नई दिल्ली। देश के शेयर बाजारों में बीते सप्ताह तीव्र घटबढ़ के बीच मिश्रित रुख रहा। सप्ताह के दौरान बंबई शेयर बाजार में जहां तेजी दर्ज हुई वहीं सप्ताहांत में कलकत्ता शेयर बाजार में मामूली गिरावट आई। रिलायंस पावर के 15 जनवरी को खुलने जा रहे आईपीओ के मद्देनजर निवेशकों ने धन एकत्र करने के लिए मिड कैप और स्माल कैप खंड के शेयरों की बिक्री की। इसके कारण बाजार में भारी उतार-चढ़ाव आया।
11 जनवरी को समाप्त सप्ताह में तकनीकी सुधार की वजह से गिरावट के बाद मिड कैप और स्माल कैप के शेयरों में फिर से तेजी देखने को मिली। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान बंबई शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बीच सेंसेक्स और निफ्टी में उपयुक्त तकनीकी सुधार दर्ज हुआ। इस अवधि में बीएसई मिड कैप में 674 अंकों और स्माल कैप इंडेक्स में 1190.09 अंक की गिरावट आई।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स सप्ताहांत में 140.56 अंकों की गिरावट के साथ 20827.45 पर बंद हुआ। पिछले सप्ताहांत यह 20686.89 अंक पर बंद हुआ था। सेंसेक्स में 21206.77 और 20438.19 अंक के दायरे में उतार-चढ़ाव आया। आठ जनवरी को यह 20873.33 अंक की नई ऊंचाई पर बंद हुआ था। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 74.20 अंकों की गिरावट के साथ 6200.10 अंक पर बंद हुआ। यह पिछले सप्ताहांत 6274.30 अंक पर बंद हुआ था। इंफोसिस टेक्नोलाजी द्वारा तीसरी तिमाही के लिए उम्मीद से बेहतर कार्यपरिणामों की घोषणा के बावजूद यह खबर आईटी खंड में तेजी लाने में विफल रही। सप्ताह के दौरान बीएसई में कारोबार का आकार पिछले सप्ताह के 52290 करोड़ रुपये के मुकाबले घटकर 49409 करोड़ रुपये रह गया। एनएसई में कारोबार का आकार बढ़कर 110153 करोड़ रुपये हो गया जो पिछले सप्ताहांत 106782 करोड़ रुपये था।
इन स्थितियों को देखते हुए बाजार विश्लेषकों ने देश के शेयर बाजारों में आगामी सप्ताह उठापटक रहने की संभावना व्यक्त की है। विश्लेषकों ने छोटे निवेशकों को राय दी है कि तीव्र घटबढ़ के इस दौर में वह निवेश करने से पहले कंपनियों के बारे में व्यापक जानकारी जरूर हासिल कर लें।
No comments:
Post a Comment