Tuesday, 4 March 2008

अमेरिकी मंदी भारतीय आईटी क्षेत्र के लिए मौका

वाशिंगटन। अमेरिका में जारी आर्थिक संकट डॉलर के कमजोर पड़ने के कारण पहले से ही मुश्किलों का सामना कर रहे भारतीय आईटी उद्योग के लिए चुनौती तो है लेकिन इसे इस क्षेत्र के लिए एक अवसर के रुप में भी देखा जा सकता है।

एनआईआईटी टेक्नोलॉजिज लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरविंद ठाकुर ने न्यूयॉर्क से टेलीफोन पर आईएएनएस से एक बातचीत में कहा, “इससे हम लोग एक बार फिर 2000-2001 वाली स्थिति में पहुंच जाएंगे।


ठाकुर ने कहा कि आर्थिक संकट के कारण कुछ खास क्षेत्रों को फायदा होगा। उनका कहना था कि सस्ते में अपनी सेवाएं उपलब्ध कराकर इससे आईटी उद्योग भी अपना व्यापार बढ़ा सकता है।

उल्लेखनीय है कि लगभग 14 करोड़ अमेरिकी डॉलर के वार्षिक आय वाली कम्पनी एनआईआईटी के विदेशों से होने वाली कुल आय का 30 प्रतिशत हिस्सा उत्तरी अमेरिका से आता है।


ठाकुर का कहना था कि डॉलर के मुकाबले रुपए की 14 प्रतिशत की मजबूती ने निर्यात करने वाली भारतीय कम्पनियों के मुनाफे पर जबर्दस्त नकारात्मक असर डाला है। उन्होंने कहा, “कमजोर होते डॉलर से बड़ी चुनौती पेश हो रही है।

ठाकुर ने कहा कि कमजोर होते डॉलर से उत्पन्न हुई स्थिति से निपटने के लिए हमें अपनी कार्यप्रणाली और रणनीति में परिवर्तन लाना होगा और उत्पादन मूल्य कम करना होगा। यदि हम ऐसा कर पाने में सक्षम होते हैं तो बेशक अमेरिकी संकट हमारे लिए एक अवसर है।

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