एशियाई शेयर बाज़ारों में सुधार का सिलसिला दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी है। उधर बुधवार को यूरोपीय और अमरीकी शेयर बाज़ारों में गिरावट दर्ज हुई है।
गुरुवार को जब जापान के शेयर बाज़ार में कारोबार की शुरुआत हुई तो वहाँ दो प्रतिशत से ज़्यादा की बढ़त दर्ज हुई।
भारतीय बाज़ार के लिए भी गुरुवार का दिन क़रीब 500 अंकों की बढ़त के साथ शुरू हुआ है। बुधवार को सेंसेक्स 17594 पर बंद हुआ था।
वहीं सिडनी और हाँगकाँग से भी शेयर बाज़ार में तेज़ी की ख़बरें आ रही हैं।
ग़ौरतलब है कि मंगलवार को अमरीका के केंद्रीय रिज़र्व बैंक की ओर से ब्याज़ दरों में कटौती की घोषणा की गई थी।
इसके बाद से ही एशियाई बाज़ारों में सुधार होना शुरू हो गया। बुधवार का दिन भारतीय बाज़ार के लिए भी अच्छा रहा और एक अच्छी बढ़त के साथ बुधवार का कारोबार बंद हुआ।
हाँ, मगर यूरोपीय शेयर बाज़ार के लिए अमरीकी केंद्रीय रिज़र्व बैंक की कटौती एक नई चिंता लेकर आई कि कहीं अमरीका की तर्ज पर यूरोपीय केंद्रीय बैंक भी कटौती की घोषणा न कर दे।
इसी चिंता और दुनिया भर में आर्थिक मंदी की आशंका को देखते हुए यूरोपीय शेयर बाज़ारों में गिरावट का दौर जारी रहा।
पश्चिमी बाज़ारों का संकट
बुधवार को ब्रिटेन का मुख्य शेयर सूचकांक फुट्सी लगभग चार प्रतिशत नीचे गिर गया, यह गिरावट सोमवार से ही लगातार जारी है।
शेयर बाज़ार
यूरोपीय शेयर बाज़ार मंदी से जूझ रहा है
मंगलवार को इसी गिरावट के दौर को थामने की कोशिश करते हुए अमरीकी केंद्रीय बैंक फ़ेडरल रिज़र्व ने ब्याज दरों में भारी कटौती की घोषणा की थी, फ़ेडरल रिज़र्व ने ब्याज दर में ।75 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की थी जो पिछले ढाई दशक की सबसे बड़ी कटौती है।
अमरीकी अर्थव्यवस्था के लिए यह मंदी का दौर चल रहा है। स्थिति यह पैदा हो गई है कि अमरीकी राष्ट्रपति ने अर्थव्यवस्था में तेज़ी लाने के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा भी कर दी है।
इस पैकेज की घोषणा के बाद भी अभी तक बाज़ार में अपेक्षित सुधार होता नज़र नहीं आ रहा है।
उधर भारत में शेयर बाज़ार में सोमवार और मंगलवार की भारी गिरावट के बाद बुधवार को हालात कुछ बेहतर हुए हैं, मुंबई शेयर बाज़ार का मुख्य सूचकांक सेंसेक्स 5।17 फ़ीसदी की बढ़त लेकर 17594 पर बंद हुआ।
No comments:
Post a Comment