Tuesday, 22 January 2008

शेयर बाज़ार में ऐतिहासिक गिरावट

मुंबई शेयर बाज़ार सोमवार को रिकॉर्ड गिरावट के साथ बंद हुआ है, एक ही दिन में मुंबई शेयर बाज़ार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स ने इतना बड़ा गोता पहले कभी नहीं लगाया था।

सोमवार को सेंसेक्स में 1400 से अधिक अंकों की गिरावट दर्ज की गई और सेंसेक्स 17605 के अंक पर बंद हुआ, हालत तो ये हो गई थी कि एक समय इंडेक्स 16995 तक जा गिरा था।

सोमवार की गिरावट 7।4 प्रतिशत थी और इस तेज़ गिरावट को देखते हुए सेबी ने थोड़ी देर के लिए ख़रीद-फ़रोख्त पर रोक लगा दी थी।

अंतरराष्ट्रीय शेयर बाज़ारों के नीचे जाने के ताज़ा रुझान को देखते हुए भारतीय बाज़ार की गिरावट पर किसी को आश्चर्य तो नहीं हुआ है लेकिन आर्थिक विश्लेषण एक झटके में इतनी बड़ी गिरावट के लिए तैयार नहीं थे।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में पूछे गए सवाल के जवाब में लोगों को आश्वासन दिया कि ऐसे उतार-चढ़ाव आते रहते हैं लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था की सेहत बिल्कुल दुरुस्त है।

सोमवार को भी दुनिया भर के प्रमुख शेयर बाज़ारों में भारी गिरावट का दौर रहा। लंदन, फ्रैंकफर्ट, टोकियो और न्यूयॉर्क के बाज़ारों में तीन से सात प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई।

ऐसा नहीं है कि गिरावट सिर्फ़ भारत के बाज़ार में हो, चीन, ताइवान, कोरिया, सिंगापुर, हांगकांग के बाज़ारों में भी बिकवाली का दौर रहा।

अमरीकी अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका को देखते हुए निवेशक बाज़ार से अपना पैसा खींच रहे हैं।

इससे पहले पिछले सप्ताह कारोबार के आख़िरी दिन शुक्रवार को भी बाज़ार में ख़ासी घबराहट देखी गई थी और सेंसेक्स काफ़ी गिरकर बंद हुआ था।

इस घबराहट की सबसे अधिक मार रिलायंस एनर्जी के शेयरों पर पड़ी जिसमें 16 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई।

एसीसी, बजाज ऑटो, एनटीपीसी, रिलायंस कम्युनिकेशन, हिंडाल्को, डीएलएफ़, ग्रासिम इंडस्ट्रीज़ और रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के शेयर भी औंधे मुँह गिरे हैं।

हाल ये रहा कि विश्वसनीय माने जाने वाले बैंकिग क्षेत्र के सारे शेयरों ने 11 से 14 प्रतिशत तक का गोता लगाया।

कुछ सप्ताह पहले ही सेंसेक्स 21 हज़ार के आँकड़े को छू चुका था यानी तेज़ उछाल के बाद सूचकांक में लगभग साढ़े तीन हज़ार से ज़्यादा अंकों की गिरावट आई है।

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