नई दिल्ली : भारतीय कंपनियां कारोबार के लिहाज से पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा आशावादी हैं। वे इंटरनैशनल लेवल पर जारी कर्ज संकट से प्रभावित नहीं हैं और उन्होंने इंडियन इकॉनमी की विकास दर 8 फीसदी से ज्यादा रहने की उम्मीद जताई है।
इंटरनैशनल कंसलटेंसी फर्म ग्रांट थोर्नटन की अंतरराष्ट्रीय बिजनस रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया में 2008 के दौरान आर्थिक गतिविधियां तेज होने की उम्मीद है। चीन में डबल डिजिट की विकास दर हासिल होगी, जबकि भारत में 8 फीसदी से ज्यादा विकास दर रहेगी। ग्रांट थोर्नटन इंडिया के नैशनल मार्केट लीडर मोनीश चत्रथ ने कहा- भारतीय कंपनियां इकॉनमी की मौजूदा कामयाबी से उत्साहित हैं। वे दुनिया भर के बाजारों से एकीकरण बढ़ा रही हैं।
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