Saturday, 1 December 2007

रिलायंस पावर को मिला कृष्णपट्टनम प्रोजेक्ट

नई दिल्ली : रिलायंस पावर ने कृष्णपट्टनम में 4,000 मेगावॉट वाली अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट के लिए कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया है। रिलायंस पावर के चेयरमैन अनिल अंबानी ने बताया कि कंपना को सबसे बड़ा प्राइवेट पावर प्रड्यूसर बनाया जाएगा।

रिलायंस पावर ने लार्सन एंड टूब्रो और स्टरलाइट इंडस्ट्रीज को पीछे छोड़ते हुए 2.33 रुपये प्रति यूनिट की बोली लगाकर परियोजना हासिल की। पावर फाइनैंस कॉरपोरेशन द्वारा बनाई गई स्पेशल पर्पज कंपनी कोस्टल आंध्र पावर (सीएपीएल) ने रिलायंस पावर को इस आशय का पत्र सौंपा।

रिलायंस एनर्जी के निदेशक (बिजनेस डिवेलपमेंट) जे. पी. चलसानी ने पत्रकारों को बताया कि हम परियोजना के लिए लगभग 1.4 करोड़ टन से 1.7 करोड़ टन सालाना कोयले का आयात करेंगे। उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश में स्थापित की जाने वाली परियोजना में अनुमानित खर्च लगभग 16,000 करोड़ से 17,000 करोड़ रुपये के बीच होगा। उन्होंने कहा कि अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट्स के लिए फाइनैंस की समस्या आड़े नहीं आएगी।

कृष्णापट्टनम की 53800 मेगावॉट की पहली यूनिट को पूरी तरह तैयार होने में करीब 5 साल 8 महीने का वक्त लगेगा। अन्य 4 यूनिटों को 7 साल के भीतर स्थापित कर लिया जाएगा। इन पावर प्लांटों से आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक को बिजली की सप्लाई के लिए पहले ही समझौता हो चुका है।

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