नई दिल्ली : एडीएजी ग्रुप ने सोमवार को इन्फ्राटेल के लिए सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हैरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल कर दिया। आईपीओ के जरिए कंपनी करीब 6000 करोड़ रुपये जुटाएगी। इस खबर के आने के बाद रिलायंस कम्यूनिकेशन के शेयर में भारी उछाल आया।
8.91 करोड़ शेयर
रिलायंस कम्यूनिकेशन की सहायक कंपनी रिलायंस इन्फ्राटेल इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग के जरिए 8.91 करोड़ शेयर निवेशकों के लिए पेश करेगी। कंपनी ने एक बयान में कहा कि 5 रुपये की फेस वैल्यू वाले शेयर के प्रीमियम के बारे में बाद में फैसला किया जाएगा। वैसे यह बुक बिल्डिंग प्रोसेस के आधार पर होगा। आईपीओ के जरिए कंपनी 10.05 फीसदी हिस्सा बेचेगी। आईपीओ के जरिए जुटाई गई रकम का इस्तेमाल इन्फ्रास्ट्रक्चर के डिवेलपमेंट और कंपनी की सामान्य जरूरत के लिए किया जाएगा।
किसे मिलेंगे शेयर
कंपनी की विज्ञप्ति के मुताबिक कम से कम 60 फीसदी शेयर क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल बिडर के लिए रखे जाएंगे और इनमें से सिर्फ 5 फीसदी म्यूचुअल फंड्स के लिए होंगे। रिटेल इनवेस्टर के लिए 30 फीसदी शेयर उपलब्ध होंगे। जेएम फाइनेंशल, जेपी मॉर्गन इंडिया, एएमआरओ सिक्योरिटीज (इंडिया) आदि को कंपनी ने लीड मैनेजर नियुक्त किया है।
टेलिकम्यूनिकेशन टावर
रिलायंस इन्फ्राटेल न सिर्फ टेलिकम्यूनिकेशन टावर बनाती है बल्कि इसे ऑपरेट भी करती है। इसके अलावा कंपनी यह इन्फ्रास्ट्रक्चर वायरलेस सर्विस प्रवाइडर को मुहैया भी कराती है। रिलायंस इन्फ्राटेल के पास फिलहाल 25 हजार मोबाइल टावर है। ड्राफ्ट रेड हैरिंग प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक 2009 में 16 हजार टावर लगाने में कंपनी 4623.7 करोड़ रुपये निवेश करेगी। बाजार से 6000 करोड़ रुपये जुटाने के बाद रिलायंस इन्फ्राटेल का वैल्युएशन 60 हजार करोड़ रुपये का हो जाएगा।
11 को होगी लिस्टिंग
पीटीआई ।। नई दिल्ली: अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर के शेयर की लिस्टिंग 11 फरवरी को होगी। आईपीओ के जरिए कंपनी ने 11 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाए हैं और इस लिहाज से यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ है।
कंपनी के मुताबिक रिलायंस पावर के 42 लाख शेयरधारक बीएसई और एनएसई में 11 फरवरी से कारोबार कर सकेंगे। कंपनी शेयर का अलॉटमेंट कर चुकी है और रिफंड का काम लगभग पूरा हो चुका है। इस आईपीओ को निवेशकों की तरफ से भारी रिस्पॉन्स मिला था और कंपनी को 70 गुना से ज्यादा ऐप्लिकेशन मिले थे।
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