।

सरकार और रिजर्व बैंक भी मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत के नीचे लाने के लिए पिछले करीब दो वर्ष के दौरान एक-एक करके कई उपाय कर चुके हैं। खाद्य तेलों की कीमतों को काबू में करने के लिए इसी सप्ताह देश से इनका निर्यात एक वर्ष तक रोकने का फैसला किया गया है। लेकिन विश्व बाजार में कच्चे तेल के उछाल मारते दाम और विभिन्न खाद्यान्नों की आसमान छूती कीमतों ने लगता है सभी उपायों पर पानी फेर दिया है।

आर्थिक विकास संस्थान में अर्थशास्त्री एन.आर भानुमूर्ति मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी को आश्चर्यजनक मान रहे हैं। उनका कहना है कि इस स्तर को देखते हुए आने वाले कुछ महीनों तक और मौद्रिक नीति सख्त बनी रहेगी।

रोजमर्रा की इस्तेमाल की वस्तुओं के महंगा होने से मुद्रास्फीति की दर में पिछले साल दिसम्बर से ही मजबूती का रुख बना हुआ है। फरवरी माह के दौरान पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्रमशः दो तथा एक रुपए की बढ़ोतरी ने भी मुद्रास्फीति को बढ़ाने में योगदान दिया।

रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति को काबू में रखने के लिए पिछले करीब एक साल से ब्याज दरों को पौने आठ प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा। इससे पहले तेजी से बढ़ रही आर्थिक गति के बीच मंहगाई को काबू में रखने के लिए जून 2006 से मार्च 2007 के बीच पांच बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी।

मुद्रास्फीति के बढ़ने के साथ ही 2006-07 में पिछले 18 वर्ष की सर्वाधिक 9.6 प्रतिशत की आर्थिक गति के चालू वित्त वर्ष में कुछ धीमा पड़कर 8.7 प्रतिशत रह जाने का अनुमान लगाया जा रहा है। जे.पी. मॉर्गन का मानना है कि अगले वर्ष यह रफ्तार सात प्रतिशत रह जाएगी।

उधर अर्थव्यवस्था में मांग घटने का असर साफ झलकने लगा है। इस वर्ष जनवरी में कारखाना उत्पादन की वृद्धि रफ्तार पिछले साल के 11.6 प्रतिशत के मुकाबले आधे से भी कम 5.3 प्रतिशत रह गई। छह प्रमुख बुनियादी सुविधाओं का सूचकांक भी जनवरी में पिछले साल की तुलना में आधी रफ्तार ही हासिल कर पाया है।

वित्तमंत्री बार-बार संकेत दे चुके हैं कि मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए जो भी जरुरी कदम उठाने पड़ेंगे, सरकार उसके लिए पूरी तरह तैयार है।

आठ मार्च को समाप्त सप्ताह में सकल उपभोक्ता वस्तुओं का आधिकारिक थोक मूल्य सूचकांक भी 0.8 प्रतिशत बढ़कर 220 अंक से 221.8 अंक पर पहुंच गया।

Thursday, 20 March 2008

सभी निवेशक कर सकेंगे ‘शॉर्ट सेलिंग’

सेबी ने देश के सभी संस्थागत निवेशकों को 21 अप्रैल सेशॉर्ट सेलिंगकरने की मंजूरी दे दी है। अब तक सिर्फ खुदरा निवेशक, एचएनआई (बड़ी पूंजी वाले निवेशक) और विदेशी संस्थागत निवेशक ही बाजार में शॉर्ट सेलिंग करते थे। लेकिन म्युचुअल फंड और दूसरे संस्थागत निवेशकों को इसकी इजाजत नहीं थी।

सेबीपी-नोट्सपर पुनः विचार करेगी?

पिछले साल दिसम्बर में सेबी ने इस मामले पर एक नीति बनाई थी। शॉर्ट सेलिंग के अलावा 21 अप्रैल से ही बाजार के सभी खिलाड़ियों कोस्टॉक लेंडिंग’ (स्टॉक उधार देना) औरस्टॉक बॉरोइंग’ (स्टॉक उधार लेना) को लागू करने की भी मंजूरी दे दी गई है।

बढ़ती कीमत से परेशान सोना कारोबारी

सोने की कीमतें आज भले ही गिरी हैं, लेकिन हाल में इसका भाव जितनी तेजी से बढ़ा हैं उससे अहमदाबाद के गहना कारोबारी परेशान हैं क्योंकि कीमतें बढ़ने से ग्राहक घट गए हैं।

हालत यह है कि शादी का मौसम होने के बावजूद भी कारोबार पहले के मुकाबले 25 फीसदी ही रह गया है।

दोनों कीमती धातुएं नर्म हुई

सोने की लगातार बढ़ती कीमतों से अहमदाबाद के गहना कारोबारी परेशान हैं। शादी का मौसम होने के बावजूद महंगे होने की वजह से ग्राहक जरुरत से कम सोना खरीद रहे हैं। इस वजह से अहमदाबाद में गहनों का कारोबार पहले के मुकाबले 25 फीसदी रह गया है।

पिछले साल इस समय दस ग्राम सोने की कीमत करीब 9,500 रुपए थी, वो अब बढ़कर करीब 13,500 रुपए हो गई है। इस वजह से शादी की खरीदारी करने वाले ग्राहक अपनी जरुरत से भी कम सोना खरीद कर काम चला रहे हैं।

सोने का तोहफा हुआ महंगा, कुछ और सोचिए!

लगातार बढ़ती सोने की कीमत ने गहनों के बाजार में ग्राहकों की संख्या भी घटा दी है। ऐसे में अहमदाबाद के गहना व्यवसायी इसकी कीमतों में स्थिरता का इंतजार कर रहे हैं, ताकि उनके कारोबार की घटी चमक फिर से लौट आए।