नई दिल्ली : एक जानी-मानी मोबाइल नेटवर्किंग कंपनी के प्रतिनिधि बनकर लोगों को ठगने वाले दो अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों खुद को इस मोबाइल कंपनी का प्रतिनिधि बताकर लोगों के सामने लुभावने ऑफर रखते थे और जब शिकार इनके जाल में फंस जाता था, तो ये उससे पैसे ऐंठ लेते थे। अभियुक्तों की पहचान सेक्टर-40, नोएडा (यूपी) निवासी सुनील कुमार (22) और कोंडली निवासी सोनू (18) के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके पास से कुछ सिम कार्ड भी बरामद किए।
डीसीपी (नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट) देवेश चंद्र श्रीवास्तव के मुताबिक, रविवार को इन लोगों ने एक व्यक्ति से फोन पर कॉन्टैक्ट किया। इन्होंने उस व्यक्ति से कहा कि कंपनी द्वारा निकाले गए एक लकी ड्रॉ में उन्होंने एक नया प्रीपेड मोबाइल कनेक्शन जीता है। इस कनेक्शन में उन्हें कई आकर्षक सुविधाएं भी मिलेंगी। यह भी ऑफर दिया गया कि अगर वह पहले से ही इस कंपनी का मोबाइल नेटवर्क यूज कर रहे हैं, तो उस नंबर पर भी यह सुविधा हासिल की जा सकती है। इस कनेक्शन को हासिल करने के लिए उन्हें सिर्फ 799 रुपये चुकाने होंगे। इन लोगों ने एक खूबसूरत रिस्ट वॉच और कई अन्य आकर्षक गिफ्ट भी इस नए कनेक्शन के साथ देने की बात कही। दोनों के झांसे में फंसकर उस व्यक्ति ने इनसे कहा कि वे कंपनी के किसी प्रतिनिधि को नए कनेक्शन के साथ उनके घर भेज दें।
रविवार शाम सोनू उस व्यक्ति द्वारा बताए गए पते पर पहुंच गया। उसने खुद को कंपनी के ओखला स्थित दफ्तर का प्रतिनिधि बताया, लेकिन उसके पहनावे और बातचीत के तौर-तरीके को देखकर उस व्यक्ति को सोनू पर शक हुआ और उसने चुपचाप पुलिस को इस बारे में सूचित कर दिया। पुलिस ने जब कंपनी के कस्टमर केयर नंबर पर फोन किया, तो पता चला कि कंपनी ने ऐसी कोई स्कीम निकाली ही नहीं है। इसके बाद पुलिस ने उस व्यक्ति के घर पहुंचकर सोनू को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि सोनू, सुनील और उनके कुछ अन्य साथी शकरपुर इलाके में जी. एस. टेलिकॉम के नाम से एक कॉल सेंटर चलाते हैं। हर शिकार पर दोनों को 500-600 रुपये का सीधा मुनाफा हो जाता था। ये लोग नकली आईडी प्रूफ पर लोगों को ऐसे कनेक्शन भी पकड़ा देते थे, जो बाद में एक्टिवेट ही नहीं होते थे। पूछताछ के बाद सोनू की निशानदेही पर पुलिस ने सुनील को भी गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से कुछ सिम कार्ड भी बरामद किए गए।
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