Thursday, 10 January 2008

प्रवासी भारतीयों से गुजरात में निवेश का आह्वान

नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्य के औद्योगिक एवं बुनियादी ढांचागत विकास की सुनहरी तस्वीर पेश करते हुए प्रवासी भारतीय समुदाय से सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं शिक्षा में निवेश का आह्वान किया।

मोदी ने यहां छठे प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2008 के अंतिम दिन राज्यों की विकास चुनौतियां, भागीदारी एवं अवसर विषय पर अपने संबोधन में कहा कि गुजरात पिछले पांच वर्षो में 10.2 प्रतिशत की वृद्धि दर बनाए रखने में सफल रहा है तथा इस वर्ष यह दर 10.6 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचागत क्षेत्र में विकास एवं औद्योगीकरण के बाद उनकी सरकार ने 11वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान कृषि एवं सामाजिक क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने का फैसला किया है।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य के 1600 किलोमीटर लंबे समुद्र तट पर बंदरगाहों के निर्माण की योजना पर काम शुरू किया है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक कारीडोर का करीब 60 प्रतिशत हिस्सा भी गुजरात में आ रहा है इसे देखते हुए बंदरगाहों, संपर्क मार्गो और गोदामों की जरूरत बढ़ना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि गुजरात की प्रगति पर ही देश की विकास दर की वृद्धि निर्भर करती है। केंद्र ने 11वीं पंचवर्षीय योजना में गुजरात के लिए 11.2 प्रतिशत का लक्ष्य निर्धारित किया है उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि देशवासियों की आशा को हम पहले की तरह इस बार भी पूरा करेंगे।

मोदी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा प्रवासी भारतीयों के लिए विश्वविद्यालय खोले जाने की घोषणा का स्वागत करते हुए प्रस्ताव किया कि वह गुजरात में विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए तैयार हैं। उन्होंने प्रवासी समुदाय से इस प्रस्ताव के समर्थन में आगे आने का आह्वान किया।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार बालिकाओं के स्कूल छोड़ने की दर को 14 प्रतिशत से घटाकर तीन प्रतिशत तक लाने में सफल रही है। मोदी ने कहा कि उनका लक्ष्य इस आंकडे़ को शून्य तक लाने का है। मोदी प्रवासी समुदाय से सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में निवेश का आह्वान किया।

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