नई दिल्ली। देश के शेयर बाजारों में आगामी सप्ताह सतर्क माहौल के बीच उतार-चढ़ाव का दौर बने रहने की सम्भावना है। उधर 16 फरवरी को समाप्त हुए सप्ताह में मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स पिछले चार हफ्ते की तगड़ी गिरावट के बाद 650.35 अंक की बढ़त पाने में सफल रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 372.30 अंक की छलांग लगा गया।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि आगामी सप्ताह उतार-चढ़ाव की अधिक सम्भावना है और निवेशकों को सर्तकता के साथ निवेश पर जोर देना चाहिए।
दिल्ली शेयर बाजार के पूर्व अध्यक्ष और ग्लोब कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड के प्रमुख अशोक कुमार अग्रवाल के मुताबिक वोकहार्ट हॉस्पिटल, एम्मार एमजीएफ और एसईवीसी कंस्ट्रक्शन के प्रारम्भिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मिले कमजोर समर्थन से जो निराशा और घबराहट की स्थिति बनी थी, वह कम हुई है।
अग्रवाल का कहना है कि इसके बावजूद सतर्कता के साथ मूलभूत रुप से मजबूत कम्पनियों के शेयरों में ही निवेश अधिक सुरक्षित रहेगा। उनकी राय में सीमेंट कम्पनियों में बहुत अच्छे अवसर नहीं हैं, किंतु एफएमसीजी, बैंकिंग और ऑटोमोबाइल को समर्थन मिल सकता है।
विश्लेषकों का कहना है कि बाजार की काफी कुछ चाल विदेशी शेयर बाजारों पर भी निर्भर करेगी।
उधर बीते सप्ताह शेयर बाजारों में भारी उठापटक देखी गई| अनिल धीरुभाई अम्बानी समूह की रिलायंस पावर का आईपीओ सोमवार को शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुआ और इसकी पतली हालत के चलते सेंसेक्स को अंकों के लिहाज से 833.90 अंक की टूट झेलते हुए तीसरी बड़ी गिरावट का स्वाद चखना पड़ा। इस दिन निफ्टी में 263.55 अंक निकले। मंगलवार को इस झटके से शेयर बाजार कुछ ऊबरने के बावजूद मामूली गिरावट में रहे और बुधवार से मजबूती पकड़ने के साथ ही फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
सप्ताह के दौरान बीएसई के सेंसेक्स में कुल 650.36 अंक की बढ़त दर्ज की गई और यह 18,115.25 अंक पर पहुंच गया। निफ्टी 182.15 अंक बढ़कर 5,302.90 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में अच्छी बढ़त के बावजूद मिडकैप और स्मॉलकैप में क्रमशः 41.19 तथा 299.22 अंक की गिरावट रही।
विदेशी संस्थागत निवेशक 13 फरवरी तक की स्थिति के अनुसार 279 करोड़ 80 लाख रुपए के शुद्ध बिकवाल रहे हैं। इस वर्ष इनकी कुल बिक्री 13,315 करोड़ 40 लाख रुपए तक पहुंच गई है।
गत सप्ताह भेल के शेयरों ने निवेशकों को खासा आकर्षित किया। कई बड़े ऑर्डर मिलने और इन खबरों से कि सभी परियोजनाओं के लिए नेशनल इंश्योरेंस से सात अरब डॉलर का बीमा होने की रिपोर्टों के बीच भेल का शेयर 12.3 प्रतिशत बढ़कर 2,261.35 रुपए पर पहुंच गया। रिलायंस कम्युनिकेंशस में 611.70 रुपए पर 5.32 प्रतिशत का नुकसान हुआ।
निजी क्षेत्र की अग्रणी पेट्रोलियम कम्पनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर कम्पनी को नए क्षेत्र में गैस मिलने की खबरों के बीच 6.97 प्रतिशत बढ़कर 2,590.55 रुपए पर पहुंच गया। भारती एयरटेल 881.60 रुपए पर स्थिर और एसबीआई का शेयर 2,297.95 रुपए पर 4.86 प्रतिशत ऊंचा रहा। सूचना प्रौद्योगिकी कम्पनियों में इस वर्ग की दूसरी बडी इन्फोसिस टेक्नोलोजिस के शेयर में हल्की बढ़त और तीसरी प्रमुख विप्रो में कुछ नुकसान दिखा।
रिलायंस पावर का शेयर अपने आवंटन मूल्य 450 रुपए की तुलना में 17.22 प्रतिशत के नुकसान से 372.50 रुपए का रहा।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि आगामी सप्ताह उतार-चढ़ाव की अधिक सम्भावना है और निवेशकों को सर्तकता के साथ निवेश पर जोर देना चाहिए।
दिल्ली शेयर बाजार के पूर्व अध्यक्ष और ग्लोब कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड के प्रमुख अशोक कुमार अग्रवाल के मुताबिक वोकहार्ट हॉस्पिटल, एम्मार एमजीएफ और एसईवीसी कंस्ट्रक्शन के प्रारम्भिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को मिले कमजोर समर्थन से जो निराशा और घबराहट की स्थिति बनी थी, वह कम हुई है।
अग्रवाल का कहना है कि इसके बावजूद सतर्कता के साथ मूलभूत रुप से मजबूत कम्पनियों के शेयरों में ही निवेश अधिक सुरक्षित रहेगा। उनकी राय में सीमेंट कम्पनियों में बहुत अच्छे अवसर नहीं हैं, किंतु एफएमसीजी, बैंकिंग और ऑटोमोबाइल को समर्थन मिल सकता है।
विश्लेषकों का कहना है कि बाजार की काफी कुछ चाल विदेशी शेयर बाजारों पर भी निर्भर करेगी।
उधर बीते सप्ताह शेयर बाजारों में भारी उठापटक देखी गई| अनिल धीरुभाई अम्बानी समूह की रिलायंस पावर का आईपीओ सोमवार को शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुआ और इसकी पतली हालत के चलते सेंसेक्स को अंकों के लिहाज से 833.90 अंक की टूट झेलते हुए तीसरी बड़ी गिरावट का स्वाद चखना पड़ा। इस दिन निफ्टी में 263.55 अंक निकले। मंगलवार को इस झटके से शेयर बाजार कुछ ऊबरने के बावजूद मामूली गिरावट में रहे और बुधवार से मजबूती पकड़ने के साथ ही फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
सप्ताह के दौरान बीएसई के सेंसेक्स में कुल 650.36 अंक की बढ़त दर्ज की गई और यह 18,115.25 अंक पर पहुंच गया। निफ्टी 182.15 अंक बढ़कर 5,302.90 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में अच्छी बढ़त के बावजूद मिडकैप और स्मॉलकैप में क्रमशः 41.19 तथा 299.22 अंक की गिरावट रही।
विदेशी संस्थागत निवेशक 13 फरवरी तक की स्थिति के अनुसार 279 करोड़ 80 लाख रुपए के शुद्ध बिकवाल रहे हैं। इस वर्ष इनकी कुल बिक्री 13,315 करोड़ 40 लाख रुपए तक पहुंच गई है।
गत सप्ताह भेल के शेयरों ने निवेशकों को खासा आकर्षित किया। कई बड़े ऑर्डर मिलने और इन खबरों से कि सभी परियोजनाओं के लिए नेशनल इंश्योरेंस से सात अरब डॉलर का बीमा होने की रिपोर्टों के बीच भेल का शेयर 12.3 प्रतिशत बढ़कर 2,261.35 रुपए पर पहुंच गया। रिलायंस कम्युनिकेंशस में 611.70 रुपए पर 5.32 प्रतिशत का नुकसान हुआ।
निजी क्षेत्र की अग्रणी पेट्रोलियम कम्पनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर कम्पनी को नए क्षेत्र में गैस मिलने की खबरों के बीच 6.97 प्रतिशत बढ़कर 2,590.55 रुपए पर पहुंच गया। भारती एयरटेल 881.60 रुपए पर स्थिर और एसबीआई का शेयर 2,297.95 रुपए पर 4.86 प्रतिशत ऊंचा रहा। सूचना प्रौद्योगिकी कम्पनियों में इस वर्ग की दूसरी बडी इन्फोसिस टेक्नोलोजिस के शेयर में हल्की बढ़त और तीसरी प्रमुख विप्रो में कुछ नुकसान दिखा।
रिलायंस पावर का शेयर अपने आवंटन मूल्य 450 रुपए की तुलना में 17.22 प्रतिशत के नुकसान से 372.50 रुपए का रहा।
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