नई दिल्ली। देश के शेयर बाजारों में आगामी सप्ताह सतर्क माहौल के बीच उतार-चढ़ाव का दौर बने रहने की सम्भावना है। उधर 22 फरवरी को समाप्त हुए सप्ताह में मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 766.18 अंकों यानी 4.23 प्रतिशत की गिरावट से 17,349.07 पर आ गया। राष्ट्रीय शेयर बाजार (एनएसई) का निफ्टी भी 192.15 अंक अर्थात 3.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,110.75 अंक पर आ गया।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि आगामी सप्ताह उतार-चढ़ाव की अधिक सम्भावना है और निवेशकों को सतर्कता के साथ निवेश पर जोर देना चाहिए। गुरूवार को ‘फ्यूचर एंड ऑप्शन’ का निपटान होना है और उसी दिन संसद में आर्थिक समीक्षा भी पेश होगी जिसमें अर्थव्यवस्था के बारे में सटीक सूचनाएं मिल सकेंगी। इसके एक दिन बाद आम बजट पेश होना है।
दिल्ली शेयर बाजार के पूर्व अध्यक्ष और ग्लोब कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड के प्रमुख अशोक कुमार अग्रवाल के मुताबिक वोकहार्ट हॉस्पिटल, एम्मार एमजीएफ और एसईवीसी कंस्ट्रक्शन के प्रारम्भिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मिले कमजोर समर्थन से जो निराशा और घबराहट की स्थिति बनी थी, वह आरइसी के आईपीओ को करीब 28 गुना ज्यादा अभिदान मिलने से कम हुई है।
अग्रवाल का कहना है कि इसके बावजूद सतर्कता के साथ मूलभूत रुप से मजबूत कम्पनियों के शेयरों में ही निवेश अधिक सुरक्षित रहेगा। राय में सीमेंट कम्पनियों में बहुत अच्छे अवसर नहीं हैं, किंतु एफएमसीजी, बैंकिंग और ऑटोमोबाईल को समर्थन मिल सकता है।
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