Friday, 8 February 2008

बाजार और नीचे जा सकता है

अगर पूंजी का अंतर्वाह नहीं होता है तो बजट के होने या न होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। तकनीकी रुप से बाजार सही स्थिति में है। बाजार में पिछले सेटलमेंट से इस सेंटलमेंट में फ्यूचर पोजिशन काफी कम है। पहले के मुकाबले सूचकांको के मूल्यांकन 25 फीसदी तक सस्ते हैं। लेकिन यह व्यर्थ हैं अगर विदेशी निवेश नहीं आते हैं।

शेयर बाजार में आज

(वार्ता) चौतरफा बिकवाली का दबाव रहने से आज लगातार दूसरे दिन देश के शेयर बाजारों को जोरदार झटका लगा। मुम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 626 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 189.30 अंक टूट गए।

कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मंदी की चिंता के बीच वहां के शेयर बाजारों में कल लगातार दूसरे दिन गिरावट का रुख और यहां चालू वित्त वर्ष के लिए पहले त्वरित अनुमानों में जीडीपी पिछले साल की तुलना में करीब एक प्रतिशत घटकर 8.7 प्रतिशत रह जाने की सम्भावना ने निवेशकों को और निराश किया। एशिया के शेयर बाजारों जापान को छोड़कर अन्य में अवकाश था। हालांकि जापान के निक्केई में 12,972.55 अंक पर 107.91 अंक अर्थात 0.8 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखा। यूरोप के शेयर बाजार भी कारोबार की शुरुआत में नीचे खुले हैं।

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