Friday, 29 February 2008

शेयर बाजारों की खराब शुरुआत

आज बजट की घोषणा के कुछ घंटे पहले शेयर बाजार काफी गिरावट पर खुले हैं। शेयर बाजारों को वैश्विक बाजारों से काफी खराब संकेत मिले हैं। एशियाई बाजारों में निक्केई इस वक्त ढाई फीसदी तक की गिरावट पर है।

बजाज ऑटो, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, एलएंडटी, ग्रासिम, सिप्ला, हिंदुस्तान यूनिलीवर, डीएलएफ और एनटीपीसी के शेयरों में खरीद दिखाई दे रही है।

सुबह 9:57 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,738.06 के स्तर पर 86.42 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5258.00 के स्तर पर 27.10 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

वित्तमंत्री ने बजट-2008 पेश किया

बजट प्रस्तुत कर रहे हैं। उनके बजट अभिभाषण की महत्वपूर्ण बातें-


-वर्ष 2007-08 में आर्थिक वृद्धि दर 8.7 प्रतिशत रहेगी।

-पिछले चार साल में औसत विकास दर 8.8 फीसदी।

-कृषि विकास दर 2.2 फीसदी।

-पूंजी अंतर्वाह जरुरत से ज्यादा हो रहे हैं।

-महंगाई को काबू करना हमारी प्रथमिकता। खाद्य में आत्मनिर्भरता होंगे।

-गेहूं की पैदावार 2192.33 करोड़ टन।

-चावल की पैदावर 948 करोड़ टन रही है।

-कृषि के विकास के लिए कई योजनाएं लाई जाएंगी।

-कृषि वृद्धि दर निराशाजनक।

-मिडडे मिल से 11.4 करोड़ बच्चों को फायदा।

-शिक्षा पर खर्च 20 फीसदी बढ़ेगा।

-भारत निर्माण: हर रोज 42 गांवों में बिजली पहुंच रही है।

-भारत निर्माण: हर रोज 52 गांवों में टेलीफोन सुविधा पहुंच रही है।

-11वीं पंचवर्षीय: दूसरे वर्ष में सकल बजटीय 2,43,386 करोड़ रुपए तक पहुंची।

-शिक्षा बजट प्रावधान में 20 फीसदी की बढ़त, 34,400 करोड़ तक पहुंची।

-नए मॉडल स्कूल कार्यक्रम के तहत 6,000 उच्चस्तरीय विद्यालय स्थापित होंगे।

-410 अतिरिक्त कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय स्थापित होंगे।

-अनुसूचित जाति जनजातियों के लिए 20 जिलों में नवोदय विद्यालय।

वित्तमंत्री ने अपने बजट अभिभाषण में कहा है कि इस साल कृषि विकास दर 2.6 रहने का अनुमान है। कृषि उत्पादन अपने उच्चतम स्तर पर है।

उन्होंने संसद में अपने अभिभाषण में आगे बताया कि-

- भारत निर्माण पर 31,280 करोड़ रुपए खर्च करेगा।

- सकल बजटीय सहायता 2,43,386 करोड़ टन।

- 2008-09 में कृषि के लिए सब्सिडी 2,43,386 करोड़ रुपए।

- 11वीं पंजवर्षीय योजना में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि।

- सेवा क्षेत्र की विकास दर 10.7 फीसदी रहेगी।

- निर्माण क्षेत्र 9.4 फीसदी की दर से बढ़ेगी।

- ग्रामीण रोजगार योजना अब पूरे देश में चलेगी।

- शहरी नवीनीकरण पर 6,866 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

अमेरिकी बाजार लुढ़के

कल अमेरिकी बाजारों में इस हफ्ते की पहली गिरावट देखने को मिली। आर्थिक विकास पर खराब रिपोर्ट आने और बेन बर्नांके की ओर से बैंकों के हालात पर एक बार फिर से चिंता जताने की वजह से बाजार को नुकसान हुआ है।

कल डाओ जोंस 112 अंक गिर गया। वहीं नैस्डेक में करीब एक फीसदी की नरमी रही। जबकि एसएंडपी500 सूचकांक 12 अंक गिर कर बंद हुआ।

एशियाई बाजारों से मिले-जुले संकेत

एशियाई बाजारों में आज मिला-जुला कारोबार देखा जा रहा है। अमेरिकी बाजारों में कमजोरी की वजह से यहां के भी कुछ बाजारों में दबाव देखा जा रहा है। निक्केई और ताइवान में बढ़त देखी जा रही है। वहीं स्ट्रेट टाइम्स और कॉस्पी कमजोरी दिखा रहे हैं।

Thursday, 28 February 2008

शेयर उधार लेने-देने पर एसटीटी नहीं

बजट से पहले ही शेयर कारोबारियों को एक बड़ा तोहफा मिल गया है। शार्ट सेलिंग के लिए शेयर उधार लेने या देने पर सिक्यूरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (एसटीटी) या कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा। शेयर उधार लेने या देने से कोई लाभ होता है तो उस पर नियमों के अनुसार टैक्स लगेगा।

शुक्रवार को संसद में बजट आने वाला है, इसलिए केंद्रीय प्रत्यक्ष कर विभाग (सीबीडीटी) ने कोई सकरुलर जारी नहीं किया है। लेकिन कहा है कि सेबी की नई योजना के तहत शेयरों के उधार लेने या देने पर कोई एसटीटी या कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा।

क्या है शार्ट सेलिंग:
शार्ट सेलिंग शेयरों का ऐसा कारोबार है, जिसमें निवेशक बिना स्वामित्व के भी शेयर बेच सकता है।
1. निवेशक किसी अन्य संगठन या संस्था से शेयर उधार लेता है।
2. उधार लिए शेयर बाजार में बेच देता है।
3. बाजार बंद होने से पहले शेयर फिर खरीदता है।
4. खरीदे शेयर उसी को लौटा देता है, जिससे उधार लिए थे।

नई व्यवस्था में क्या होगा:
शेयरों को उधार लेने या देने पर तो छूट हासिल होगी। लेकिन ऐसे लेन-देन से होने वाले मुनाफे पर आयकर अधिनियम के तहत टैक्स लागू होगा। शेयर उधार लेने या देने को कैपिटल गेन टैक्स के तहत स्थानांतरण नहीं माना जाएगा।

सेबी और रिजर्व बैंक ने तय किया है कि शेयर कारोबारियों के लिए शेयरों के उधार लेने या देने की योजना लागू होनी चाहिए। यह योजना सिक्यूरिटीज लेंडिंग स्कीम 1997 के तहत शुरू की जाएगी।

एशियाई बाज़ार के ख़राब संकेत

एशियाई बाजार आज खराब संकेत दे रहे हैं। हांगकांग का हैंगसेंग 0.95 फीसदी नीचे है। जापान के निक्केई में 1.48 फीसदी की चोट है। सिंगापूर के स्ट्रेट टाइम्स पर भी 0.95 फीसदी की मार पड़ रही है। हालांकि दक्षिण कोरिया का सियोल कम्पोजिट बिना घटबढ़ का कारोबार कर रहा है।

‘गोल्ड फंड’ के निवेशकों की चांदी

सोने की तेजी ने भले ही गहनों के शोरुम की चमक हल्की कर दी हो, लेकिन गोल्ड फंड को चमकने का मौका मिल रहा है। तीन महीने से लगातार बढ़ते दामों से गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (वस्तु बाजार में सोने की ट्रेडिंग) पर मिले मुनाफे ने सभी निवेश विकल्पों को पीछे छोड़ दिया है।

सोने की बढ़ती कीमतों की वजह से गहनों के शोरुम में ग्राहक कम हो गए हैं। लेकिन, सोने का भाव चढ़ता ही जा रहा है क्योंकि निवेशकों को यह मुनाफा कमाने का सबसे बढ़िया जरिया लग रहा है। लेकिन निवेशकों को सोना खरीदने की बजाए सोने के फंड में निवेश करना ज्यादा बेहतर लग रहा है।

गोल्ड ईटीएफ (गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) का रिटर्न (मुनाफा) जबरदस्त है। पिछले तीन महीने में ही इसमें रिटर्न बढ़कर 18 फीसदी हो गया है।

अच्छे रिटर्न मिलने की वजह से ही इन फंड में पहले थोड़े पैसे लगाने वाले अब ज्यादा पैसे लगा रहे हैं। एचएनआई (हाई-नेटवर्थ इंवेस्टर्स) यानी बड़ी पूंजी वाले निवेशकों ने तो गोल्ड फंड में निवेश डेढ़ से तीन फीसदी बढ़ाकर दस फीसदी तक कर दिया है।

शेयर बाजार में लग रहे झटकों से भी गोल्ड फंड की चांदी हो गई है। फायदेमंद होने के साथ ही शेयर बाजार की तरह डीमैट खाते के जरिए इसमें कारोबार किया जा सकता है। यही वजह है कि कई ब्रोकरेज फर्म भी अब गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने की सलाह दे रहे हैं।

एमसीएक्स की विदेशी अधिग्रहणों की योजना

‘मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एमसीएक्स) ने कहा है कि वह देशी और विदेशी कम्पनियों में भी रणनीतिक हिस्सेदारी खरीद सकता है।

एमसीएक्स ने अपने प्रस्तावित प्राथमिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष दायर मसौदे में कहा है कि आईपीओ से मिली राशि में से 25 करोड़ रुपए देश में या बाहर की कम्पनियों की रणनीतिक हिस्सेदारी खरीद के लिए होंगे। वित्तीय वर्ष 2010 के समाप्ति से पहले रणनीतिक हिस्सेदारी के सौदे हो जाएंगे।

कम्पनी ने कहा है कि आईपीओ से मिली राशि में से एक अरब रुपए से एक ‘क्लीयरिंग कॉर्पोरेशन’ की स्थापना की जाएगी। इसकी स्थापना भी वर्ष 2008-09 की समाप्ति से पहले हो जाएगी। विवरण पत्रिका के मुताबिक देश में कमोडिटी वायदा बाजार की नियामक संस्था फॉरवर्ड मार्केट कमीशन ने इसे क्लीयरिंग कॉर्पोरेशन की स्थापना की अनुमति दी है।

उल्लेखनीय है न्यूयॉर्क शेयर बाजार की प्रवर्तक कम्पनी एनवाईएसई यूरोनेक्स्ट ने एमसीएक्स के पांच प्रतिशत शेयर खरीदने पर सहमति व्यक्त की है। यह सौदा 5.5 करोड़ डॉलर में हुआ है।

शेयर बाजारों की कमजोर शुरुआत

देश के शेयर बाजार आज लगभग बिना घटबढ़ के खुले हैं। इन्हें वैश्विक शेयर बाजारों से कोई खास अच्छे संकेत नहीं मिले है। कल अमेरिकी बाजार बिना घटबढ़ के बंद हो गए थे जबकि आज अधिकांश एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट देखी जा रही है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 15 अंक नीचे और निफ्टी 2 अंक नीचे है।

सेंसेक्स पर हिंडाल्को, एचडीएफसी बैंक, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, एचडीएफसी, ग्रासिम, आईटीसी, सिप्ला, टीसीएस, ओएनजीसी के शेयर सबसे आगे हैं।

सुबह 9:56 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,810.52 के स्तर पर 15.47 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,266.35 के स्तर पर 2.05 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

Wednesday, 27 February 2008

अमरीकी बाज़ार

कल अमेरिकी बाजारों ने खराब आर्थिक आंकड़ों के बावजूद एक अच्छी तेजी दिखाई। कल डाओ जोंस 114.70 अंक चढ़कर 12,684.92 के स्तर पर बंद हुआ। एसएंडपी500 सूचकांक 9.49 अंक बढ़ा और 1,381.29 के स्तर पर बंद हुआ जबकि नैस्डेक में 17.51 अंकों की तेजी रही और यह 2,344.99 अंक पर बंद हुआ।

रेल बजट से कैपिटल गुड्स, आईटी, स्टील शेयर उछले

मुंबई: रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की घोषणाओं का असर शेयर बाजार में मंगलवार को तत्काल ही दिखाई देने लगा। उनका भाषण खत्म भी नहीं हुआ था कि कैपिटल गुड्स, सॉफ्टवेयर, स्टील और रेल उपकरण निर्माता कंपनियों के शेयरों में जबर्दस्त उछाल नजर आने लगे।

दिनभर के कारोबार में 182 अंक के दायरे में घूमने के बाद यह सत्र की समाप्ति पर 155.62 अंक की बढ़त लेकर 17806.19 पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजारों के सकारात्मक संकेतों और रेल बजट की घोषणा से बाजार की धारणा में सुधार देखा गया। सुबह के कारोबार में 149 अंक मजबूत खुला सेंसेक्स अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मजबूती के संकेतों और रेल बजट की घोषणा से दिनभर सकारात्मक जोन में बना रहा। बीएसई में कुल कामकाज वाले 2785 शेयरों में से 59.32 फीसदी शेयर मुनाफे के साथ बंद हुए।

कहां निकली खरीदी:सेंसेक्स से जुड़े क्षेत्रवार सूचकांकों में कैपिटल गुड्स 2.05 फीसदी, आईटी 1.76 फीसदी और मेटल सूचकांक 1.64 फीसदी उछाल के साथ बंद हुए। पावर इंडेक्स 2.65 फीसदी और रियल्टी इंडेक्स में 2.53 फीसदी की बढ़ रही।

रेल उपकरण निर्माता कंपनियों में तेजी:
- हिंद रेक्टिफायर का शेयर 16.45 फीसदी उछलकर 178 रुपए की ऊंचाई पर पहुंच गया और सत्र की समाप्ति पर 11.29 फीसदी की बढ़त दर्ज करता हुआ 170.10 रुपए पर बंद हुआ।
- सिम्प्लेक्स कास्टिंग का शेयर 16.28 फीसदी उछलकर 102 रुपए की ऊंचाई पर पहुंच गया और सत्र की समाप्ति पर अपनी बढ़त को कायम नहीं रख पाया और सत्र की समाप्ति पर 0.11 फीसदी की गिरावट के साथ 87.70 रुपए पर बंद हुआ।
- भेल के शेयर 5.41 फीसदी उछलकर 2,398 रुपए की ऊंचाई पर पहुंच गए और सत्र की समाप्ति पर 4.58 फीसदी उछाल के साथ 2,180.55 रुपए पर बंद हुए।
- मुंद्रा पोर्ट एंड एसईजेड लि. का शेयर 5.27 फीसदी उछलकर 745 रुपए की ऊंचाई पर पहुंच गया और सत्र की समाप्ति पर 3.94 फीसदी उछाल के साथ 735 रुपए पर बंद हुआ।
- केर्नेक्स माइक्रोसिस्टम्स 4.98 फीसदी उछाल के साथ 219.35 रुपए की ऊंचाई पर बंद हुए। पिछले एक सप्ताह में यह शेयर 11 फीसदी मजबूत हुआ है।- स्टोन इंडिया के शेयर कारोबार के दौरान 4.97 फीसदी उछलकर 132.85 रुपए की ऊंचाई पर पहुंच गए और सत्र की समाप्ति पर 3.67 फीसदी के मुनाफे के साथ 131.20 रुपए पर बंद हुए।

शेयर बाजार ने मंगलवार को अच्छी तेजी देखी

मुम्बई। सीमेंट, धातु, तेल व गैस और अचल सम्पत्ति कम्पनियों को मिले समर्थन से देश के शेयर बाजारों में आज भी शेयरों ने अच्छी छलांग लगाई। मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 155.62 अंक तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी में 69.35 अंक की और बढ़त दर्ज की गई।

अमेरिकी शेयर बाजारों में गत दिवस अच्छी तेजी देखने को मिली। हालांकि एशिया के शेयर बाजारों में मिलाजुला रुख था, किंतु रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के कई कच्चे सामान के माल भाड़े में कमी किए जाने की घोषणा का असर बाजार पर दिखा।

यादव ने सीमेंट बनाने के काम में आने वाली ताप बिजली घर से निकली राख (फ्लाई ऐश) के माल भाड़े में 14 प्रतिशत कमी किए जाने की घोषणा की है। इसके अलावा पेट्रोल और डीजल पर माल भाड़ा पांच प्रतिशत कम किया गया है।

बीएसई का सेंसेक्स सत्र की शुरुआत में कल के 17,650.57 अंक की तुलना में करीब 150 अंक ऊपर 17,799.56 अंक पर मजबूत खुला और इसके बाद इसमें बहुत उठापटक नहीं देखी गई। सेंसेक्स ऊंचे में 17,860.10 अंक और नीचे में 17,678.74 अंक तक गिरने के बाद समाप्ति पर कुल 155.62 अंक अर्थात 0.88 प्रतिशत की बढ़त से 17,806.19 अंक पर बंद हुआ।

निफ्टी कल के 5,200.70 अंक की तुलना में 5,200.80 अंक पर मामूली ऊपर और यह इसका निचला स्तर भी रहा। ऊंचे में 5,181.20 अंक तक चढ़ने के बाद समाप्ति पर कुल 1.33 प्रतिशत अर्थात 69.35 अंक की बढ़त से 5,270.05 अंक पर बंद हुआ।

भारतीय सूचना कम्पनियों के एडीआर में गत दिवस आई बढ़त का असर यहां भी इस क्षेत्र के शेयरों पर देखने को मिला।

मिडकैप और स्मॉलकैप के सूचकांकों में क्रमशः 96.45 तथा 122.21 अंक की बढ़त रही। इंजीनियरिंग कम्पनियों का सूचकांक 324.09 अंक, धातु 270.85 अंक, तेल व गैस 157.38 तथा अचल सम्पत्ति वर्ग का सूचकांक 247.18 अंक ऊपर रहा।

बीएसई में मध्यम और लघु कम्पनियों को मिले समर्थन से रुख सकारात्मक रहा। सत्र में कुल 2,785 कम्पनियों के शेयरों में कामकाज हुआ। इसमें से 1,652 अर्थात 59.32 प्रतिशत कम्पनियों के शेयर लाभ में थे जबकि 1,074 अर्थात 38.56 में नुकसान और 59 में स्थिरता रही। सेंसेक्स की तीस कम्पनियों 19 फायदे और 11 घाटे में थीं।

सेंसेक्स में सीमेंट वर्ग की अग्रणी ग्रासिम इंडस्ट्रीज का शेयर सबसे अधिक 5.06 प्रतिशत लाभ में रहा। इसमें 3,042.70 रुपए पर 146.65 रुपए की भारी बढ़त देखने को मिली। रिलायंस एनर्जी का शेयर कम्पनी के पुनर्खरीद के लिए पांच को निदेशक मंडल की बैठक होने की खबरों से 4.59 प्रतिशत अर्थात 74.55 रुपए चढ़कर 1,697.25 रुपए पर बंद हुआ।

सीमेंट वर्ग की दूसरी बड़ी एसीसी के शेयर में 830.90 रुपए पर 1.53 प्रतिशत और अम्बुजा सीमेंट में 123.55 रुपए पर 0.65 प्रतिशत का फायदा हुआ। सूचकांक में सर्वाधिक भारांक वाला रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 0.94 प्रतिशत अर्थात 24.05 रुपए बढ़कर 2,575.75 रुपए पर पहुंच गया। गुजरात से ऑर्डर मिलने के समाचारों से भेल के शेयर में 2,180.55 रुपए पर 95.45 रुपए की तेजी थी।

एचडीएफसी बैंक, हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, मारुति सुजुकी, ओएनजीसी, विप्रो, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक, एनटीपीसी, रिलायंस कम्युनिकेशंस, हिंडाल्को, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा और टाटा स्टील के शेयर भी चढ़े।

घाटे वाले शेयरों में भारती एयरटेल में सर्वाधिक 1.38 प्रतिशत अर्थात पौने बारह रुपए का नुकसान हुआ। इसका शेयर 838.80 रुपए का रह गया। एचडीएफसी, टाटा मोटर्स, एसबीआई, आईटीसी लिमिटेड, बजाज ऑटो, सिप्ला लिमिटेड, टीसीएस, रैनबैक्सी लैब, डीएलएफ और सत्यम कम्प्यूटर में भी घाटा रहा।

शेयर बाजार अच्छी बढ़त पर

वैश्विक बाजारों में आई अच्छी रैली की बदौलत और एक अच्छे रेल बजट के प्रभाव से आज देश के शेयर बाजार एक बढ़िया कारोबार दिखा रहे हैं। फिलहाल सेंसेक्स 323 और निफ्टी 94 अंक ऊपर है। बीएसई के मिडकैप व स्मॉलकैप सूचकांक सहित सभी क्षेत्रीय सूचकांकों में तेजी है।

बीएसई पर सबसे ज्यादा बढ़त ऊर्जा, पूंजीगत वस्तु, धातु और पीएसयू क्षेत्र के सूचकांकों में, दो फीसदी से भी ज्यादा की, है। बैंकिंग, टिकाऊ उपभोक्ता, एफएमसीजी, फार्मा, तेल व गैस और अचल सम्पत्ति क्षेत्र के सूचकांक एक फीसदी से ज्यादा की बढ़त पर हैं।

यहां सेंसेक्स में शामिल तीस शेयरों में से भेल, एचडीएफसी, हिंडाल्को, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक, ओएनजीसी, एनटीपीसी, रिलायंस एनर्जी, रिलायंस कम्युनिकेशन और टाटा स्टील के शेयर सबसे आगे हैं। सेंसेक्स पर गिरने वाले शेयरों में बजाज ऑटो और इंफोसिस के शेयर हैं।

सुबह 10:24 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 18,130.17 के स्तर पर 323.98 अंक ऊपर और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,364.60 के स्तर पर 94.55 अंक ऊपर कारोबार कर रहा है।

सुबह 9:56 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,983.42 के स्तर पर 177.23 अंक ऊपर और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,296.80 के स्तर पर 26.75 अंक ऊपर कारोबार कर रहा है।

वैश्विक बाजारों में आई अच्छी रैली की बदौलत और एक अच्छे रेल बजट के प्रभाव से आज देश के शेयर बाजारों ने एक बढ़िया शुरुआत की है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 177 और निफ्टी 26 अंक ऊपर है। बीएसई के मिडकैप व स्मॉलकैप सूचकांक सहित सभी क्षेत्रीय सूचकांकों में तेजी है। सबसे ज्यादा बढ़त पूंजीगत वस्तु और ऊर्जा क्षेत्र के सूचकांकों में, दो फीसदी से भी ज्यादा की, है।

यहां सेंसेक्स पर सभी तीस शेयर तेजी पर हैं जिनमें भेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल, एसीसी, रिलायंस एनर्जी, आईसीआईसीआई बैंक के शेयर सबसे आगे हैं।

एशियाई बाज़ार में मजबूती

एशियाई बाजारों में भी आज मजबूत रैली देखी जा रही है। हांगकांग का हैंगसेंग 2.86 फीसदी ऊपर है। जापान के निक्केई में 1.39 फीसदी और ताइवान के ताइवान व्हेटेड में 1.43 फीसदी की तेजी है। सिंगापूर के स्ट्रेट टाइम्स में 1.57 फीसदी और दक्षिण कोरिया के सियोल कम्पोजिट में 0.91 फीसदी की खरीद है।

सेसेंक्स में 277 अंको की उछाल

मुम्बई. विश्व बाजार में तेजी और फंडो की जबरदस्त खरीद-फरोस्त के कारण आज सेसेंक्स में 277 अंको की उछाल दर्ज की गई है।

बीएसई का सेंसेक्स सत्र की शुरुआत में पहले पांच मिनट के कारोबार के साथ ही करीब 277 अंक ऊपर 18,083.56 अंक पर पहुंच गया।

निफ्टी भी 82.10 की बढ़र के साथ 5,352 पर पहुंच गया।

Tuesday, 26 February 2008

गोदरेज प्रॉपर्टीज का आईपीओ आवेदन जल्द

नई दिल्ली। गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष आदि गोदरेज ने कहा है कि समूह की अचल सम्पत्ति कारोबार की कम्पनी गोदरेज प्रॉपर्टीज कुछ दिनों में सार्वजनिक प्रारम्भिक निर्गम (आईपीओ) के लिए प्रारुप शेयर बाजारों की नियामक संस्था भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास जमा कराएगी।

गोदरेज ने आज यहां एक टेलीविजन चैनल के साथ बातचीत में कहा कि कम्पनी का करीब दस प्रतिशत हिस्सा आईपीओ के जरिए बेचा जाएगा और इसके लिए कुछ ही दिनों में सेबी के पास आवेदन कर दिया जाएगा।

गोदरेज प्रॉपर्टीज वर्तमान में मुम्बई, पुणे, कोलकाता, बेंगलूरु और हैदराबाद में करीब दो करोड़ वर्गफुट के विकास में लगी हुई है।

रिलायंस एनर्जी की शेयर पुर्नखरीद योजना

नई दिल्ली। अनिल धीरुभाई अम्बानी समूह की रिलायंस एनर्जी लिमिटेड की अपने शेयरों की पुर्नखरीद की योजना है।

कम्पनी ने मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) को इस संबंध में भेजी सूचना में कहा है कि शेयर पुर्नखरीद के प्रस्ताव पर विचार करने के लिए निदेशक मंडल की बैठक पांच मार्च को बुलाई गई है।

शेयर बाजार बढ़त पर बंद

आज देश के शेयर बाजारों ने एक साधारण बढ़त पर कारोबार किया और ज्यादा हलचल के बिना बंद हुए। शेयर बाजारों को वैश्विक बाजारों से अच्छे संकेत मिलने के बावजूद यहां काफी बड़ी तेजी देखने को नहीं मिली। शेयर बाजारों को अमेरिकी और एशियाई बाजारों से सकारात्मक संकेत मिले थे। आज सेंसेक्स 155 और निफ्टी 69 अंक ऊपर बंद हुए।

आज की बढ़त में ऊर्जा और अचल सम्पत्ति क्षेत्र ने दो फीसदी, आईटी, धातु, तेल व गैस और पीएसयू क्षेत्र ने एक फीसदी से ज्यादा की तेजी दिखाई। बीएसई पर कोई भी सूचकांक गिरावट पर नहीं रहा। मिडकैप व स्मॉलकैप सूचकांक भी एक फीसदी से ज्यादा चढ़े।

सेंसेक्स पर बढ़ने वाले शेयरों में ग्रासिम, रिलायंस एनर्जी, भेल, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, मारुति सुजुकी, एसीसी, ओएनजीसी और विप्रो सबसे आगे रहे। गिरने वाले शेयरों में भारती एयरटेल, एचडीएफसी, टाटा मोटर्स, एसबीआई, आईटीसी, बजाज ऑटो, सिप्ला, टीसीएस, रैनबैक्सी और डीएलएफ के शेयर शामिल हैं।

कारोबार की समाप्ति पर

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,806.19 के स्तर पर 155.62 अंक ऊपर और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,270.05 के स्तर पर 69.35 अंक ऊपर बंद हुआ।

दोपहर 2:09 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,737.03 के स्तर पर 86.46 अंक ऊपर और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,240.90 के स्तर पर 40.20 अंक ऊपर कारोबार कर रहा है।

इस समय बीएसई पर सभी क्षेत्रीय सूचकांक बढ़त पर हैं। मिडकैप व स्मॉलकैप सूचकांक सहित पूंजीगत वस्तु, धातु, ऊर्जा, पीएसयू और अचल सम्पत्ति क्षेत्र एक फीसदी से ज्यादा की तेजी पर हैं।

सेंसेक्स पर बढ़ने वाले शेयरों में रिलायंस एनर्जी, ग्रासिम, भेल, एचडीएफसी बैंक, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, इंफोसिस, ओएनजीसी, एसीसी, मारुति सुजुकी और आईसीआईसीआई बैंक सबसे आगे हैं। गिरने वाले शेयरों में भारती एयरटेल, सत्यम कम्प्यूटर्स, आईटीसी, सिप्ला, एचडीएफसी, टीसीएस, रैनबैक्सी, एसबीआई, विप्रो और हिंडाल्को के शेयर शामिल हैं।

सेंचुरियन बैंक के शेयर पर नजर

तकनीकी सलाहकार, विजय भम्बवानी का मानना है कि सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब के शेयर को 45 रुपए पर समर्थन प्राप्त है।

भम्बवानी ने बताया, “मैं नहीं समझता कि सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब का शेयर काफी ज्यादा गिरकर 45 रुपए के नीचे जाएगा। इस स्तर को मैं निचला समर्थन स्तर मानता हूं। व्यावसायिक गतिविधियों/खबरों के कारण शेयर मूल्य में आई हलचल के कारण एचडीएफसी बैंक के शेयर और इसके मूल्य पर भी नजर रखना महत्वपूर्ण हो गया है।”

उन्होंने आगे कहा, “यदि इनमें गिरने की आशंका की बात की जाए तो दोनों की बैंक के शेयर 20 फीसदी से ज्यादा गिरने की आशंका नजर नहीं आती। दूसरी ओर जाने पर इनमें 40-50 फीसदी बढ़त हो सकती है। तो जोखिम का फायदा ऐसे दीर्घकालीन निवेशकों को मिलेगा, जो चार से छः तिमाहियों तक इसे रख सकते हैं।”

माल भाड़े में कमी चाहते हैं उद्योग

कम्पनी जगत रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव से रेल भाड़े में एक प्रतिशत की कमी की उम्मीद कर रहा है। यादव 2008-09 का रेल बजट आज लोकसभा में पेश करेंगे।

उद्योग मंडल एसोचैम की कल यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार कम्पनियों को मानना है कि 2008-09 में यात्री और माल ढुलाई में 15 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि रेल मंत्री यात्री किरायों में कोई बढ़ोतरी नहीं करें और माल भाड़े में एक प्रतिशत की कमी करें।

एसोचैम की आज यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया हे कि यह राय 300 कम्पनियों के बीच कराए गए सर्वेक्षण में 210 कम्पनियों के प्रमुखों ने कहा कि रेल मंत्री रेलवे की बचत का लाभ आम आदमी तक पहुंचाने के लिए यात्रियों पर अतिरिक्त किराए का बोझ नहीं डालेंगे। यह भी सम्भव है कि वे सभी वर्ग के औद्योगिक उत्पादकों के भाड़े में एक प्रतिशत की कमी भी करें ताकि मुद्रा स्फ्रीति को काबू में रखने में मदद मिल सके।

सर्वेक्षण में 90 कम्पनियों के प्रमुखों ने कहा कि चुनावी वर्ष होने को देखते हुए रेल मंत्री लोकसभा लुभावन उपाय के तौर पर रेल भाड़े में 10-12 प्रतिशत की कमी कर सकते हैं लेकिन माल भाड़े में कोई कटौती की उम्मीद नहीं है।

साठ प्रतिशत कम्पनी प्रमुखों ने कहा कि 2008-09 में रेलवे की माल भाड़ा आय कम सेकम 22 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। 2006-07 की 15-17 प्रतिशत वृद्धि की तुलना में माल भाड़े में चालू वित्त वर्ष में करीब 20 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान है।

शेयर बाजारों में बढ़त

आज देश के शेयर बाजार एक सामान्य बढ़त पर खुले हैं। शेयर बाजारों को अमेरिकी और एशियाई बाजारों से सकारात्मक संकेत मिले हैं। आज रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव रेल बजट पेश कर्ने जा रहे हैं। एक अच्छे रेल बजट की उम्मीद में भी बाजार सकारात्मक खुले है। फिलहाल यहां सेंसेक्स 146 और निफ्टी 47 अंक ऊपर है।

इस समय बीएसई पर सभी क्षेत्रीय सूचकांक बढ़त पर हैं। मिडकैप व स्मॉलकैप सूचकांक सहित बैंकिंग, टिकाऊ उपभोक्ता, पूंजीगत वस्तु, धातु ऊर्जा, पीएसयू और अचल सम्पत्ति क्षेत्र एक फीसदी से ज्यादा की तेजी पर हैं।

सुबह 10:40 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,796.76 के स्तर पर 146.19 अंक ऊपर और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,248.35 के स्तर पर 47.65 अंक ऊपर कारोबार कर रहा है।

सुबह 9:57 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,785.25 के स्तर पर 134.68 अंक ऊपर और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,246.35 के स्तर पर 45.65 अंक ऊपर कारोबार कर रहा है।

आज देश के शेयर बाजार एक सामान्य बढ़त पर खुले है। बाजारों को अमेरिकी और एशियाई बाजारों से सकारात्मक संकेत मिले हैं। शुरुआती कारोबार में बैंकिंग, फार्मा, ऊर्जा और अचल सम्पत्ति क्षेत्र में मजबूत खरीद आई है और टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र को छोड़कर बाकी क्षेत्र बढ़त में हैं। टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र दो फीसदी की गिरावट पर है।

अमेरिकी बाजार में उछाल

साख निर्धारण करने वाली एजेंसी एसएंडपी द्वारा बॉन्ड जारी करने वाली दो बड़ी संस्थाओं एमबीआईए और एम्बाक की ‘ट्रिपल ए रेटिंग’ बरकरार रखे जाने के बाद अमेरिकी बाजारों में अच्छा उछाल आया।
कल डाओ जोंस 189.20 अंक चढ़कर 12,570.22 पर बंद हुआ। एसएंडपी500 सूचकांक 18.69 अंक बढ़ा और 1,371.80 पर बंद हुआ जबकि नैस्डेक में 24.13 अंकों की तेजी रही और यह 2,327.48 अंक पर बंद हुआ।

एशियाई बाजार में मजबूती

एशियाई बाजार भी आज मजबूती दिखा रहे हैं। हांगकांग का हैंगसेंग 1.71 फीसदी ऊपर है। जापान के निक्केई में 0.50 फीसदी और ताइवान के ताइवान व्हेटेड में 0.67 फीसदी की तेजी है। सिंगापूर के स्ट्रेट टाइम्स में 1.15 फीसदी और दक्षिण कोरिया के सियोल कम्पोजिट में 0.24 फीसदी की खरीद है।

Monday, 25 February 2008

शेयर बाजार में गिरावट आई

आज सुबह बढ़त पर खुले शेयर बाजार अब हल्की गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं।

इस समय बैंकिंग, टिकाऊ उपभोक्ता और धातु क्षेत्रों में ज्यादा बिकवाली देखी जा रही है। टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र दो फीसदी से ज्यादा और बैंकिंग व धातु क्षेत्र एक फीसदी से ज्यादा की गिरा है। ऑटो, पूंजीगत वस्तु, ऊर्जा, पीएसयू और अचल सम्पत्ति में भी हल्की गिरावट है। हालांकि आईटी, फार्मा, तकनीकी और तेल व गैस क्षेत्र हल्की बढ़त पर हैं।

सेंसेक्स पर बढ़ने वाले शेयरों में मारुति सुजुकी, रैनबैक्सी, विप्रो, सत्यम कम्प्यूटर्स, इंफोसिस, एसीसी, ओएनजीसी, रिलायंस, सिप्ला और आईटीसी के शेयर हैं जबकि बजाज ऑटो, एचडीएफसी बैंक, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, एसबीआई, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, हिंडाल्को, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल और एचडीएफसी के शेयर सबसे ज्यादा गिरावट पर हैं।

दोपहर 12:31 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,314.20 के स्तर पर 34.87 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,100.50 के स्तर पर 10.25 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

बजट से पहले शेयर बाजार अस्थिर रहेंगे

नई दिल्ली। देश के शेयर बाजारों में आगामी सप्ताह सतर्क माहौल के बीच उतार-चढ़ाव का दौर बने रहने की सम्भावना है। उधर 22 फरवरी को समाप्त हुए सप्ताह में मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 766.18 अंकों यानी 4.23 प्रतिशत की गिरावट से 17,349.07 पर आ गया। राष्ट्रीय शेयर बाजार (एनएसई) का निफ्टी भी 192.15 अंक अर्थात 3.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,110.75 अंक पर आ गया।

बाजार विश्लेषकों का कहना है कि आगामी सप्ताह उतार-चढ़ाव की अधिक सम्भावना है और निवेशकों को सतर्कता के साथ निवेश पर जोर देना चाहिए। गुरूवार को ‘फ्यूचर एंड ऑप्शन’ का निपटान होना है और उसी दिन संसद में आर्थिक समीक्षा भी पेश होगी जिसमें अर्थव्यवस्था के बारे में सटीक सूचनाएं मिल सकेंगी। इसके एक दिन बाद आम बजट पेश होना है।

दिल्ली शेयर बाजार के पूर्व अध्यक्ष और ग्लोब कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड के प्रमुख अशोक कुमार अग्रवाल के मुताबिक वोकहार्ट हॉस्पिटल, एम्मार एमजीएफ और एसईवीसी कंस्ट्रक्शन के प्रारम्भिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मिले कमजोर समर्थन से जो निराशा और घबराहट की स्थिति बनी थी, वह आरइसी के आईपीओ को करीब 28 गुना ज्यादा अभिदान मिलने से कम हुई है।

अग्रवाल का कहना है कि इसके बावजूद सतर्कता के साथ मूलभूत रुप से मजबूत कम्पनियों के शेयरों में ही निवेश अधिक सुरक्षित रहेगा। राय में सीमेंट कम्पनियों में बहुत अच्छे अवसर नहीं हैं, किंतु एफएमसीजी, बैंकिंग और ऑटोमोबाईल को समर्थन मिल सकता है।

आईपीओ की वैल्यू बढ़ाने-चढ़ाने पर लगाम की तैयारी

आईपीओ की कीमत तय करने पर विवादों के मद्देनजर सरकार ने चार्टर्ड अकाउंटेंटों की शीर्ष संस्था आईसीएआई को एक स्टडी करने का निर्देश दिया है। सरकार ने कहा है कि संस्था निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए उपाय सुझाए।

कॉरपोरेट मामलों के मंत्री प्रेमचंद गुप्ता ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संस्था आने वाले समय में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। आईसीएआई की स्टडी में इस बात का आकलन किया जाएगा कि भारत और दूसरे देशों की प्रक्रिया में क्या फर्क है। आईसीएआई के प्रेजिडेंट वेद जैन ने बताया कि इंस्टिट्यूट ने इस बारे में टेक्निकल एक्सपर्ट्स के ग्रुप का गठन कर दिया है। हमारा फोकस इस बात पर होगा कि ट्रांसपैरंसी कायम की जाए, ताकि जानकारी न रखने वाले इन्वेस्टरों को चूना न लगाया जा सके।

यह समस्या तब सामने आई, जब कुछ कंपनियों के पब्लिक इश्यू लिस्टिंग के दिन या उसके तुरंत बाद इश्यू प्राइस से नीचे चले जाते हैं। इससे इन्वेस्टरों को नुकसान होता है। रपटों के मुताबिक, पिछले साल 85 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए 22 हजार करोड़ रुपये जुटाए। इनमें 37 कंपनियों के शेयर कम कीमत पर चल रहे हैं। कुछ की कीमत तो 68 फीसदी तक कम हो चुकी है। यहां तक कि रिलायंस पावर का मेगा पब्लिक इश्यू भी लिस्टिंग के दिन ही घाटा दे गया। एम्मार और वोकहार्ट को अपने ऊंचे प्रीमियम वाले आईपीओ वापस लेने पड़े, क्योंकि मार्केट में उन्हें रेस्पॉन्स नहीं मिला।

आईआरबी की लिस्टिंग आज

आईआरबी इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपर्स लिमिटेड ने कहा है कि वह सोमवार को शेयर बाजार में लिस्ट होगी। कंपनी ने पिछले महीने आईपीओ के जरिये 944 करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी ने 185 रुपये से 220 रुपये के प्राइस बैंड में निचले स्तर पर इश्यू प्राइस तय किया है। कंपनी ने आईपीओ के जरिये 5.1 करोड़ इक्विटी शेयरों की पेशकश की थी। इश्यू चार गुणा से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था।

कंपनी ने बताया कि उसे 239 किलोमीटर लंबे सूरत-दहिसर खंड को विकसित करने के लिए ठेका हासिल किया है। प्रोजेक्ट में लगभग 2600 करोड़ रुपये का पूंजी खर्च आएगा।

रिलायंस पावर के निवेशकों को बोनस शेयर का तोहफा

अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की कंपनी ने स्टॉक मार्केट में चोट खाए रिलायंस पावर के निवेशकों को बोनस शेयर का तोहफा देने का एलान किया है। कंपनी ने हर पांच शेयरों पर तीन बोनस शेयर देने की घोषणा की है।

कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की रविवार को हुई बैठक में लिए गए फैसले के बारे में चेयरमैन अनिल अंबानी ने बताया कि निवेशकों को हर पांच शेयरों पर तीन बोनस शेयर दिए जाएंगे। कंपनी ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि बोनस शेयर मुफ्त में मिलेंगे। अनिल अंबानी ने बताया कि बोनस शेयर कंपनी के प्रमोटर्स को नहीं मिलेगा। गौरतलब है कि कंपनी के प्रमोटर्स के पास ही करीब 90 प्रतिशत शेयर हैं।

अंबानी ने कहा कि इस घोषणा से रिलायंस एनर्जी के शेयरधारकों को कोई फर्क न पडे़ इसके लिए वह इस कंपनी के शेयरधारकों को ढाई प्रतिशत व्यक्तिगत शेयर देने की पेशकश करेंगे। बोनस इश्यू के बाद खुदरा निवेशकों के लिए शेयर की कीमत 269 रुपये और अन्य निवेशकों को 281 रुपये पड़ेगी। कंपनी ने आईपीओ के जरिए बेचे गए शेयर की कीमत 450 रुपये रखी थी, जबकि खुदरा निवेशकों को 20 रुपये की छूट दी गई थी। इस समय कंपनी के कुल 10 प्रतिशत शेयर खुदरा निवेशकों के पास है जो बोनस इश्यू के बाद बढ़कर 15 प्रतिशत हो जाएंगे।

अनिल इंफ्राटेल के इश्यू की तैयारी में

मुंबई. रविवार का दिन रिलायंस सेंटर, बालार्ड स्ट्रीट पर अक्सर काफी व्यस्त रहता है। अनिल अंबानी ने उनके ही शब्दों में इतिहास की सबसे अभूतपूर्व घटना (यानी रिलायंस पावर के बोनस इश्यू) को कवर करने के लिए पत्रकारों को बुला लिया। अनिल अंबानी और उनके साथियों ने तमाम मसलों पर बेबाकी से राय जाहिर की-

क्या रिलायंस पावर आईपीओ का मूल्य बहुत ज्यादा था?
- आपको उन 50 लाख रिटेल निवेशकों और 500 संस्थागत निवेशकों के प्रति अच्छी राय रखनी चाहिए जिन्होंने 7,50,000 करोड़ रुपए दांव पर लगाए थे। अगर यह महंगा होता तो वे लोग इतना पैसा क्यों लगाते।

सेबी को शिकायत के बारे में
-आप सही सोच रहे हैं। हमने औपचारिक शिकायत की है कि मारीशस के सात फंडों ने भारी बिकवाली की है। अगर इस तरह की बिकवाली से कीमतें गिराई जाती हैं तो सेबी जांच कर सकता है।

बोनस इश्यू पर रिलायंस एनर्जी के शेयरधारकों की प्रतिक्रिया क्या होगी?
-रिलायंस पावर में मेरी व्यक्तिगत हिस्सेदारी 45 फीसदी से घटकर 40 फीसदी हो जाएगी। रिलायंस एनर्जी को मैं खुद 2.6 फीसदी हिस्सेदारी दे रहा हूं। क्या शेयरधारक मेरा तोहफा भी स्वीकार नहीं करेंगे।

आने वाले आईपीओ के बारे में
-रिलायंस इंफ्राटेल का प्रास्पेक्टस दाखिल किया है। सेबी की मंजूरी का इंतजार है। सही वक्त पर हम आईपीओ लांच कर देंगे।

चिदंबरम से क्यों उम्मीद करता है शेयर बाजार

शेयर बाजार अब नए उत्साह के लिए वित्त मंत्री पी चिदंबरम से ही उम्मीद करता है तो उसके कारण हैं। जनवरी में गिरावट के बाद से ही अंतरराष्ट्रीय कारकों ने सेंसेक्स को लगातार गिराया है। अब कई विश्लेषकों को लग रहा है कि बाजार में खरीद-फरोख्त का सही वक्त आ रहा है।

जेएम म्यूचुअल फंड के प्रमुख निवेश अधिकारी संदीप सभरवाल की राय है कि बुनियादी घटकों की मजबूती का तर्क अब भी पहले की तरह काम कर रहा है। कई शेयरों में अच्छा मूल्य दिखाई दे रहा है। उन्हें बेचने के बजाय खरीदने का वक्त है। निवेश का जोखिम अभी कम ही है। सभरवाल ने अपने ग्राहक निवेशकों से कहा है कि अगले सप्ताह बाजार में सुधार दिखाई देगा, इसलिए संदेह को त्याग देना चाहिए।

सेंट्रम ब्रोकिंग के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर आर बालाकृष्णन की राय में जब तक विदेशी निवेशक बाजार में नहीं आते तब तक लोगों से खरीदी का आग्रह करना थोड़ा कठिन फैसला है। भारतीय बाजार विदेशी धन से चलते हैं। विदेशी निवेशक इंतजार कर रहे हैं और घरेलू समर्थन भी ज्यादा उपलब्ध नहीं है, इसलिए बाजार कमजोर दिखाई दे रहा है।

बालाकृष्णन कहते हैं कि विदेशी निवेशक बहुत सकारात्मक दिखाई नहीं देते हैं। विदेशी बाजार स्थानीय बाजार की तुलना में ज्यादा गिरे हैं। इसलिए भारतीय बाजार दूसरों से ज्यादा महंगा दिखाई दे रहा है। गोल्डमैन साक्स की रिपोर्ट भी इस बात का समर्थन करती है। मौजूदा गिरावट के बाद भी बाजार 2008 के पीई का 20 गुना चल रहा है। बुक वैल्यू का 4.4 गुना और 2008 के नकद प्रवाह का 18 गुना है।

एशियाई बाजारों की मजबूत शुरुआत

आज एशियाई बाजारों ने शुरुआती कारोबार में अच्छी तेजी दिखाई है। निक्केई, स्ट्रेट टाइम्स, कॉस्पी, ताइवान, शंघाई सभी बाजारों में अच्छी बढ़त देखी जा रही है।

शुरुआती दौर में बाजार में तेजी

विदेशी बाजारों से मिल रहे अच्छे संकेतों की मदद लेते हुए भारतीय बाजारों ने अच्छी शुरुआत की। उर्जा, दूरसंचार और पूंजीगत वस्तु क्षेत्रों में अच्छी खरीदारी देखी गई।

सुबह 9 बजकर 56 मिनट पर मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 166 अंक की बढ़त के साथ 17,515 के स्तर पर खुला। और राष्ट्रीय शेयर बाजार (एनएसई) का निफ्टी 40 अंक की बढ़त के साथ 5,150 के स्तर पर खुला।

शुरुआती कारोबार में बढ़ने वाले शेयरों में रिलायंस पेट्रोलियम, रिलायंस एनर्जी, रिलायंस पावर, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, हिंडाल्को, एमएंडएम, एलएंडटी, एचसीएल टेक, गेल, एबीबी, रिलायंस कम्यूनिकेशन और मारुति शामिल थे।

Saturday, 23 February 2008

अमेरिकी बाजार बढ़त पर बंद

हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन अमेरिकी बाजारों में बढ़त देखने को मिली। डाओ जोंस करीब 100 अंक चढ़ने में कामयाब रहा। वहीं नैस्डेक में मामूली बढ़त देखी गई। जबकि एसएंडपी500 सूचकांक भी चढ़कर बंद हुआ। कल दो चढ़ने वाले शेयरों के मुकाबले एक में गिरावट थी।

शुकर्वार को बाज़ार गिरावट पर बंद हुए

कल की तेजी के बाद आज देश के शेयर बाजार एक बार फिर लुढ़क गए। आज सेंसेक्स दो फीसदी से ज्यादा और निफ्टी डेढ़ फीसदी से ज्यादा की गिरावट लेकर क्रमशः 385 और निफ्टी 81 अंक नीचे बंद हुए हैं।

आज महंगाई दर के नौ फरवरी को खत्म सप्ताह के आंकड़े भी आ गए। इस दौरान महंगाई दर बढ़कर 4.35 फीसदी हो गई है जबकि बाजार को 4.11 फीसदी की महंगाई दर का अनुमान था। इस खबर के कारण भी बाजार में निराशा बढ़ी।

इससे पहले अमेरिकी बाजारों ने कल गिरावट भरा कारोबार दिखाया था जिसके बाद आज एशियाई बाजार और फिर भारतीय बाजारों में भी कमजोरी आई।

आज के कारोबार में, कल जबर्दस्त तेजी दिखाने वाले आईटी सूचकांक के अलावा बैंकिंग सूचकांक भी तीन फीसदी से ज्यादा गिर गया। तेल व गैस और तकनीकी क्षेत्र में दो फीसदी से ज्यादा तथा ऑटो, पूंजीगत वस्तु, ऊर्जा और पीएसयू क्षेत्र में एक फीसदी से ज्यादा की बिकवाली देखी गई। हालांकि टिकाऊ उपभोक्ता और फार्मा क्षेत्र हल्की तेजी पर बंद हुए।

सेंसेक्स पर बढ़ने वाले शेयरों में सिप्ला, हिंडाल्को और मारुति सुजुकी के शेयर रहे जबकि बजाज ऑटो, एचडीएफसी बैंक, सत्यम कम्प्यूटर्स, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, एसबीआई, रिलायंस, एचडीएफसी, रिलायंस एनर्जी और अम्बुजा सीमेंट के शेयर सबसे ज्यादा गिरावट पर रहे।

कारोबार की समाप्ति पर

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,349.07 के स्तर पर 385.61 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,110.75 के स्तर पर 81.05 अंक नीचे बंद हुआ।

दोपहर 3:07 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,354.73 के स्तर पर 379.95 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,106.95 के स्तर पर 84.85 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

इस समय, कल जबर्दस्त तेजी में रहे आईटी सूचकांक में तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट है, बैंकिंग, ऑटो, तकनीकी और तेल व गैस क्षेत्र में दो फीसदी से ज्यादा की बिकवाली देखी जा रही है। हालांकि टिकाऊ उपभोक्ता और फार्मा क्षेत्र हल्की तेजी पर हैं।

सेंसेक्स पर बढ़ने वाले शेयरों में सिप्ला, हिंडाल्को, टाटा स्टील और मारुति सुजुकी के शेयर हैं जबकि बजाज ऑटो, एचडीएफसी बैंक, सत्यम कम्प्यूटर्स, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, एचडीएफसी, एसबीआई, रिलायंस, टीसीएस और महिन्द्रा एंड महिन्द्रा के शेयर सबसे ज्यादा गिरावट पर हैं।

दोपहर 2:07 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,447.61 के स्तर पर 287.07 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,131.40 के स्तर पर 60.40 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

इस समय, कल जबर्दस्त तेजी में रहे आईटी सूचकांक में ढाई फीसदी के आसपास की गिरावट है, बैंकिंग क्षेत्र में भी दो फीसदी से ज्यादा गिरा है। ऑटो, तकनीकी, तेल व गैस और ऊर्जा क्षेत्र में एक फीसदी से ज्यादा की बिकवाली देखी जा रही है। हालांकि टिकाऊ उपभोक्ता, धातु और फार्मा क्षेत्र हल्की तेजी पर हैं।

सेंसेक्स पर बढ़ने वाले शेयरों में सिप्ला, हिंडाल्को और ग्रासिम के शेयर हैं जबकि बजाज ऑटो, सत्यम कम्प्यूटर्स, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, इंफोसिस, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, रिलायंस, टीसीएस और भारती एयरटेल के शेयर सबसे ज्यादा गिरावट पर हैं।

दोपहर 1:28 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,386.89 के स्तर पर 347.79 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,107.25 के स्तर पर 85.55 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

इस समय कल जबर्दस्त तेजी में रहे आईटी सूचकांक में ढाई फीसदी से ज्यादा की गिरावट है, बैंकिंग ऑटो और तकनीकी क्षेत्र में भी दो फीसदी से ज्यादा की और पूंजीगत वस्तु, ऊर्जा और पीएसयू क्षेत्र में एक फीसदी से ज्यादा की बिकवाली देखी जा रही है। हालांकि टिकाऊ उपभोक्ता और फार्मा क्षेत्र हल्की तेजी पर हैं।

सेंसेक्स पर बढ़ने वाले शेयरों में सिप्ला, हिंडाल्को और ग्रासिम के शेयर हैं जबकि बजाज ऑटो, सत्यम कम्प्यूटर्स, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, एचडीएफसी, रिलायंस और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर सबसे ज्यादा गिरावट पर हैं।

दोपहर 12:44 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,475.41 के स्तर पर 259.27 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,133.50 के स्तर पर 58.30 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

इस समय कल जबर्दस्त तेजी में रहे आईटी सूचकांक में ढाई फीसदी की गिरावट है, बैंकिंग क्षेत्र में भी दो फीसदी और ऑटो, तकनीकी, तेल व गैस क्षेत्रों में एक फीसदी से ज्यादा की बिकवाली देखी जा रही है। हालांकि टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र एक फीसदी से ज्यादा और फार्मा क्षेत्र हल्की तेजी पर है।

सेंसेक्स पर बढ़ने वाले शेयरों में सिप्ला, हिंडाल्को, एसीसी, ग्रासिम और एलएंडटी स्टील के शेयर हैं जबकि बजाज ऑटो, सत्यम कम्प्यूटर्स, टीसीएस, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, रिलायंस और एसबीआई के शेयर सबसे ज्यादा गिरावट पर हैं।

सुबह 11:59 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,362.29 के स्तर पर 372.39 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,100.35 के स्तर पर 90.85 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

इस समय बैंकिंग, आईटी और तेल व गैस क्षेत्रों में दो फीसदी से ज्यादा की बिकवाली देखी जा रही है। ऑटो, पूंजीगत वस्तु, ऊर्जा, पीएसयू और तकनीकी क्षेत्र एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट पर हैं।

सेंसेक्स पर बढ़ने वाले शेयरों में सिप्ला, हिंडाल्को, एसीसी, ग्रासिम और टाटा स्टील के शेयर हैं जबकि सत्यम कम्प्यूटर्स, बजाज ऑटो, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, रिलायंस एनर्जी, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, रिलायंस, विप्रो और एसबीआई के शेयर सबसे ज्यादा गिरावट पर हैं।

सुबह 11:22 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,429.86 के स्तर पर 304.82 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,120.20 के स्तर पर 71.60 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

इस समय बैंकिंग, आईटी और तेल व गैस क्षेत्रों में दो फीसदी से ज्यादा की बिकवाली देखी जा रही है। ऑटो, पूंजीगत वस्तु, ऊर्जा, पीएसयू और तकनीकी क्षेत्र एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट पर हैं।

सेंसेक्स पर बढ़ने वाले शेयरों में सिप्ला, हिंडाल्को, एसीसी और टाटा स्टील के शेयर हैं। जबकि महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, रिलायंस एनर्जी, बजाज ऑटो, सत्यम कम्प्यूटर्स, विप्रो, टीसीएस और इंफोसिस के शेयर सबसे ज्यादा गिरावट पर हैं।

सुबह 9:56 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,498.16 के स्तर पर 236.52 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,111.55 के स्तर पर 80.25 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

इस समय भेल, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस एनर्जी, ग्रासिम, ओएनजीसी, एसबीआई, एचडीएफसी के शेयर डेढ़ फीसदी से ज्यादा की गिरावट पर हैं।

ब्याज दरों में कटौती से सेंसेक्स का लुढ़कना जारी

मुंबईः ब्याज दरों में हाल में हुई कटौती से बैंकों की आय प्रभावित होने की आशंका के कारण बैंकिंग समूह के शेयरों की अगुवाई में शेयरों में गिरावट दर्ज होने के कारण बंबई शेयर मार्केट में दोपहर के कारोबार के दौरान गिरावट आई। बंबई शेयर मार्केट का सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 219 पाइंट्स फिसला था। इसमें आगे 375.66 पाइंट्स की गिरावट आई जिससे सेंसेक्स 17,359.02 पर जा पहुंचा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में गिरावट दर्ज हुई।

पिछले कुछ दिनों में एसबीआई, कैनरा बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने ब्याज दरों में कटौती की है। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी दोपहर एक बजे 91.50 पाइंट्स की गिरावट के साथ 5100.30 पर आ गया। बैंकिंग समूह के अलावा बजाज ऑटो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और इंफोसिस जैसे शेयरों में भारी गिरावट आई।

रिलायंस एनर्जी को हरियाणा में झटका

अनिल अंबानी की रिलांयस एनर्जी को हरियाणा सरकार ने जुर्माने का झटका दे दिया। हुड्डा सरकार ने कहा है कि रिलायंस एनर्जी को यमुनानगर में लग रहे 600 मेगावाट के थर्मल प्लांट में देरी से हो रहे नुकसान की भरपाई करनी होगी। इस पर रिलायंस ने सरकार से प्रोजेक्ट के लिए तय समयसीमा बढ़ाने का अनुरोध किया है। कंपनी का कहना है कि देरी की वजहें उसके नियंत्रण से बाहर थीं। देरी का कारण दंगे और आगजनी के अलावा एडमिनिस्ट्रेटिव एप्रूवल में देरी को बताया गया है। शुक्रवार को जारी एक बयान में रिलायंस एनर्जी ने सरकार को आश्वासन दिया है कि ग्रिड से पावर सप्लाई अगले महीने शुरू हो जाएगी।

गौरतलब है कि रिलायंस एनर्जी और हरियाणा सरकार के बीच हुए पैक्ट के मुताबिक 300 मेगावाट प्रोडक्शन करने वाली पहली यूनिट पिछले साल नवंबर में बनकर तैयार होनी थी। दूसरी यूनिट में उत्पादन शुरू होने के लिए फरवरी 2008 की समयसीमा तय हुई थी। इन पूरे प्लांट के सेटअप की कॉस्ट 2400 करोड़ रुपये थी। इसका चेक रिलायंस एनर्जी को सितंबर 2004 में ही सौंप दिया गया था।

सूत्रों के मुताबिक स्टेट अथॉरिटी ने थर्मल प्लांट की ड्राइंग क्लियर करने में में 8 महीने की देरी कर दी। सूत्रों के मुताबिक रिलायंस पर पेनाल्टी लगाना घाटे का सौदा हो सकता है। कंपनी राज्य को पूरे देश में सबसे सस्ते दर पर और सबसे जल्दी बिजली मुहैया करा रही है। एक मेगावाट बिजली पर 3.49 करोड़ की लागत आ रही है।

इस मसले पर राज्य के बिजली मंत्री रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि कॉन्ट्रेक्ट पूरा होने में हो रही देरी से हो रहे नुकसान की भरपाई रिलायंस एनर्जी लिमिटेड को ही करनी होगी। हालांकि इसे रूटीन मैटर बताते हुए सुरजेवाला ने सफाई देने के अंदाज में कहा कि फिलहाल हम पावर स्टेशन के निर्माण पर ही पूरा ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उनके मुताबिक रिलायंस ने सीएम हुड्डा को पहली यूनिट के मार्च तक हर हालत में पूरा होने का आश्वासन दिया था। इस प्लांट के लिए राज्य सरकार 20 फीसदी योगदान कर रही है, जबकि बाकी 80 फीसदी पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन के जरिए जुटाया जा रहा है।

सेंसेक्स में 12,000 का स्तर सम्भव

निवेश गुरु मार्क फाबर का मानना है कि अगले छः महीने में उभरते बाजारों में काफी बिकवाली देखने को मिल सकती है। उसके बाद वहां रैली देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि हाल के स्तर से यह बाजार 30 से 40 फीसदी तक नीचे जा सकते हैं।उन्होंने कहा कि बहुमूल्य धातु अपेक्षाकृत ज्यादा आकर्षक दिख रहे हैं। फाबर ने कहा कि सेंसेक्स 14 हजार के स्तर को छू सकता है फिर वहां से 12 हजार के स्तर तक जा सकता है।

Friday, 22 February 2008

आईटी कम्पनियां बेहतर प्रदर्शन करेंगी

नोत्ज स्टकी के साझेदार, अनिल सिंघवी का मानना है कि आईटी क्षेत्र के शेयर अगले एक-दो वर्ष में बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

आईटी स्टॉक काफी रक्षात्मक शेयर हैं। इन कम्पनियों के पास वो क्षमता है, जो इस बुरे दौर से गुजर जाने के लिए होनी चाहिए। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कम्पनियां अगले एक-दो साल में बाजार से बेहतर प्रदर्शन करेंगी। हम इसे दिन-प्रतिदिन के हिसाब से नहीं देखते लेकिन हम मानते हैं कि बड़ी आईटी कम्पनियां अपने कारोबार को वापस पटरी पर लाने में छोटी कम्पनियों के मुकाबले कहीं ज्यादा सक्षम हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “मैं रुपए-डॉलर की स्थिति को लेकर ज्यादा निराशावादी नहीं हूं। मुझे लगता है कि विनिमय दर 39 से 40 रुपए के बीच डोलती रहेगी और इस कीमत पर कम्पनियों के पास 25 फीसदी ईबीआईटीडीए मार्जिन रहना चाहिए। इसलिए इन्हें अगले एक-दो वर्षों में बाजार से बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए।

बजाज ऑटो कमजोर शेयर

तकनीकी सलाहकार अश्वनी गुजराल का मानना है कि बजाज ऑटो कमजोर दिखाई पड़ रहा है।

उन्होंने आगे कहा, “कुछ खास क्षेत्र जो कि कम खरीदे गए हैं, जैसे तकनीकी, ऑटो, फार्मा और एफएमसीजी, पिछले वर्ष के तेजड़ियों के मुकाबले ज्यादा गतिविधि दिखा रहे हैं, जैसे जेपी एसोसिएट्स। इस प्रकार रैनबैक्सी के लिए 400 रुपए के ऊपर 440 रुपए का लक्ष्य है। एक बार इस स्तर को पार करने के बाद यह नई ऊंचाइयां छूएगा और शायद 500 तक भी जा सकता है।

शेयर बाजार में गिरावट

आज देश के शेयर बाजारों ने कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण खराब शुरुआत की है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 236 और निफ्टी 80 अंक नीचे है। बीएसई पर सभी क्षेत्रीय सूचकांक गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं।

अमेरिकी बाजारों ने कल गिरावट भरा कारोबार दिखाया था जिसके बाद आज एशियाई बाजार और फिर भारतीय बाजारों में भी कमजोरी आई है।

इस समय भेल, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस एनर्जी, ग्रासिम, ओएनजीसी, एसबीआई, एचडीएफसी के शेयर डेढ़ फीसदी से ज्यादा की गिरावट पर हैं।

सुबह 9:56 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,498.16 के स्तर पर 236.52 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,111.55 के स्तर पर 80.25 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

अमेरिकी बाजार फिर लुढ़के

कल उतार-चढ़ाव के बीच अमेरिकी बाजार गिरकर बंद हुए हैं। इस हफ्ते दूसरी बार अमेरिकी बाजारों में गिरावट देखी गई। खराब आर्थिक आंकड़ों की वजह से यह गिरावट आई।

डाओ जोंस 143 अंक गिरकर 12,284 के स्तर पर बंद हुआ जबकि नैस्डेक 27 अंक गिरकर 2,299 के स्तर पर बंद हुआ। एसएंडपी500 सूचकांक 17 अंक गिरकर 1,342 के स्तर पर बंद हुआ।

एशियाई बाजारों से कमजोर संकेत

अमेरिकी बाजारों से मिले खराब संकेतों की वजह से एशियाई बाजारों में भी गिरावट देखी जा रही है। निक्केई, स्ट्रेट टाइम्स, कॉस्पी, ताइवान, शंघाई सभी में गिरावट देखी जा रही है।

Thursday, 21 February 2008

एशियाई बाजार मजबूत

आज एशियाई बाजारों में अच्छी तेजी देखी जा रही है। निक्केई, स्ट्रेट टाइम्स, कॉस्पी, ताइवान सभी बाजार अच्छी तेजी दिखा रहे हैं। केवल शंघाई में ही थोड़ी कमजोरी देखी जा रही है।

अमेरिकी बाजारों में तेजी लौटी

अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने विकास दर में वृद्धि अनुमान को घटा दिया है। अर्थव्यवस्था में चल रही समस्या की वजह से ऐसा किया गया है, साथ ही ब्याज दरों में भी कमी के संकेत दिए हैं।

कल अमेरिकी बाजारों में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया। कारोबार की समाप्ति पर डाओ जोंस 90 अंक की बढ़त के साथ 12,427 के स्तर पर बंद हुआ। नैस्डेक 20 अंक की बढ़त के साथ 2,327 के स्तर पर बंद हुआ। एसएंडपी500 सूचकांक में 11 अंक की बढ़त रही और यह 1,360 के स्तर पर बंद हुआ।

सेंसेक्स में उतार-चढ़ाव

मुंबई। देश के शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को सुधार का रुख देखने को मिला। बीएसई शुरुआती पांच मिनट के कारोबार में 294.06 अंक चढ़कर 17,911.66 पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी 89.9 बढ़कर 5,241.35 पर पहुंच गया।

बाद में कारोबार में के दौरान सेंसेक्स में फिर गिरावट का दौर शुरू हो गया। बीएसई 11.30 तक 210.27 अंक की गिरावट के साथ 17,827.87 पर पहुंच गया। वहीं, मिडकैप व स्मालकैप में सुधार देखने को मिला जो क्रमश: 120.18 व 129.31 अंक की बढ़त के साथ 7,709.57 व 9,760.57 पर पहुंच गया।

शेयर बाजार अच्छी बढ़त पर

आज देश के शेयर बाजारों में अच्छी खरीदारी लौटी हैं। इन्हें वैश्विक शेयर बाजारों से मजबूत संकेत मिले हैं। फिलहाल सेंसेक्स 232 और निफ्टी 79 अंक ऊपर कारोबार खुला कर रहा है।

इस समय धातु क्षेत्र तीन फीसदी और टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र दो फीसदी से ज्यादा की बढ़त दिखा रहा है। बैंकिंग और पूंजीगत वस्तु क्षेत्र को छोड़कर बाकी क्षेत्रों में एक प्रतिशत फीसदी से अधिक की तेजी है। इन दोनों क्षेत्र में एक फीसदी से कम की बढ़त है। बीएसई पर कोई भी सूचकांक गिरावट पर नहीं है।

सेंसेक्स में शामिल तीस शेयरों में से हिंडाल्को, टाटा स्टील, सत्यम कम्प्यूटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एनटीपीसी, अम्बुजा सीमेंट, टाटा मोटर्स, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, रिलायंस एनर्जी और एसीसी के शेयर तेजी पर हैं। गिरने वाले शेयरों में केवल एचडीएफसी और भेल के शेयर हैं।

सुबह 10:47 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,851.52 के स्तर पर 232.92 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,234.20 के स्तर पर 79.75 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

सुबह 9:56 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,45.65 के स्तर पर 130.01 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,236.00 के स्तर पर 44.80 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

शुरुआती कारोबार में टिकाऊ उपभोक्ता, ऊर्जा, अचल सम्पत्ति, धातु और पीएसयू क्षेत्र के शेयरों में अच्छी खरीदारी आई है। इस समय रिलायंस एनर्जी, सुजलॉन एनर्जी, कोटक बैंक, जयप्रकाश एसोसिएट्स, रिलायंस पेट्रोलियम, जीएमआर इंफ्रा, देना बैंक, एक्सिस बैंक के शेयर काफी निवेशक खींच रहे हैं।

मिडकैप व स्मॉलकैप सूचकांक भी काफी ऊपर हैं। बीएसई पर कोई भी सूचकांक गिरावट पर नहीं है। फार्मा सूचकांक मामूली तेजी पर है।

Wednesday, 20 February 2008

शेयर बाजार गिरावट पर खुले

एशियाई शेयर बाजारों से संकेत लेते हुए देश के शेयर बाजार काफी कमजोर खुले और अब इनमें गिरावट बढ़ गई है। फिलहाल सेंसेक्स 287 और निफ्टी 89 अंक की गिरावट पर हैं।

इस समय बैंकिंग, पूंजीगत वस्तु और अचल सम्पत्ति क्षेत्र में दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट है। टिकाऊ उपभोक्ता, एफएमसीजी, तेल व गैस, ऊर्जा और पीएसयू सूचकांकों में एक प्रतिशत से ज्यादा की नर्मी है। लेकिन रुपए के कमजोर होने की कारण आईटी क्षेत्र तेजी दिखा रहा है। बीएसई पर यह अकेला क्षेत्र है जो मजबूत खड़ा है।

सेंसेक्स में शामिल तीस शेयरों में से सत्यम कम्प्यूटर्स, इंफोसिस, विप्रो, हिंडाल्को, रैनबैक्सी, टीसीएस, रिलायंस एनर्जी, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा और बजाज ऑटो के शेयर तेजी पर हैं। गिरने वाले शेयरों में एचडीएफसी बैंक, रिलायंस कम्युनिकेशन, भेल, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, एचडीएफसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एनटीपीसी, आईटीसी और टाटा मोटर्स के शेयर शामिल हैं।

सुबह 10:35 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,758.36 के स्तर पर 287.30 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,191.25 के स्तर पर 89.55 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

शुरुआती कारोबार में बैंकिंग, पूंजीगत वस्तु और ऑटो क्षेत्र में कमजोरी आई है। आज भारती एयरटेल, सेल, भेल, एबीबी, ग्रासिम, एनटीपीसी, सिप्ला के शेयर गिरावट पर खुले हैं।

मिडकैप व स्मॉलकैप सूचकांक भी काफी गिरावट पर हैं।

लेकिन दूसरी ओर रुपए के कमजोर होने की खबरों के बीच आईटी व तकनीकी क्षेत्र के शेयर बढ़त पर हैं। यहां सत्यम, इंफोसिस, विप्रो, टीसीएस के शेयर तेजी दिखा रहे हैं।

सुबह 9:56 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,45.65 के स्तर पर 130.01 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,236.00 के स्तर पर 44.80 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

अमेरिकी बाजार धीमे रहे

कल अमेरिकी बाजार उतार-चढ़ाव के बीच मामूली गिरावट पर बंद हुए। डाओ जोंस 11 अंक गिरकर 12,337 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नैस्डेक 15 अंक गिरकर 2,306 के स्तर पर बंद हुआ। एसएंडपी500 सूचकांक एक अंक गिरकर 1,348 के स्तर पर बंद हुआ।बाजार पर दबाव कच्चे तेल में आई तेजी की वजह से आई है। हालांकि कल एनर्जी शेयरों में बढ़त देखने को मिली।

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 194 पॉइंट्स गिरा

मुम्बई : बॉम्बे शेयर बाजार(बीएसई) का सेंसेक्स बुधवार को शुरुआती कारोबार में 194 पॉइंट्स गिरकर 17881.75 पर पहुंच गया। 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरुआती पांच मिनट के कारोबार में 193.91 पॉइंट्स गिरकर 17881.75 पॉइंट्स पर पहुंच गया।

इसी तरह नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 66.75 पॉइंट्स गिरकर 5214.05 पॉइंट्स पर पहुंच गया।

शेयरों का अंकित मूल्य होगा एक रुपया?

तमाम सूचीबद्ध कम्पनियों के शेयर का अंकित मूल्य 1 रुपए हो सकता है। सेबी से इस बारे में जल्दी ही कोई फैसला आ सकता है।

कल प्राइमरी मार्केट की सलाहकार समिति की बैठक हुई जिसमें यह तय हुआ कि सेबी बोर्ड के पास जो सिफारिश भेजी जाए उसमें सभी सूचीबद्ध कम्पनियों का अंकित मूल्य 1 रुपए किए जाने का प्रस्ताव हो।

इसके पीछे दो दलील दी गई है। पहला यह कि इससे बाजार को समझने में आसानी होगी और दूसरा यह कि ईपीएस या पीई का मामला हो या शेयर से जुड़ा कोई भी मामला हो उसके बारे में एक तुलनात्मक अध्ययन करने में भी आसानी होगी, अगर समान रुप से सभी शेयरों का अंकित मूल्य 1 रुपए होता है।

इसी को ध्यान में रखते हुए प्राइमरी मार्केट सलाहकार समिति ने यह सिफारिश तैयार की है और इसे सेबी बोर्ड के पास भेजा है।

उम्मीद है कि अगले दो से तीन हफ्ते में सेबी बोर्ड की बैठक होगी उसमें अंतिम फैसला लिया जा सकता है। चूंकि ऐसे किसी भी मामले में बदलाव के लिए सेबी के नियमों में बदलाव की जरुरत होगी। यही वजह है कि यह मामला सेबी बोर्ड के पास गया है। सेबी के नए अध्यक्ष सी.बी. भावे के लिए यह पहला अहम फैसला होगा।

आधे घंटे में बिक गया आरईसी का आईपीओ

रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉर्पोरेशन (आरईसी) के प्राथमिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को तमाम अटकलों के बावजूद आज खुलने के मात्र आधे घंटे के भीतर आकार से अधिक अभिदान मिल गया।

बुक बिल्डिंग के जरिए बाजार में खुले इश्यू से आरईसी एक करोड़ 56 लाख शेयर बेचकर करीब 1,640 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। कम्पनी ने आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 90 से 105 रुपए रखा है।

आईपीओ का काम देख रहे निवेशक बैंकरों के मुताबिक खुलते ही अच्छी मांग दिखी और मात्र आधा घंटे के भीतर ही इसे आकार से अधिक अभिदान मिल गया। आईपीओ 22 फरवरी को बंद होगा। इश्यू कम्पनी की इश्यू बाद पूंजी का 18.18 प्रतिशत हिस्सा है।

Tuesday, 19 February 2008

'ठोस सबूत होने पर ही बाजार ढहने की जांच'

नई दिल्ली : इस साल 22 जनवरी को शेयर बाजार में आयी गिरावट की कोई जांच तभी मुमकिन है, जब कोई ठोस सबूत मिलें। माना जा रहा है कि संबंधित अधिकारियों ने संसदीय पैनल को बताया कि पारदर्शिता के अभाव, लापरवाही या खामियों के ठोस सबूत मिलने पर ही जांच की जा सकती है।

खबर है कि फाइनेंस संबंधी संसद की स्टैंडिंग कमिटी ने बाजार के उतार-चढ़ाव पर चर्चा की। इस मामले पर कमिटी की यह दूसरी बैठक थी। सूत्रों के मुताबिक फाइनेंस सेक्रेटरी डी. सुब्बा राव ने कमिटी को बताया कि उतार-चढ़ाव बाजार का ही हिस्सा है। 22 जनवरी को और उसके दूसरे दिन बाजार फेल नहीं हुआ था। इसलिए अगर कोई ठोस सबूत मिलें तब इसकी जांच हो सकती है। गौरतलब है कि 22 जनवरी को स्टॉक माकेर्ट में एक दिन में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। तब बाजार 1,408.35 अंक लुढ़का था। बजट सत्र में संसद में अपनी रिपोर्ट पेश करने से पहले स्टैंडिंग कमिटी की एक और बैठक होगी।

एशियाई बाजारों से अच्छे संकेत

आज शुरुआती कारोबार में एशियाई बाजारों ने हल्की तेजी दिखाई है। स्ट्रेट टाइम्स और ताइवान दोनों हरे रंग के निशान में कारोबार कर रहे थे।

आरईसी का आईपीओ आज से

जयपुर। भारतीय विद्युत आधारभूत संरचना कार्यों में लगे प्रमुख सार्वजनिक वित्तीय संस्थानों में से एक रुरल इलेक्ट्रिफिकेशन कार्पोरेशन (आरईसी) लिमिटेड 10 रुपए प्रत्येक के 15 करोड़ 61 लाख से ज्यादा इक्विटी शेयरों के माध्यम से 19 फरवरी से पूंजी बाजार में प्रवेश कर रही है। इश्यू में आरईसी के सात करोड़ 80 लाख 60 हजार इक्विटी शेयरों के इश्यू के साथ-साथ विद्युत मंत्रालय के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति द्वारा सात करोड़ 80 लाख 60 हजार इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव शामिल है।

इश्यू में जनता के लिए 15 करोड़ 22 लाख 17 हजार इक्विटी शेयर निर्धारित किए गए है जबकि 39 लाख तीन हजार इक्विटी शेयर अंशदान हेतु पात्र कर्मचारियों के लिए आरक्षित रखे गए हैं। इश्यू 22 फरवरी को बंद होगा और इसकी मूल्य सीमा 10 रुपए प्रत्येक के इक्विटी शेयर की दर से 90 रुपए से 105 रुपए निर्धारित की गई है। आईएल एंड एफएस इन्वेंस्टमेंट सिक्योरिटीज लिमिटेड, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड तथा एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड इस इश्यू के ‘बुक रनिंग लीड मैनेजर’ हैं। इक्विटी शेयर एनएसई तथा बीएसई पर सूचीबद्व किए जाने का प्रस्ताव है।
कम्पनी के निदेशक (वित्त) हरिदास खूंटेटा ने आज यहां पत्रकारों को बताया कि कम्पनी इस इश्यू के जरिए प्राप्त होने वाली धनराशि का उपयोग अपने पूंजी आधार का विस्तार करने में करेगी ताकि परिसम्पत्तियों के विकास, ऋण अदायगी, भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के कारण अपेक्षित निवेश तथा अन्य सामान्य कॉर्पोरेट प्रयोजनों एवं व्ययों आदि के लिए भावी पूंजी अपेक्षाओं को पूरा किया जा सके।

बढ़त पर खुला सेंसेक्स, निफ्टी भी ऊपर

मुंबई. एशिया भर से सकारात्मक रुख के चलते मंगलवार को शेयर बाजार में बढ़त देखी गई। तेल व गैस क्षेत्र में खासा उछाल देखा गया और ओएनजीसी, रिलायंस के साथ ही आईसीआईसीआई बैंक और हिंडाल्को भी अच्छा प्रदर्शन करते दिखाई दिए।

सुबह 10.02 बजे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 227 अंक की बढ़त पर 18275 के आंकड़े पर था और शेयर बाजार का राष्ट्रीय सूचकांक निफ्टी 69 अंक कमाकर 5345 के आंकड़े पर।

इसके अलावा आज रुपए के भाव में कुछ गिरावट देखी गई और सोमवार को 39.76 प्रति डॉलर के मुकाबले यह 39.80 प्रति डॉलर पर देखा गया। साथ ही, एशिया के लगभग सभी बाजार बढ़त पर रहे।

Monday, 18 February 2008

शेयर बाजार में घटबढ़ जारी

सुबह बढ़त पर खुले देश के शेयर बाजारों में बिकवाली का दबाव आने से उतार-चढ़ाव का सिलसिला शुरू हो गया है। लेकिन फिलहाल यहां खरीदारी की स्थिति बेहतर हुई है। मिडकैप व स्मॉलकैप सुबह से बेहतर कारोबार कर रहे हैं और अब निफ्टी व सेंसेक्स की हालत सुधरी है। इस समय सेंसेक्स 12 और निफ्टी 18 अंक नीचे है।

कल रिलायंस पावर की अपने निवेशकों को बोनस शेयर देने की घोषणा का अच्छा असर दिखा है और इसका शेयर 10 फीसदी की तेजी के साथ 410 रुपए के स्तर पर खुला है, साथ ही ऊर्जा क्षेत्र के शेयरों में अच्छी तेजी दिखी है।

फिलहाल बीएसई पर अचल सम्पत्ति क्षेत्र में एक फीसदी की गिरावट है और बैंकिंग व टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र में एक फीसदी से ज्यादा की खरीद है बाकी शेयर क्षेत्र में मामूली घटबढ़ है।

सेंसेक्स में शामिल तीस शेयरों में से आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस एनर्जी, टाटा मोटर्स, रिलायंस कम्युनिकेशन, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, एनटीपीसी, रैनबैक्सी, बजाज ऑटो, एसीसी और एलएंडटी के शेयर बढ़त पर हैं।

गिरने वाले शेयरों में टाटा मोटर्स, भेल, विप्रो, आईटीसी, टीसीएस, डीएलएफ, भारती एयरटेल, सत्यम कम्प्यूटर्स और एचडीफसी के शेयर सबसे आगे हैं।

सुबह 11:42 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 18,102.40 के स्तर पर 12.85 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,284.10 के स्तर पर 18.80 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

सुबह 10:10 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 18,078.76 के स्तर पर 36.49 अंक नीचे और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5,287.95 के स्तर पर 14.95 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।

फिलहाल बीएसई पर अचल सम्पत्ति क्षेत्र में एक फीसदी की गिरावट और टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र में दो फीसदी से ज्यादा की खरीद है बाकी शेयर क्षेत्र में मामूली घटबढ़ है।

सेंसेक्स में शामिल तीस शेयरों में से बजाज ऑटो, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, एनटीपीसी, रिलायंस एनर्जी, रिलायंस कम्युनिकेशन, एलएंडटी, एसीसी, मारुति सुजुकी, हिंडाल्को और सिप्ला के शेयर बढ़त पर हैं।

गिरने वाले शेयरों में ओएनजीसी, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, भेल, इंफोसिस, आईटीसी, सत्यम कम्प्यूटर्स, आईसीआईसीआई बैंक, विप्रो और डीएलएफ के शेयर सबसे आगे हैं।

सुबह 9:56 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 18,245.68 के स्तर पर 1क़30.43 अंक ऊपर और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5332.75 के स्तर पर 29.05 अंक ऊपर कारोबार कर रहा है।

अमेरिकी बाजार

शुक्रवार को डाओ जोंस 28 अंक गिरकर 12,348 के स्तर पर बंद हुआ जबकि नैस्डेक 10 अंक गिरकर 2,321 के स्तर पर बंद हुआ और एसएंडपी500 एक अंक चढ़कर 1,350 के स्तर पर बंद हुआ।

रिलायंस पावर दे सकता है मुफ्त बोनस शेयर

नई दिल्ली। रिलायंस पावर अपने निवेशकों का भरोसा नहीं खोना चाहता और इसलिए कंपनी ने अपने उन निवेशकों कोमुफ्त बोनस शेयरदेने का मन बनाया है, जिन्हें एक सप्ताह पहले रिलांयस पावर के आईपीओ में नुकसान उठाना पड़ा था।

कंपनी यह कदम अपने 40 लाख से ज्यादा शेयरधारकों की मदद के लिए उठा रही है। शेयर बाजार में जिस दिन रिलांयस पावर की लिस्टिंग हुई थी, उस दिन इसका प्रदर्शन बेहद की खराब रहा था और रिटेल निवेशकों को 475 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का नुकसान उठाना पढ़ा था।


अब कंपनी ने कहा है कि रविवार 24 फरवरी को होने वाली बोर्ड मीटिंग में बोर्ड अपने 40 लाख से ज्यादा निवेशकों को मुफ्त बोनस शेयर्स देने के बारे में विचार करेगी।

शेयर बाजार को अपनी योजना के बारे में बताते हुए रिलायंस पावर ने कहा है कि कंपनी का यह कदम रिलायंस अनिल धीरूभाई समूह की उस विचाराधारा का प्रतीक है की कि कंपनी अपने लम्बे समय के निवेशकों को उचित लाभ देना चाहती है और इसलिए वह अपने शेयरधारकों को अल्पअवधि में होने वाले नुकसान से भी बचाएगी।


उल्लेखनीय है कि 15 जनवरी को रिलायंस पावर का आईपीओ खुलने के बाद से अबतक सेंसेक्स 13 प्रतिशत नीचे गिर गया है, जबकि रिलांयस पावर का स्टॉक रिटेल निवेशकों के लिए निर्धारित की गई आईपीओ की कीमत से 11 प्रतिशत और अन्य श्रेणी के निवेशकों के लिए 15 प्रतिशत गिर गया है।

एसबीआई राइट इश्यू पर शेयरधारकों की आपत्ति

नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक के आने वाले राइट इश्यू से करीब 16 हजार करोड़ रुपए जुटाने की योजना पर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) शेयर होल्डर्स एसोसिएशन ने आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा है बैंक के शेयरधारकों से इतना पैसा वसूलना दिन दहाड़े डकैती है।

एसोसिएशन के अध्यक्ष जे.एन.कपूर ने यहां जारी एक बयान में कहा है कि 50 वर्षों से भी ज्यादा समय से बैंक का शेयर रखने के एवज में धारकों को 10 रुपए का शेयर 159 गुना ज्यादा कीमत पर देने की पेशकश की गई है। यह शेयरधारकों के साथ सरासर बेइमानी है। उनका कहना है कि शेयरधारकों को राइट इश्यू रियायती मूल्य पर दी जाती है जबकि इस मामले में तो शेयरधारकों को दिन दहाड़े लूटा जा रहा है।


कपूर ने कहा है कि तत्कालीन इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया का एक जुलाई 1955 को राष्ट्रीयकरण किया गया था। उस समय उसका रिजर्व कोष 6.35 करोड़ था जो कि 31 मार्च 2007 को करीब पांच सौ गुना बढ़ कर 30 हजार करोड रुपए तक पहुंच गया है। जब बैंक की कमाई इतनी ज्यादा है तो शेयर धारकों को मामूली प्रीमियम पर शेयर मिलना चाहिए। उन्होनें कहा है कि राइट इश्यू के जरिए मिलने वाले शेयर का अधिकतम प्रीमियम 100 रुपए होना चाहिए।

गौरतलब है कि मंत्रिमंडल से अनुमति मिलने के बाद स्टेट बैंक ने राइट इश्यू के जरिए 10 करोड़ 52 लाख 59 हजार 776 शेयरों के जरिए 16 हजार करोड़ रुपए वसूलने की योजना बनाई है। चार फरवरी 2008 को शेयर रखने वालों को हर पांच शेयरों पर एक शेयर 1,580 रुपए के प्रीमियम पर दिए जाएंगे। इश्यू 18 फरवरी को खुलेगा और 18 मार्च को बंद होगा।


शुक्रवार को कारोबार की समाप्ति पर एनसई में उसका शेयर 2,295.65 रुपए पर बंद हुआ था।

शेयर बाजारों में अस्थिरता बनी रहेगी

नई दिल्ली। देश के शेयर बाजारों में आगामी सप्ताह सतर्क माहौल के बीच उतार-चढ़ाव का दौर बने रहने की सम्भावना है। उधर 16 फरवरी को समाप्त हुए सप्ताह में मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स पिछले चार हफ्ते की तगड़ी गिरावट के बाद 650.35 अंक की बढ़त पाने में सफल रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 372.30 अंक की छलांग लगा गया।

बाजार विश्लेषकों का कहना है कि आगामी सप्ताह उतार-चढ़ाव की अधिक सम्भावना है और निवेशकों को सर्तकता के साथ निवेश पर जोर देना चाहिए।

दिल्ली शेयर बाजार के पूर्व अध्यक्ष और ग्लोब कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड के प्रमुख अशोक कुमार अग्रवाल के मुताबिक वोकहार्ट हॉस्पिटल, एम्मार एमजीएफ और एसईवीसी कंस्ट्रक्शन के प्रारम्भिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मिले कमजोर समर्थन से जो निराशा और घबराहट की स्थिति बनी थी, वह कम हुई है।

अग्रवाल का कहना है कि इसके बावजूद सतर्कता के साथ मूलभूत रुप से मजबूत कम्पनियों के शेयरों में ही निवेश अधिक सुरक्षित रहेगा। उनकी राय में सीमेंट कम्पनियों में बहुत अच्छे अवसर नहीं हैं, किंतु एफएमसीजी, बैंकिंग और ऑटोमोबाइल को समर्थन मिल सकता है।

विश्लेषकों का कहना है कि बाजार की काफी कुछ चाल विदेशी शेयर बाजारों पर भी निर्भर करेगी।

उधर बीते सप्ताह शेयर बाजारों में भारी उठापटक देखी गई| अनिल धीरुभाई अम्बानी समूह की रिलायंस पावर का आईपीओ सोमवार को शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुआ और इसकी पतली हालत के चलते सेंसेक्स को अंकों के लिहाज से 833.90 अंक की टूट झेलते हुए तीसरी बड़ी गिरावट का स्वाद चखना पड़ा। इस दिन निफ्टी में 263.55 अंक निकले। मंगलवार को इस झटके से शेयर बाजार कुछ ऊबरने के बावजूद मामूली गिरावट में रहे और बुधवार से मजबूती पकड़ने के साथ ही फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।

सप्ताह के दौरान बीएसई के सेंसेक्स में कुल 650.36 अंक की बढ़त दर्ज की गई और यह 18,115.25 अंक पर पहुंच गया। निफ्टी 182.15 अंक बढ़कर 5,302.90 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में अच्छी बढ़त के बावजूद मिडकैप और स्मॉलकैप में क्रमशः 41.19 तथा 299.22 अंक की गिरावट रही।

विदेशी संस्थागत निवेशक 13 फरवरी तक की स्थिति के अनुसार 279 करोड़ 80 लाख रुपए के शुद्ध बिकवाल रहे हैं। इस वर्ष इनकी कुल बिक्री 13,315 करोड़ 40 लाख रुपए तक पहुंच गई है।

गत सप्ताह भेल के शेयरों ने निवेशकों को खासा आकर्षित किया। कई बड़े ऑर्डर मिलने और इन खबरों से कि सभी परियोजनाओं के लिए नेशनल इंश्योरेंस से सात अरब डॉलर का बीमा होने की रिपोर्टों के बीच भेल का शेयर 12.3 प्रतिशत बढ़कर 2,261.35 रुपए पर पहुंच गया। रिलायंस कम्युनिकेंशस में 611.70 रुपए पर 5.32 प्रतिशत का नुकसान हुआ।

निजी क्षेत्र की अग्रणी पेट्रोलियम कम्पनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर कम्पनी को नए क्षेत्र में गैस मिलने की खबरों के बीच 6.97 प्रतिशत बढ़कर 2,590.55 रुपए पर पहुंच गया। भारती एयरटेल 881.60 रुपए पर स्थिर और एसबीआई का शेयर 2,297.95 रुपए पर 4.86 प्रतिशत ऊंचा रहा। सूचना प्रौद्योगिकी कम्पनियों में इस वर्ग की दूसरी बडी इन्फोसिस टेक्नोलोजिस के शेयर में हल्की बढ़त और तीसरी प्रमुख विप्रो में कुछ नुकसान दिखा।

रिलायंस पावर का शेयर अपने आवंटन मूल्य 450 रुपए की तुलना में 17.22 प्रतिशत के नुकसान से 372.50 रुपए का रहा।

Saturday, 16 February 2008

शेयर बाजारों में दूसरे दिन भी तेजी

देश के शेयर बाजारों में उठापटक के बीच बैंक, धातु, ऑयल ऐंड गैस और रियलटी कंपनियों को मिले समर्थन से लगातार दूसरे दिन अच्छी तेजी दर्ज की गई। बीएसई का सेंसेक्स 349 अंक तथा एनएसई का निफ्टी 101 अंक ऊपर बंद हुए।

सत्र की शुरुआत में शेयर बाजारों में गिरावट का रुख था, किंतु कारोबार बढ़ने के साथ-साथ इसमें सुधार के साथ तीव्र उठापटक भी दिखी। विश्व के शेयर बाजारों से बहुत उत्साहवर्धक समाचार नहीं रहे। अमेर‍िका में फैडरल रिजर्व के प्रमुख बेन बरनानके के बयान के बाद शेयर बाजारों में गिरावट का रुख था। एशिया के शेयर बाजारों में भी बहुत अधिक तेजी नहीं थी।

सेंसेक्स सत्र के प्रारंभ में कल के 17766.63 अंक की तुलना में 17541.17 अंक पर नीचा खुला और ऊपर में 18142.92 अंक तथा नीचे में 17445.05 अंक गिरने के बाद 348.62 अंकों की बढ़त से 18115.25 अंक पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 100.90 अंक बढ़कर 5302.90 अंक पर पहुँच गया।

सत्र के दौरान बीएसई में कुल 2793 कंपनियों के शेयरों में कामकाज हुआ। इसमें 70.71 प्रतिशत अर्थात 1975 कंपनियों के शेयर ऊपर रहे, जबकि 770 अर्थात 27.57 प्रतिशत में घाटा रहा। मात्र 48 कंपनियों के शेयरों में स्थिरता थी।

बीएसई में सेंसेक्स के साथ ही मिडकैप और स्मॉलकैप ने अच्छी छलाँग लगाई। इनमें क्रमश: 139.36 अंक तथा 213.37 अंक की बढ़त रही। अन्य सूचकांकों में बैंकेक्स 270.33 अंक, धातु 545.27 अंक, ऑयल एंड गैस 336.73 अंक तथा रियलटी में 353.72 अंक का सुधार था।

सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 25 फायदे और पाँच नुकसान में रहीं।

पाक का विदेशी मुद्रा भंडार घटा

पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा का भंडार नौ फरवरी को समाप्त हुए सप्ताह में पहले की तुलना में दो करोड़ 30 लाख डॉलर घटकर 14 अरब 55 करोड़ डॉलर के बराबर रह गया।

पाकिस्तान के केन्द्रीय बैंक की तरफ से प्राप्त आँकड़ों के अनुसार स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के पास सुरक्षित विदेशी मुद्रा कोष 12 अरब 32 करोड़ डॉलर रह गया जो एक सप्ताह पहले 12 अरब 53 करोड़ डॉलर था।
वाणिज्यिक बैंकों के पास भंडार सप्ताह के दौरान पहले के सवा दो अरब से घटकर दो अरब 23 करोड़ डॉलर रह गया। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले साल 10 नवम्बर को समाप्त हुए सप्ताह में 16 अरब 39 करोड़ डॉलर का था किंतु राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के तीन नवम्बर को आपातस्थिति लगाने के बाद शेयर बाजारों से हुई निकासी के चलते इसमें गिरावट आई।
हालाँकि 15 दिसम्बर को आपात स्थिति हटा ली गई किंतु विश्लेषकों का मानना है कि विदेशी निवेशक अब सतर्कता बरते हुए हैं।

यूनिटेक का शेयर गिरावट पर खरीदें

मॉडर्न शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के नेपोलियन पिल्लई का मानना है कि यूनिटेक का शेयर गिरावट पर खरीदा जा सकता है।

“अचल सम्पत्ति क्षेत्र के सभी शेयर भारी रुप से गिरे थे। यूनिटेक ने भी नीचे आकर अपने बेहद मजबूत समर्थन स्तर 306 रुपए को टेस्ट किया और यही इस बड़ी चढ़ाई का भी कारण है। लेकिन 395-400 रुपए के स्तर पर इसे फिर समस्या हो सकती है, केवल इसके बाद ही यह 452 के स्तर तक जा सकता है। इसके 360 से 340 रुपए तक गिरने पर इसे खरीदना सबसे अच्छा रहेगा।”

उठापटक के बीच बाजार अच्छी बढ़त पर बंद

देश के शेयर बाजारों में उठापटक के बीच बैंकेक्स, धातु, तेल व गैस और अचल सम्पत्ति कम्पनियों को मिले समर्थन से लगातार दूसरे दिन अच्छी तेजी दर्ज की गई। मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 349 अंक तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 101 अंक ऊपर बंद हुआ।

सत्र की शुरुआत में शेयर बाजारों में गिरावट का रुख था, किंतु कारोबार बढ़ने के साथ-साथ इसमें सुधार के साथ तीव्र उठापटक भी दिखी। विश्व के शेयर बाजारों से बहुत उत्साहवर्धक समाचार नहीं रहे। अमेरिका में फेडरल रिजर्व के प्रमुख बेन बर्नांके के बयान के बाद कल शेयर बाजारों में गिरावट का रुख था। एशिया के शेयर बाजारों में भी बहुत अधिक तेजी नहीं थी।

सेंसेक्स सत्र के प्रारम्भ में कल के 17,766.63 अंक की तुलना में 17,541.17 अंक पर नीचा खुला और ऊपर में 18,142.92 अंक तथा नीचे में 17,445.05 अंक गिरने के बाद 348.62 अंक अर्थात 1.96 प्रतिशत की बढ़त से 18,115.25 अंक पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 100.90 अंक अर्थात 1.94 प्रतिशत बढ़कर 5302.90 अंक पर पहुंच गया।

सत्र के दौरान बीएसई में कुल 2,793 कम्पनियों के शेयरों में कामकाज हुआ। इसमें 70.71 प्रतिशत अर्थात 1975 कम्पनियों के शेयर ऊपर रहे, जबकि 770 अर्थात 27.57 प्रतिशत में घाटा रहा। मात्र 48 कम्पनियों के शेयरों में स्थिरता थी।

शेयर बाजार अच्छी बढ़त पर बंद

बीएसई में सेंसेक्स के साथ ही मिडकैप और स्मॉलकैप ने अच्छी छलांग लगाई। इनमें क्रमशः 139.36 अंक तथा 213.37 अंक की बढ़त रही। अन्य सूचकांकों में बैंकेक्स 270.33 अंक, धातु 545.27 अंक, तेल व गैस 336.73 अंक तथा अचल सम्पत्ति में 353.72 अंक का सुधार था।

सेंसेक्स की तीस कम्पनियों में 25 फायदे और पांच नुकसान में रहीं।

फायदे वाली श्रेणी में सेंसेक्स से जुडी 30 कम्पनियों में सर्वाधिक बढ़त हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के शेयर में 8.70 प्रतिशत रही। कम्पनी का शेयर 178 रुपए पर सवा चौदह रुपए ऊपर रहा। इस्पात वर्ग की निजी क्षेत्र की अग्रणी टाटा स्टील के शेयर में 819.05 रुपए पर 5.20 प्रतिशत अर्थात 40.45 रुपए की बढ़त रही।

मुद्रास्फीति में मामूली गिरावट

बजाज ऑटो, एसबीआई, रैनबैक्सी लैब, हिन्दुस्तान यूनिलीवर, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी, एचडीएफसी, सिप्ला, इन्फोसिस टेक्नोलॉजिस, डीएलएफ, एनटीपीसी, विप्रो, भारती एयरटेल और भेल के शेयर सेंसेक्स के फायदे वाले शेयरों में थे।

नुकसान वाली श्रेणी के शेयरों में मारुति सुजुकी में 1.74 प्रतिशत अर्थात 14.45 रुपए का नुकसान हुआ। इसका शेयर 816 रुपए पर बंद हुआ। सीमेंट वर्ग की अग्रणी ग्रासिम इंडस्ट्रीज का शेयर 1.13 प्रतिशत अर्थात 32.05 रुपए के नुकसान से 2,814.20 रुपए का रह गया। टीसीएस लिमिटेड, अम्बुजा सीमेंट और सत्यम कम्प्यूटर सेंसेक्स के अन्य घाटे वाले शेयर थे।

Friday, 15 February 2008

शेयर बाजारों की लम्बी छलांग

नई दिल्ली। दुनिया भर के शेयर बाजारों में जोरदार बढ़त के समाचारों के बीच यहां मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) के सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने लम्बी छलांग लगाई। चौतरफा लिवाली का जोर रहने से सेंसेक्स पांचवीं बड़ी 817.49 अंक की बढ़त के साथ और निफ्टी 286.70 अंक ऊपर बंद हुए।

रिलायंस कैप को 1,506 के स्तर पर समर्थन

तकनीकी विश्लेषक, अश्वनी गुजराल का मानना है कि रिलायंस कैपिटल को 1,506 रुपए के आसपास समर्थन प्राप्त है।

“रिलायंस कैपिटल को इस समय 1,506 के स्तर के आसपास समर्थन प्राप्त है। यह वापस 200 ईएमए से ऊपर चला गया जो 1,720 रुपए पर था। अगला प्रतिरोध स्तर 2,071 रुपए के आसपास है। लेकिन यह साफ तौर पर एक सीमा में है, अगर बाजार में रैली हुई तो यह वापस ऊपर जाएगा। तो लोगों को 10-15 फीसदी की रैली की अपेक्षा करनी चाहिए लेकिन इसे वापस 2,800 रुपए के स्तर पर पहुंचने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।”

रिलायंस कॉम अधिग्रहण करेगा

लंदन: रिलायंस कम्युनिकेशन फ्रांस के आईटी सर्विस समुह केपजेमिनी का अधिग्रहण कर सकता है। टाइम्स के ऑनलाइन एडिशन में यह बात कही गई है। हालांकि रिलायंस कम्युनिकेशन के प्रवक्ता ने इस बारे में कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।

रिपोर्ट के अनुसार अभी दोनों कंपनियों के बीच में चर्चा प्रारंभिक दौर में हैं। सूत्रों के हवाले से जारी खबर में कहा गया है कि रिलायंस कम्युनिकेशन और केपजेमीनी के बीच हाल के ही महीनो में बातचीत हुई थी। लेकिन यह कीमतों पर सहमति न बनने पर यह चर्चा बेनतीजा रही।

सबसे अधिक नुकसान उठाने वालों में भारत भी

भारतीय शेयर बाजारों के लिए इस साल की शुरुआत अच्छी नहीं रही। सभी उदीयमान बाजारों की बात की जाए तो जनवरी 2008 में भारत चौथे सबसे खराब प्रदर्शन वाले शेयर बाजार के रूप में सामने आया है। यह उल्लेखनीय है कि वर्ष 2007 में शेयर बाजारों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले देशों में से एक भारत भी था।

वित्तीय बाजार डाटा प्रदाता स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (एसएंडपी) ने विश्व शेयर बाजारों के बारे में अपने मासिक अपडेट में यह निष्कर्ष निकाला है। इसमें कहा गया है कि अगर निवेशक यह सोचते हैं कि बाजार केवल चढ़ेगा ही तो जनवरी उनके लिए भ्रम तोड़ने वाला महीना रहा और उन्हें वास्तविकता के धरातल पर ले आया।

Thursday, 14 February 2008

सेंसेक्स में 637 पॉइंट की तेजी, निफ्टी भी 168 पॉइंट चढ़ा

मुंबई : गुरुवार को सेंसेक्स में जबर्दस्त तेजी देखी गई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स में सुबह 10.05 बजे 637 पॉइंट की तेजी दर्ज की गई। 3.76 फीसदी की तेजी के साथ सेंसेक्स 17,586.05 पॉ़इंट पर पहुंच गया।
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी 168 पॉइंट की तेजी दर्ज की गई। 3.41 फीसदी की बढ़त के साथ निफ्टी 5097.70 पॉइंट पर पहुँचा।

गिरावट के दौर से उबरा सेंसेक्स

मुंबईः बीएसई का सूचकांक सेंसेक्स गिरावट के दौर से उबरने में सफल रहा। बुधवार को यह 341.13 अंक ऊपर चढ़कर 16949.14 पर बंद हुआ। पिछले पांच सेशन में सेंसेक्स करीब 2055 अंक लुढ़क गया था। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 91.20 अंक की छलांग लगाकर 4929.45 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स दिन में एक समय 17141.06 तक जा पहुंचा था। इसका निम्नतम स्तर 16725.67 रहा। इसी तरह निफ्टी की दिनभर में अधिकतम ऊंचाई 4986.55 अंकों की थी। जबकि निम्नतम स्तर 4836.44 रहा। मार्केट को मेटल के शेयरों से बड़ा सहारा मिला। बैंक इंडेक्स, कैपिटल गुड्स इंडेक्स, तेल और गैस इंडेक्स, पीएसयू इंडेक्स भी ऊपर चढ़े। मुनाफे वाले शेयरों में एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील, भेल और आईटीसी रहे। जबकि सिप्ला और रिलायंस कम्यूनिकेशन को नुकसान हुआ।

उधर, रिलायंस पावर में गिरावट लगातार तीसरे दिन भी जारी रही। 450 रुपये के ऑफर प्राइस के मुकाबले बुधवार को हर शेयर पर करीब 100 रुपये का नुकसान हुआ। एनएसई पर शेयरों की कीमत 350.15 रुपये पर बंद हुई। पिछले सेशन के मुकाबले यह नुकसान 1.21 फीसदी या 4.30 रुपये प्रति शेयर का था। सोमवार को पहले दिन इसके शेयर ऑफर प्राइस के मुकाबले 17 फीसदी गिरे थे।

शेयर बाजारों की बेहद मजबूत शुरुआत

विदेशी बाजारों से मिले अच्छे संकेतों के कारण आज भारतीय शेयर बाजार भी मजबूत बढ़त पर खुले हैं। शुरुआती कारोबार में बैंकिंग, तेल व गैस, ऊर्जा, पीएसयू और अचल सम्पत्ति क्षेत्र में चार फीसदी से ज्यादा की तेजी है। बीएसई पर सभी क्षेत्रीय सूचकांक बढ़त पर खुले हैं और प्रत्येक में कम से कम दो फीसदी की तेजी है।

सुबह 9:56 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,586.05 के स्तर पर 636.91 अंक ऊपर और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 5113.80 के स्तर पर 184.35 अंक ऊपर कारोबार कर रहा है।

एशियाई बाजार

एशियाई बाजार आज एक अच्छी तेजी दिखा रहे हैं। हांगकांग का हैंगसेंग 3.05 फीसदी ऊपर है। सिंगापूर का स्ट्रेट टाइम्स 2.91 फीसदी ऊपर है। जापान के निक्केई में 2.79 फीसदी और दक्षिण कोरिया के सियोल कम्पोजिट में 2.55 फीसदी की तेजी है। ताइवान का ताइवान व्हेटेड भी 2.93 फीसदी ऊपर है।

अमेरिकी बाजार

अमेरिकी बाजारों में कल भी तेजी जारी रही। कल डाओ जोंस 178.83 अंक चढ़कर 12,552.24 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एसएंडपी500 सूचकांक में 18.35 अंक की तेजी रही और यह 1,367.21 के स्तर पर बंद हुआ। नैस्डेक कमोपोजिट 53.89 अंक बढ़ा और 2,373.93 के स्तर पर रुका।

बाजार की अस्थिरता कुछ माह चलेगी

मॉर्गन स्टैनले के प्रबंध निदेशक और ईक्विटी उप प्रमुख रिद्धम देसाई का मानना है कि बाजार की अस्थिरता कुछ महीने तक जारी रहेगी। अमेरिकी आंकड़े बाजार को कोई दिशा नहीं दे रहे हैं।

मॉर्गन स्टैनले के प्रबंध निदेशक और ईक्विटी उप प्रमुख पराग गुड़े ने कहा कि छः महीने पहले भारत की स्थिति दुनिया के बाजारों से अलग थी, लेकिन अब अगर वैश्विक बाजारों में मंदी की स्थिति बनी रहती है तो भारत भी उससे प्रभावित होगा।

बाजार ने संसद को भी हिलाया
अगले छः महीने ईक्विटी की दुनिया के लिए कैसे दिख रहे हैं?
वैश्विक स्तर पर काफी अनिश्चितताएं देखी जा रही है। मुझे लगता है कि अमेरिकी डाटा बाजार को स्पष्ट दिशा नहीं दे रहे हैं। अमेरिका की साख की समस्या सुलझती नहीं दिख रही है। फेडरल रिजर्व ने इससे निपटने के लिए बड़े कदम भी उठाए। लेकिन इन सबके बावजूद अस्थिरता थमती नजर नहीं आ रही है और यह अगले कुछ और महीने तक देखने को मिल सकती है।

सेंसेक्स में 12,700 का स्तर भी सम्भव

वैश्विक स्तर पर तरलता की कमी देखा जा रही है। उभरते बाजारों में लगातार बिकवाली देखी जा रही है। मॉर्गन में अपने संस्थागत क्लायंट से बात करने से आपको इसके पीछे क्या वजह लगती है?

छः महीने पहले भारत की स्थिति दुनिया के दूसरे बाजारों से बिल्कुल अलग थी लेकिन अगर वैश्विक स्तर पर मंदी की स्थिति कायम रहती है तो इससे भारत भी प्रभावित होगा।

आंकड़े बताते हैं कि पहले महीने में विदेशी निवेशकों ने जमकर बिकवाली की। लेकिन हाल के स्तर से बाजार का नीचे का स्तर क्या होगा यह कहना मुश्किल है।

सेंसेक्स की 600 अंकों की छलांग

मुंबई. अमेरिकी बाजार में कल बढ़ दिखाई देने के बाद गुरुवार को एशियाई बाजारों में भी उछाल देखा जा रहा है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स आज सुबह सवा दस बजे के आसपास 600 अंकों से ऊपर चल रहा था।

इससे पहले सुबह 9.56 बजे सेंसेक्स 556 अंक ऊपर चढ़कर 17505 के अांकड़े पर था और शेयर बाजार का राष्ट्रीय सूचकांक निफ्टी भी 134 अंकों की बढ़त के साथ 5063 के स्तर पर देखा गया। आज के शुरुआती कारोबार के दौरान रिलायंस, आरकॉम, आरपीएल, एनटीपीसी और टाटा पावर के शेयरों में उछाल देखा गया।

Wednesday, 13 February 2008

सभी को स्पेक्ट्रम देने की कोशिश होगी

बार्सिलोनाः टेलिकॉम डिपार्टमेंट को उम्मीद है कि रक्षा मंत्रालय जल्द स्पेक्ट्रम देगा, ताकि नई कंपनियों को इसे बांटा जा सके। टेलिकॉम सेक्रेटरी सिद्धार्थ बेहुरा ने जीएसएम वर्ल्ड कांग्रेस के दौरान बताया कि हम रक्षा मंत्रालय के साथ संपर्क में हैं। यह पूछने पर कि रक्षा मंत्रालय कितना स्पेक्ट्रम छोड़ेगा और कितनी कंपनियों को स्पेक्ट्रम आवंटन किया जाएगा। बेहुरा ने कहा, हम सभी को अलॉट करने की कोशिश करेंगे। यदि आवेदकों की मांग को पूरा करने के बाद अतिरिक्त स्पेक्ट्रम उपलब्ध होता है तो 25 सितंबर 2007 के बाद आवेदन करने वाली कंपनियों को भी स्पेक्ट्रम आवंटन किया जाएगा। लेकिन हम रक्षा मंत्रालय को उसके हिस्से के स्पेक्ट्रम से वंचित नहीं करेंगे, जिसका वह इस्तेमाल कर रहा है।

गौरतलब है कि 25 सितंबर तक नौ कंपनियों ने स्पेक्ट्रम आवंटन के लिए आवेदन किया है। उन्हें आशय पत्र दे दिया गया है। सरकार ने मंगलवार को टीडीसैट में भी कहा कि आशय पत्र पाने वाली सभी कंपनियों को स्पेक्ट्रम दिया जाएगा, लेकिन यह रक्षा मंत्रालय पर निर्भर है। अगर रक्षा विभाग स्पेक्ट्रम एक बार में जारी कर दे तो कोई समस्या नहीं होगा। लेकिन धीरे-धीरे स्पेक्ट्रम छोड़ने पर समस्या होगी और कुछ को इंतजार करना पड़ सकता है।

मोजर बेयर डेढ़ अरब डॉलर का निवेश करेगी

नई दिल्ली। मोजर बेयर ने अगले दो वर्षों में सूक्ष्म फिल्म फोटोवोल्टेक (पीवी) की निर्माण क्षमता मौजूदा 40 मेगावाट से बढ़ाकर 600 मेगावाट करने की डेढ़ अरब डॉलर की योजना बनाई है।

इस विस्तार योजना के तहत मोजर बेयर की अनुषंगी इकाई पी.पी. टेक्नोलोजिज इंडिया ने एक अमेरिकी कम्पनी के साथ एक समझौता किया है। इस विस्तार योजना के बाद कम्पनी सूक्ष्म फिल्म पीवी बनाने वाली विश्व की अग्रणी कम्पनियों में शुमार हो जाएगी।

मोजर बेयर 400 रुपए के लक्ष्य पर

प्रस्तावित विस्तार मोजर बेयर की ग्रेटर नोएडा तथा चेन्नई स्थित उत्पादन संयंत्रों में किया जाएगा। इस विस्तार क्षमता पर डेढ़ अरब डॉलर का खर्च आएगा जिसे ऋण और इक्विटी के जरिए जुटाया जाएगा।

गौरतलब है कि सूक्ष्म फिल्म सौर मॉडयूल्स ऊर्जा फार्मों, ग्रामीण क्षेत्रों तथा फोटोवोल्टेक बाजारों के लिए उपयोगी साबित हो रहे हैं। अगले दो वर्षो में विश्व स्तर पर सूक्ष्म फिल्म पीवी के बाजार में पांच अरब डॉलर का और इजाफा होने की सम्भावना है। इस कम्पनी का लक्ष्य विश्व बाजार के 30 फीसदी हिस्से पर कब्जा करना है।

बेरुखी कायम, एक और आईपीओ वापस

मुंबई: आईपीओ मार्केट में अनिश्चितता कायम है। एसवीईसी कंस्ट्रक्शंस ने भी खराब रेस्पॉन्स मिलने पर अपना आईपीओ वापस ले लिया है। आईपीओ के ऑफर की अवधि बुधवार को खत्म होनी थी। इस साल वोकहार्ट हॉस्पिटल्स और एम्मार के बाद एसवीईसी आईपीओ वापस लेने वाली तीसरी कंपनी हो गई है।

ऑफर के सातवें दिन एसवीईसी कंस्ट्रक्शंस का सब्सक्रिप्शन 25 फीसदी ही पहुंच सका था। 40 लाख शेयरों के लिए 9,81,820 आवेदन ही आए। इससे पहले कंपनी ने आईपीओ की अवधि का विस्तार करते हुए प्राइस बैंड में भी कमी की थी। इस बीच आईटी कंसल्टिंग और सर्विसेज फर्म जीएसएस अमेरिका इन्फोटेक को ऑफर के दूसरे दिन सात फीसदी सब्सक्राइब हो सके। इस घटनाक्रम के बावजूद सरकारी तेल कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड ने कहा है कि हमारा आईपीओ मार्च के बाद आएगा।

मार्केट में जे. कुमार इन्फ्राप्रोजेक्ट्स के शेयर पहले दिन निवेशकों को आकर्षित नहीं कर पाए। इसके 110 रुपये प्रति शेयर के इश्यू प्राइस में छह फीसदी की गिरावट आ गई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में शुरुआत 100 रुपये से हुई और 84 रुपये के निचले स्तर को छूते हुए दिन बीतने पर कीमत 102.70 रुपये पर आ गई।

शेयर बाजार में कारोबार मजबूत

देश के शेयर बाजारों की तेजी इस समय काफी मजबूत हो गई है। यहां सेंसेक्स व निफ्टी करीब 2.5 फीसदी, क्रमशः 483 और 132 अंक ऊपर कारोबार कर रहे हैं। यहां मिडकैप सूचकांक में भी डेढ़ फीसदी की तेजी है।

इस समय तेल व गैस सूचकांक चार फीसदी से ज्यादा, बैंकिंग, ऊर्जा व अचल सम्पत्ति क्षेत्र तीन फीसदी से ज्यादा, पूंजीगत वस्तु, एफएमसीजी, धातु और पीएसयू क्षेत्र दो फीसदी से ज्यादा की तेजी पर है। कोई भी सूचकांक यहां गिरावट पर नहीं है।

सेंसेक्स में शामिल तीस शेयरों में से रिलाय़ंस, भेल, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, रिलाय़ंस एनर्जी, टाटा स्टील, एसीसी और टाटा मोटर्स के शेयर शेयर बढ़त पर हैं। गिरने वाले शेयरों में केवल सत्यम कम्प्यूटर्स और विप्रो के शेयर शामिल हैं।

सुबह 10:54 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 17,091.87 के स्तर पर 483.86 अंक ऊपर और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 4970.35 के स्तर पर 132.10 अंक ऊपर कारोबार कर रहा है।

सुबह 9:57 बजे

मुम्बई शेयर बाजार का सेंसेक्स सूचकांक 16,878.73 के स्तर पर 247.82 अंक ऊपर और राष्ट्रीय शेयर बाजार का निफ्टी 4,908.15 के स्तर पर 51.15 अंक ऊपर कारोबार कर रहा है।

आज देश के शेयर बाजार अच्छी बढ़त पर खुले हैं और यहां खरीदारी का माहौल है। बीएसई पर सभी क्षेत्रीय सूचकांकों में तेजी है। इन्हें वैश्विक शेयर बाजारों से अच्छे संकेत मिले हैं।

एशियाई बाजार

एशियाई बाजार आज बढ़त पर कारोबार कर रहे हैं। हांगकांग का हैंगसेंग 1.53 फीसदी ऊपर है। सिंगापूर का स्ट्रेट टाइम्स 1.80 फीसदी ऊपर है। जापान के निक्केई में 1.39 फीसदी और दक्षिण कोरिया के सियोल कम्पोजिट में 0.19 फीसदी की तेजी है। ताइवान का ताइवान व्हेटेड 0.75 फीसदी ऊपर है।

अमेरिकी बाजार

अमेरिकी बाजारों में भी कल तेजी देखी गई। कल डाओ जोंस 133.40 फीसदी चढ़कर 12,373.41 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एसएंडपी500 सूचकांक में 9.73 अंक की तेजी रही और यह 1,348.86 अंक पर बंद हुआ। हालांकि नैस्डेक कमोपोजिट 2,320.04 पर ही रहा।

एशियाई बाजारों से अच्छे संकेत

आज एशियाई बाजारों में तेजी देखी जा रही है। ज्यादातर बाजार बढ़त में कारोबार कर रहे हैं। निक्केई, स्ट्रेट टाइम्स, हेंग सेंग, कॉस्पी सभी में तेजी देखी जा रही है। हालांकि कई दिन की छुट्टी के बाद खुले शंघाई में नरमी है।

अमेरिकी बाजारों को वॉरेन बफेट से उम्मीद

अमेरिकी बाजार कल दूसरे लगातार दिन बढ़त के साथ बंद हुए। अमेरिकी बाजार में यह तेजी इस उम्मीद से आई कि सबप्राइम संकट से जूझ रहे बाजार को वॉरेन बफेट की मदद मिल सकती है।

सेंसेक्स में 12,700 का स्तर भी सम्भव

मशहूर निवेशक और बर्कशायर हैथवे के अध्यक्ष वॉरेन बफेट ने कहा है कि वो आठ सौ अरब डॉलर तक की मदद देने को तैयार है।

विदेशी खबरों में फंसे भारतीय बाजार

इस बयान के बाद सिटी ग्रुप और बैंक ऑफ अमेरिका जैसे बड़े बैंकों में अच्छी बढ़त देखी गई। डाओ जोंस 133 अंक की बढ़त के साथ 12,373 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नैस्डेक कल के स्तर से बेहद हल्की गिरावट पर बंद हुआ जबकि एसएंडपी500 सूचकांक 17 अंक की बढ़त के साथ 1,356 के स्तर पर बंद होने में कामयाब रहा।

Tuesday, 12 February 2008

सेंसेक्स के इतिहास की तीसरी बड़ी गिरावट

मुम्बई। अनिल धीरुभाई अम्बानी समूह की रिलायंस पावर का जोरदार करंट आज शेयर बाजारों को लगा। इसके चलते मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) के सेंसेक्स में तीसरी बड़ी और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में चौथा बड़ा नुकसान दर्ज किया गया।

रिलायंस पावर की सूचीबद्धता का बेसब्री से इंतजार कर रहे निवेशक बुरी तरह मायूस हुए। सत्र की शुरुआत में कम्पनी का शेयर आवंटन मूल्य की तुलना में एनएसई में 530 रुपए पर खुला और इसके बाद इसमें निरंतर उठापटक देखी गई। विदेशी शेयर बाजारों की मंदी ने बाजार को और झटका दिया।

रिलायंस पावर से खफा हैं निवेशक

सत्र की शुरुआत में सेंसेक्स शुक्रवार के 17,464.89 अंक की तुलना में 17,427.34 अंक पर नीचा खुला और इसके बाद उठ नहीं सका। भारी बिकवाली के दबाव के चलते सेंसेक्स शुरुआती स्तर की तुलना में करीब एक हजार अंक नीचे 16,457.74 अंक तक गिरने के बाद समाप्ति पर एक दिन की तीसरी बड़ी गिरावट 833.90 अंक अर्थात 4.78 प्रतिशत के नुकसान से 16630.91 अंक पर बंद हुआ।

इससे पहले सेंसेक्स की दो बड़ी गिरावट इसी वर्ष 21 जनवरी को 1,408.35 अंक और इसके अगले दिन 875.40 अंक रही थी।

एनएसई के निफ्टी की चाल भी कमोबेश सेंसेक्स की तरह रही। शुरू में शुक्रवार के 5,120.35 अंक की तुलना में 5,120.55 अंक पर खुलकर यह ऊंचे में 5,126.40 अंक तक गया और रिलायंस पावर के आईपीओ के सूचीबद्ध होने के बाद इसमें निरंतर गिरावट रही। सत्र में नीचे में 4,803.60 अंक तक गिरने के बाद समाप्ति पर यह 4,857 अंक पर 263.55 अंक अर्थात 5.14 प्रतिशत नीचा रहा।

इस हफ्ते भी रहेगी बाजार में उठापटक

बीएसई में आईटी को छोड़कर अन्य किसी वर्ग का सूचकांक बढ़त नहीं पा सका। मिडकैप और स्मॉलकैप में क्रमशः 413.44 तथा 480.25 अंक का नुकसान हुआ।

अन्य सूचकांकों में धातु सूचकांक 840.59 अंक, तेल व गैस 752.64 अंक, अचल सम्पत्ति 615.52, बैंकिंग 414.54, ऑटो 160.79 और इंजीनियरिंग 825.04 अंक टूट गए। आईटी में 4.82 अंक की मामूली बढ़त दर्ज की गई।

विश्व के शेयर बाजारों में हांगकांग का हैंगसैंग 853.35 अंक और पाकिस्तान 50.30 अंक नीचे आए। यूरोप के शेयर बाजार शुरुआती कामकाज में एक प्रतिशत नीचे खुले हैं।

बीएसई में कामकाज के दौरान कुल 2,737 कम्पनियों के शेयरों में कामकाज हुआ। इसमें से 89.79 प्रतिशत अर्थात 2,457 कम्पनियों के शेयर नुकसान में रहे जबकि 245 अर्थात 895 में लाभ और 35 में स्थिरता रही।

सेंसेक्स की तीस कम्पनियों में 25 नुकसान और पांच फायदे में थीं।

कारोबारियों का कहना था कि वोकहार्ट हास्पिटल और एम्मार एमजीएफ के आईपीओ को समर्थन नहीं मिलने से पहले से दबाव में दिख रहे शेयर बाजार रिलायंस पावर की कम कीमत पर सूचीबद्धता और गहरा गई।

मोजर बेयर 400 रुपए के लक्ष्य पर

रिलायंस पावर की प्रवर्तक कम्पनी रिलायंस एनर्जी को सेंसेक्स की तीस कम्पनियों में सबसे तेज झटका लगा। इसका शेयर सत्र की शुरुआत में 1,965 रुपए पर खुला और 20 रुपए बढ़कर 1,985 रुपए तक जाने के बाद निरंतर बिकवाली के दबाव में रहा और 1,515 रुपए तक गिरने के उपरांत समाप्ति पर कुल 380.75 रुपए अर्थात 19.40 प्रतिशत टूटकर 1,582.30 रुपए पर बंद हुआ।

इसी समूह की एक अन्य कम्पनी रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयर में 8.62 प्रतिशत अर्थात 55.70 रुपए का नुकसान रहा और इसका शेयर 590.40 रुपए रह गया। रिलायंस पावर के शेयर में गिरावट को देखते हुए ऊर्जा क्षेत्र की अन्य कम्पनियों के शेयर भी बिकवाली के दबाव में रहे। एनटीपीसी का शेयर 6.74 प्रतिशत अर्थात 13.70 रुपए टूटकर 189.60 रुपए रह गया।

कौन से अम्बानी रहेंगे आगे?

हिन्दुस्तान लीवर, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, एसबीआई, एलएंडटी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी लिमिटेड, भेल, ओएनजीसी, एसीसी, बजाज ऑटो, एचडीएफसी, हिंडाल्को, सिप्ला, भारती एयरटेल, टाटा स्टील और आईसीआईसीआई बैंक में तीन प्रतिशत से लेकर सात प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

फायदे वाले शेयरों में सत्यम कम्प्यूटर में 3.30 प्रतिशत की बढ़त रही। इसका शेयर 13.05 रुपए बढ़कर 423.85 रुपए पर बंद हुआ। इस क्षेत्र की अग्रणी टीसीएस के शेयर में 903.20 रुपए पर सवा तीन रुपए और दूसरी बड़ी इन्फोसिस टेक्नालॉजिस के शेयर में 1,550.75 रुपए पर साढ़े सात रुपए का फायदा दिखा। विप्रो का शेयर 423.50 रुपए पर 1.05 रुपए ऊपर रहा। यात्री कार की अग्रणी मारुति सुजुकी का शेयर 811.95 रुपए पर 8.10 रुपए ऊंचा रहा।

मार्केट के साथ पावर को भी लगा शॉक

नई दिल्लीः रिलायंस पावर के आईपीओ के शेयर लिस्टेड होने के बाद कमाल नहीं कर पाए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के साथ इसके शेयर भी औंधे मुंह गिरे। जहां बीएसई का शेयर इंडेक्स 833 और एनएसई का इंडेक्स 283 पॉइंट्स गिरा, वहीं रिलायंस पावर के शेयर अपने अलॉटमेंट प्राइस 450 रुपये से गिरकर 372 रुपये पर बंद हुए। इससे आईपीओ खरीदने वालों को करारा झटका लगा। उन्हें जिस मुनाफे की उम्मीद थी, वह उन्हें नहीं मिला।

इन्वेस्टर पूछ रहे थे कि ऐसा क्यों हुआ। जिस कंपनी के आईपीओ को खरीदने के लिए प्राइमरी मार्केट में 70 गुना ज्यादा आवेदन आए, आखिर सेकंडरी मार्केट में वह क्यों गिर गया। जानकारों का कहना है कि पिछले दिनों से शेयर मार्केट में जो कारोबार चल रहा है, उससे साफ लग रहा था कि लिस्टिंग के बाद इसके शेयर ज्यादा ऊंचाई पर नहीं जाएंगे। हालांकि इतना नीचे गिरने की बात भी किसी ने नहीं सोची थी।

बीएसई व एनएसई में रिलायंस पावर के आईपीओ के शेयरों की लिस्टिंग इसके प्राइस बैंड से ज्यादा हुई। बीएसई में शेयर 940 रुपये और एनएसई में 530 रुपये में लिस्टेड हुए। मगर बाद में जिस तरह से मंदी की हवा चली, उसने इसके शेयरों को चपेट में ले लिया। बीएसई में इसके शेयर 600 रुपये पर पहुंचे, मगर फिर गिरते हुए 372 रुपये पर बंद हुए। एनएसई में ये 335 रुपये के न्यूनतम स्तर पर आकर 372 रुपये पर बंद हुए।

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि रिलायंस पावर के शेयरों को नीचे गिराने में उन कारोबारियों का प्रमुख हाथ रहा, जो पिछले कई दिनों से शेयरों में हो घाटे से परेशान थे। साहनी एंड साहनी के प्रमुख व सीनियर ब्रोकर विक्रम साहनी का मानना है कि रिलायंस पावर के आईपीओ को लेकर जितनी आशाएं बुलंद की गई थीं, उसने अन्य शेयरों से घाटा उठा रहे कारोबारियों को मुनाफा कमाने की रणनीति बनाने पर विवश कर दिया। शेयरों की लिस्टिंग के बाद इन कारोबारियों ने उसे बेचना शुरू कर दिया। अहम सचाई यह भी है कि इसके आईपीओ को खरीदने वाले अधिकांश वे खुदरा इनवेस्टर थे, जिन्होंने बैंकों से लोन लेकर इसको खरीदा था। उनकी रणनीति यही थी कि लिस्टिंग होने के बाद इसको बेचकर लाभ कमाना। उन्होंने वैसा ही किया।

बेशक रिलायंस पावर के शेयर बाजार की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पाए, मगर कंपनी को उम्मीद है कि आने वाले समय में इसके शेयर अपने 40 लाख निवेशकों को निराश नहीं करेंगे। कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार सोमवार को बाजार में मंदी का दिन था, जिसके कारण सभी बड़े शेयरों को नुकसान उठाना पड़ा। प्रवक्ता के अनुसार आईपीओ के शेयरों के इस प्रदर्शन से कंपनी परेशान तो है मगर निराश नहीं। रिलायंस पावर का आईपीओ का शेयर बाजार के इतिहास में सबसे बड़ा आईपीओ था। 11560 करोड़ रुपये के आईपीओ में करीब 40 लाख निवेशकों ने साढ़े सात लाख करोड़ रुपये का धन लगाया हुआ है।

पुंज लॉयड, जीएमआर इंफ्रा को संभालें

डाइमेंशंस कंसल्टिंग के अजय श्रीवास्तव की राय है कि पुंज लायड, जीएमआर इंफ्रा, जेपी एसोसिएट्स के शेयर सम्भालने चाहिए।

धातु क्षेत्र के शेयर खरीदें

श्रीवास्तव ने ‘सीएनबीसी-टीवी18’ से कहा, “अगर आपने पुंज लॉयड, जीएमआर, जेपी एसोसिएट्स में पहले से निवेश कर रखा है तो इन्हें सम्भालकर रखिए। इन्हें बेचिए मत। अभी कुछ भी हो रहा हो लेकिन लम्बी अवधि में इन शेयरों में काफी मूल्यांकन होने वाला है। अगर आपने पहले से शेयर खरीदकर नहीं रखे हैं, तो खरीदना शुरू कर दीजिए, इससे अच्छा समय नहीं मिलेगा। इन सभी शेयरों में लम्बी अवधि के हिसाब से टिकने की ताकत दिखाई देती है। शेयरों की कीमतें काफी ऊपर जाने के बाद काफी करेक्शन इनमें हो चुका है।”