नई दिल्ली: देश का सबसे बड़ा कामर्शियल बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) एक बार फिर पूंजी बाजार में उतरने की तैयारी में है। बैंक ने 10 हजार करोड़ रुपये उगाहने के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी मांगी है।
एसबीआई के चेयरमैन ओपी भंट्ट ने संकेत दिया कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो जनवरी, 2008 तक बैंक का पब्लिक आफर बाजार में आ सकता है। बैंक ने राइट इश्यू के जरिए पूंजी जुटाने का विकल्प भी खुला रखा है। एसबीआई ने विस्तार की व्यापक योजना बना रखी है। इसके अलावा बैंक को बेसल-दो मानकों को लागू करने के लिए काफी बड़ी मात्रा में राशि की जरूरत है। इस कारण वह चालू वित्त वर्ष के दौरान 10 हजार करोड़ रुपये जुटाने की मंशा रखता है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि बैंक को पूंजी उगाहने की अनुमति देने से पहले दो मुद्दों पर विचार करना होगा।
अगर बैंक को आईपीओ के जरिए पूंजी जुटाने की मंजूरी दी जाती है तो फिर एसबीआई में केंद्र सरकार की हिस्सेदारी कम होगी। दूसरा विकल्प राइट इश्यू का है। राइट इश्यू जारी करने से बैंक में सरकार की हिस्सेदारी मौजूदा स्तर पर ही बनी रहेगी।
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