नई दिल्ली: विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) का भारत में कारोबार चालू वित्त वर्ष के दौरान लगभग 58 फीसदी की रफ्तार से बढ़ने की संभावना है। कंपनी का कारोबार वर्ष 2006-07 के दौरान भारत में 1.9 अरब डालर का रहा था, जबकि इस वर्ष यह बढ़कर तीन अरब डालर हो जाने की उम्मीद है। कारोबार में इस तेज वृद्धि के बलबूते जीई ने अगले तीन वर्षो के दौरान अपने लक्ष्य में 60 फीसदी बढ़ोतरी कर ली है।
जीई के सीईओ टीपी चोपड़ा ने सोमवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि भारत में ढांचागत, स्वास्थ्य व वित्तीय क्षेत्रों में कंपनी की गतिविधियां और तेजी से बढ़ेंगी।
जीई ने देश की एक प्रमुख इंजीनियरिंग कंपनी त्रिवेणी के साथ भारत में तेल व गैस क्षेत्र में खास तौर पर इस्तेमाल होने वाले कंप्रेसर बनाने का समझौता किया है। उन्होंने कहा कि जीई भारत के ढांचागत क्षेत्र बढ़-चढ़कर निवेश करने की मंशा रखती है।
कंपनी ने भारत के सिविल एविएशन, तेल व गैस, रेलवे, जल, हेल्थकेयर सोल्यूशंस और वित्तीय सेवाओं में अपनी गतिविधियां फैला रखी है। उन्होंने कहा कि जिस रफ्तार से भारत में जीई का कारोबार बढ़ रहा है उसे देखते हुए वर्ष 2010 तक यह कंपनी आठ अरब डालर की हो जाएगी। इस लक्ष्य को पाने के लिए कंपनी की तरफ से भी काफी जोरदार प्रयास हो रहे हैं।
जीई पिछले एक वर्ष में अपने भारतीय संचालन से संबंधित लक्ष्यों में दो बार संशोधन कर चुकी है। पहले कंपनी ने वर्ष 2010 तक केवल तीन अरब डालर के कारोबार का लक्ष्य तय किया था, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर पांच अरब डालर किया गया। अब इसे और बढ़ा दिया गया है।
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