मुम्बई। अनिल धीरुभाई अम्बानी समूह की रिलायंस पावर का जोरदार करंट आज शेयर बाजारों को लगा। इसके चलते मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) के सेंसेक्स में तीसरी बड़ी और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में चौथा बड़ा नुकसान दर्ज किया गया।
रिलायंस पावर की सूचीबद्धता का बेसब्री से इंतजार कर रहे निवेशक बुरी तरह मायूस हुए। सत्र की शुरुआत में कम्पनी का शेयर आवंटन मूल्य की तुलना में एनएसई में 530 रुपए पर खुला और इसके बाद इसमें निरंतर उठापटक देखी गई। विदेशी शेयर बाजारों की मंदी ने बाजार को और झटका दिया।
रिलायंस पावर से खफा हैं निवेशक
सत्र की शुरुआत में सेंसेक्स शुक्रवार के 17,464.89 अंक की तुलना में 17,427.34 अंक पर नीचा खुला और इसके बाद उठ नहीं सका। भारी बिकवाली के दबाव के चलते सेंसेक्स शुरुआती स्तर की तुलना में करीब एक हजार अंक नीचे 16,457.74 अंक तक गिरने के बाद समाप्ति पर एक दिन की तीसरी बड़ी गिरावट 833.90 अंक अर्थात 4.78 प्रतिशत के नुकसान से 16630.91 अंक पर बंद हुआ।
इससे पहले सेंसेक्स की दो बड़ी गिरावट इसी वर्ष 21 जनवरी को 1,408.35 अंक और इसके अगले दिन 875.40 अंक रही थी।
एनएसई के निफ्टी की चाल भी कमोबेश सेंसेक्स की तरह रही। शुरू में शुक्रवार के 5,120.35 अंक की तुलना में 5,120.55 अंक पर खुलकर यह ऊंचे में 5,126.40 अंक तक गया और रिलायंस पावर के आईपीओ के सूचीबद्ध होने के बाद इसमें निरंतर गिरावट रही। सत्र में नीचे में 4,803.60 अंक तक गिरने के बाद समाप्ति पर यह 4,857 अंक पर 263.55 अंक अर्थात 5.14 प्रतिशत नीचा रहा।
इस हफ्ते भी रहेगी बाजार में उठापटक
बीएसई में आईटी को छोड़कर अन्य किसी वर्ग का सूचकांक बढ़त नहीं पा सका। मिडकैप और स्मॉलकैप में क्रमशः 413.44 तथा 480.25 अंक का नुकसान हुआ।
अन्य सूचकांकों में धातु सूचकांक 840.59 अंक, तेल व गैस 752.64 अंक, अचल सम्पत्ति 615.52, बैंकिंग 414.54, ऑटो 160.79 और इंजीनियरिंग 825.04 अंक टूट गए। आईटी में 4.82 अंक की मामूली बढ़त दर्ज की गई।
विश्व के शेयर बाजारों में हांगकांग का हैंगसैंग 853.35 अंक और पाकिस्तान 50.30 अंक नीचे आए। यूरोप के शेयर बाजार शुरुआती कामकाज में एक प्रतिशत नीचे खुले हैं।
बीएसई में कामकाज के दौरान कुल 2,737 कम्पनियों के शेयरों में कामकाज हुआ। इसमें से 89.79 प्रतिशत अर्थात 2,457 कम्पनियों के शेयर नुकसान में रहे जबकि 245 अर्थात 895 में लाभ और 35 में स्थिरता रही।
सेंसेक्स की तीस कम्पनियों में 25 नुकसान और पांच फायदे में थीं।
कारोबारियों का कहना था कि वोकहार्ट हास्पिटल और एम्मार एमजीएफ के आईपीओ को समर्थन नहीं मिलने से पहले से दबाव में दिख रहे शेयर बाजार रिलायंस पावर की कम कीमत पर सूचीबद्धता और गहरा गई।
मोजर बेयर 400 रुपए के लक्ष्य पर
रिलायंस पावर की प्रवर्तक कम्पनी रिलायंस एनर्जी को सेंसेक्स की तीस कम्पनियों में सबसे तेज झटका लगा। इसका शेयर सत्र की शुरुआत में 1,965 रुपए पर खुला और 20 रुपए बढ़कर 1,985 रुपए तक जाने के बाद निरंतर बिकवाली के दबाव में रहा और 1,515 रुपए तक गिरने के उपरांत समाप्ति पर कुल 380.75 रुपए अर्थात 19.40 प्रतिशत टूटकर 1,582.30 रुपए पर बंद हुआ।
इसी समूह की एक अन्य कम्पनी रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयर में 8.62 प्रतिशत अर्थात 55.70 रुपए का नुकसान रहा और इसका शेयर 590.40 रुपए रह गया। रिलायंस पावर के शेयर में गिरावट को देखते हुए ऊर्जा क्षेत्र की अन्य कम्पनियों के शेयर भी बिकवाली के दबाव में रहे। एनटीपीसी का शेयर 6.74 प्रतिशत अर्थात 13.70 रुपए टूटकर 189.60 रुपए रह गया।
कौन से अम्बानी रहेंगे आगे?
हिन्दुस्तान लीवर, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, एसबीआई, एलएंडटी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी लिमिटेड, भेल, ओएनजीसी, एसीसी, बजाज ऑटो, एचडीएफसी, हिंडाल्को, सिप्ला, भारती एयरटेल, टाटा स्टील और आईसीआईसीआई बैंक में तीन प्रतिशत से लेकर सात प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
फायदे वाले शेयरों में सत्यम कम्प्यूटर में 3.30 प्रतिशत की बढ़त रही। इसका शेयर 13.05 रुपए बढ़कर 423.85 रुपए पर बंद हुआ। इस क्षेत्र की अग्रणी टीसीएस के शेयर में 903.20 रुपए पर सवा तीन रुपए और दूसरी बड़ी इन्फोसिस टेक्नालॉजिस के शेयर में 1,550.75 रुपए पर साढ़े सात रुपए का फायदा दिखा। विप्रो का शेयर 423.50 रुपए पर 1.05 रुपए ऊपर रहा। यात्री कार की अग्रणी मारुति सुजुकी का शेयर 811.95 रुपए पर 8.10 रुपए ऊंचा रहा।
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