Friday 28 December, 2007

शेयर बाजार में बढ़त का दौर जारी

देश के शेयर बाजारों में गुरुवार को माह के वायदा एवं विकल्प कारोबार के निपटान से पहले उतार-चढ़ाव के बीच आईसीआईसीआई बैंक जैसी कंपनियों के शेयरों को मिले भारी समर्थन से लगातार पाँचवें कारोबारी दिन में बढ़त रही। बीएसई का सेंसेक्स करीब 24 अंक और एनएसई का निफ्टी सूचकांक 11 अंक ऊपर चला गया।

कोषों और आम निवेशकों की ओर से लिवाली जारी रहने से सेंसेक्स बुधवार के 20193 अंक से लगभग 109 अंक ऊपर 20301 अंक पर खुला। लिवाली के जोर से यह 20323 अंक के उच्चतम स्तर तक गया और बिकवाली के दबाव में आकर 20159 अंक तक नीचे आया। कारोबार की समाप्ति पर सेंसेक्स 24.20 अंक यानी 0.12 प्रतिशत ऊपर 20217 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी के आखिरी 6082 अंक पर 10.75 अंक यानी 0.18 प्रतिशत की बढ़त रही।

लघु कंपनियों के शेयरों को भारी समर्थन मिलने से इसका शेयर सूचकांक 286.25 अंक यानी 2.32 प्रतिशत चढ़ गया। मझोली कंपनियों के सूचकांक में 28 अंक यानी 0.30 प्रतिशत की बढ़त रही। बीएसई में कुल 2953 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। उनमें से 2069 लाभ और 841 नुकसान में रहीं जबकि 43 के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से 14 नुकसान में रहीं और 16 में लाभ रहा।

सबसे ज्यादा बढ़त एचडीएफसी बैंक के शेयर में 2.77 प्रतिशत रही। यह 47.10 रुपए के लाभ के साथ 1750 रुपए पर बंद हुआ। विप्रो के 549.30 रुपए के शेयर में 13.60 रुपए यानी 2.54 प्रतिशत का फायदा रहा। आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 22.60 रुपए यानी 1.85 प्रतिशत ऊपर गया और 1242 रुपए पर बंद हुआ।

आईटीसी, टाटा स्टील और रिलायंस एनर्जी के शेयर एक से दो प्रतिशत के बीच चढ़े। हिंडाल्को, एचडीएफसी, ओएनजीसी और हिंदुस्तान यूनीलीवर के शेयरों में एक से कम प्रतिशत की बढ़त रही।

नुकसान वाले शेयरों की सूची में सबसे ऊपर टाटा मोटर्स रही। इसका शेयर 15.40 रुपए यानी 2.05 प्रतिशत टूटकर 736.70 रुपए पर बंद हुआ। सत्यम कम्प्यूटर के 451.40 रुपए के शेयर में 7.90 रुपए यानी 1.72 प्रतिशत का घाटा रहा। रिलायंस काम के शेयर में 12.35 रुपए यानी 1.66 प्रतिशत का नुकसान हुआ और यह 730.80 रुपए पर बंद हुआ। भारती एयरटेल का शेयर 16.25 रुपए यानी 1.65 प्रतिशत टूटकर 966.30 रुपए पर टिका।

रैनबैक्सी, एलएंडटी, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, स्टेट बैंक, महिन्द्रा एंड महिन्द्रा और इन्फोसिस के शेयरों में एक से कम प्रतिशत का नुकसान रहा।

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