वित्तमंत्री पी.चिदम्बरम ने वाहवाही तो लूटी लेकिन हर किसी का दिल वो नहीं रख सकते थे। पहले से ही हिचकोले खा रहे शेयर बाजार को उन्होंने एक और झटका दे दिया।
वित्त मंत्री ने अल्प अवधि पूंजी लाभ कर 10 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी करने की घोषणा की। लेकिन इस बार के बजट में ‘सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन’ कर (एसटीटी) में कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह अब भी 0.125 प्रतिशत है।
ब्रोकिंग सेवा देनेवाले बजट से ज्यादा मायूस हुए हैं क्योंकि अब एसटीटी को ब्रोकर के कारोबारी खर्च में शामिल किया जाएगा और इस पर उन्हें कर भी भरना होगा। बाजार के जानकारों के मुताबिक इससे ब्रोकरों का कर बढ़कर तीन गुना हो जाएगा।
बाजार में ‘वॉल्युम’ पर असर पड़ने के साथ ही ‘आर्बिट्राज’ करने वालों को भी इसके लिए जेब ढीली करनी होगी।
वित्त मंत्री ने अल्प अवधि पूंजी लाभ कर 10 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी करने की घोषणा की। लेकिन इस बार के बजट में ‘सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन’ कर (एसटीटी) में कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह अब भी 0.125 प्रतिशत है।
ब्रोकिंग सेवा देनेवाले बजट से ज्यादा मायूस हुए हैं क्योंकि अब एसटीटी को ब्रोकर के कारोबारी खर्च में शामिल किया जाएगा और इस पर उन्हें कर भी भरना होगा। बाजार के जानकारों के मुताबिक इससे ब्रोकरों का कर बढ़कर तीन गुना हो जाएगा।
बाजार में ‘वॉल्युम’ पर असर पड़ने के साथ ही ‘आर्बिट्राज’ करने वालों को भी इसके लिए जेब ढीली करनी होगी।
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