पानीपत, वरिष्ठ संवाददाता। यूपीए सरकार गेहूं आयात में घोटाला कर रही है। इसकी जांच सीबीआई से करवानी चाहिए। यह बात बीजेपी के पूर्व सांसद रतनलाल कटारिया ने कही।
बीजेपी कार्यालय में बुधवार को भाजपा ग्रामीण द्वारा आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कटारिया ने कहा कि एनडीए सरकार ने अपने कार्यकाल के बाद 140 दिन का गेहूं सरप्लस छोड़कर गई थी। उसके समय में 33 हजार करोड़ का गेहूं 25 देशों में भेजा गया था। इस सब के बाद भी यूपीए सरकार ने किसानों की अनदेखी कर 8 लाख टन गेहूं आयात करने का फैसला किया। इसके बदले में सरकार ने प्रति टन 325 डालर देने का फैसला किया। जो देश को 19 सौ करोड़ रुपये का पड़ेगा। यह किसानों के साथ अन्याय है। क्योंकि सरकार देश में किसानों से 850 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीद रही है। इसके विरोध में बीजेपी ने 20 अगस्त को संसद पर किसानों के साथ प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी इस खरीद की जांच सीबीआई से करवाने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि जब 265 डालर प्रति टन की दर से गेहूं मिल रहा था तो उस टेडर को रद कर सरकार ने 325 डालर प्रति टन की दर से गेहूं आयात का फैसला क्यों किया। उन्होंने कहा कि यह गेहूं देश को 17 रुपये प्रति किलो पड़ेगा।
कटारिया ने कहा कि सरकार आज ईसाई और मुसलमानों के वोट लेने के लिए धर्मांतरण किए हुए लोगों को भी आरक्षण देने का आश्वासन दे रही है। सरकार की नीयत इसको आध्यादेश लाकर लागू करने की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी इसका विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि सोनिया के देश की सुपर प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में धर्मातरण की आंधी चल रही है। सोनिया वेटिकन सिटी को खु्श करने के हर संभव प्रयास कर रही है। और इस कारण देश में धर्मातरण जोरों पर है। इस मौके पर बीजेपी के जिला प्रधान संजय भाटिया, बीजेपी ग्रामीण के महामंत्री महिपाल ढांडा, सतवीर रोड़, देव कुमार मलिक आदि मौजूद थे।
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