नई दिल्ली (भाषा): संसद का मौजूदा सत्र समाप्त होने के बाद पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ने की संभावना है। सत्र अगले सप्ताह समाप्त हो रहा है जिसके बाद पेट्रोल की कीमत में 2 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 1 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो सकती है।
अधिकारियों ने बताया कि पेट्रोलियम मंत्रालय ने पेट्रोल डीजल सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरित होने वाले मिट्टी के तेल और घरेलू कुकिंग गैस (एलपीजी) की कीमत में बढ़ोतरी के लिए कैबिनेट नोट पेश किया है। इसमें यह नहीं बताया गया है कि कीमत कितनी बढ़ाई जाएगी। यह फैसला कैबिनेट पर छोड़ा गया है।
इस समय पेट्रोल की बिक्री पर तेल विपणन कंपनियों को 2.79 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 4.65 रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है। हर लीटर कैरोसिन की बिक्री पर तेल कंपनियों को 15.50 रुपये का नुकसान होता है जबकि एलपीजी के हर सिलिंडर की बिक्री पर 178.15 रुपये का नुकसान हो रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि एलपीजी और कैरोसिन की कीमत बढ़ाना राजनीतिक दृष्टि से चूंकि संवेदनशील फैसला होता है इसलिए फिलहाल बढ़ोतरी को पेट्रोल और डीजल तक ही सीमित रखे जाने की उम्मीद है। यदि ईंधन की कीमत नहीं बढ़ाई गई तो सरकारी स्वामित्व वाली तेल विपणन कंपनियों इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन को चालू वित्त वर्ष के दौरान कुल 52452 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
पेट्रोलियम मंत्रालय ने अनुमान लगाया है कि 2007-08 के दौरान कैरोसिन पर 16120 करोड़ रुपये, घरेलू एलपीजी पर 11088 करोड़ रुपये, पेट्रोल पर 6682 करोड़ रुपये और डीजल पर 18562 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
1 comment:
आवेदक ध्यान।
2015-2016 ऋण लगानी प्रस्ताव 3% दर मात्र। म श्री एडम्स केभिन AKLM बीमा कम्पनी, इमेल को एक प्रतिनिधि हुँ:
(adams.credi@gmail.com)
* व्यक्तिगत ऋण।
* व्यापार ऋण।
* निवेश ऋण।
* घर ऋण।
* विद्यार्थी ऋण।
* निवेश ऋण।
यहाँ तपाईं तत्काल श्री एडम्स केभिन ऋण लगानी देखि ऋण को लागि एक मौका छ। सम्पर्क इमेल: (adams.credi@gmail.com) को लागि
जरुरी ऋण जानकारी
आवेदन 2015 बाहिर छ।
इमेल: adams.credi@gmail.com
बताएँ: +187499384874
Post a Comment