मुंबई : एशिया और यूरोप के शेयर बाजारों में गिरावट की खबरों और मुनाफा वसूली का जोर रहने से देश के शेयर बाजारों ने मंगलवार को गोता लगाया। बम्बई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 477 पॉइंट और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 133 पॉइंट टूट गया।
बाजार सूत्रों का कहना है कि रिलायंस पावर के आईपीओ में पैसे लगाने के लिए बिकवाली के जोर के साथ ही विदेशी शेयर बाजारों की मंदी की भूमिका अधिक रही। एशिया के शेयर बाजारों में जापान का निक्केई 26 महीने में पहली बार 14 हजार अंक से नीचे आया। हांगकांग का हैंगसेंग 2.4 फीसदी गिरकर चार महीने के न्यूनतम पर बंद हुआ। पाकिस्तान के शेयर बाजारों में स्थिरता और चीन में मिलाजुला रुख रहा। यूरोप के बाजार भी नीचे थे।
सत्र के शुरू में सोमवार को 20728.05 पॉइंट की तुलना में 20836.47 पॉइंट पर मजबूत खुला सेंसेक्स थोड़ा और सरककर ऊपर में 20872.93 पॉइंट तक गया। लेकिन इसके बाद यह बिकवाली के दबाव से 670 पॉइंट टूटकर 20203.63 पॉइंट तक गिरा और समाप्ति पर कुछ सुधरने के बावजूद 20251.09 पॉइंट पर 476.96 पॉइंट यानी 2.30 फीसदी नीचा रहा। एनएसई का निफ्टी 132.65 पॉइंट की गिरावट से 6074.25 पॉइंट पर बंद हुआ। बिकवाली के दबाव से बीएसई के मिड कैप और स्मॉल कैप भी नहीं बच पाए। इनमें क्रमश: 105.01 और 107.10 पॉइंट का नुकसान हुआ।
सत्र में बीएसई में कुल 2888 कंपनियों के शेयरों में कामकाज हुआ। इसमें से 1869 कंपनियों के शेयर गिरे जबकि 988 में लाभ और 31 में स्थिरता रही। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में 27 को नुकसान और तीन को लाभ हुआ। नुकसान वाली श्रेणी में सबसे ज्यादा गिरावट टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल में रही। इसका शेयर 5.51 फीसदी यानी 50 रुपये के नुकसान से 857.30 रुपये रह गया।
No comments:
Post a Comment