Thursday, 11 October 2007

एसबीआई ने होम व आटो लोन सस्ता किया

भारतीय स्टेट बैंक ने आपके त्योहारों में खास रंग भरने का ऐलान कर दिया है। देश के सबसे बड़े बैंक ने होम, आटो व पर्सनल लोन सहित अन्य सभी प्रकार के कर्जो पर ब्याज दरों में आधी से दो फीसदी तक की कटौती करने की घोषणा की है। पिछले कुछ महीनों से होम लोन बाजार की मंदी को देखते हुए बैंक ने अपनी आवास कर्ज योजनाओं को आकर्षक बनाने के तमाम उपाय किए हैं।
स्टेट बैंक में वेतन खाता रखने वाले ग्राहकों को होम लोन में थोड़ी बहुत और रियायत दी जा सकती है। बैंक ने ट्रासंपोर्ट सेक्टर पर खास ध्यान देते हुए उनके लिए कर्ज को दो फीसदी तक सस्ता कर दिया है। ब्याज दरों में कमी का यह फायदा केवल नए ग्राहकों को मिलेगा।
इस कटौती के बाद पांच वर्ष के लिए 20 लाख का होम लोन लेने पर केवल 10 फीसदी ब्याज देना पड़ेगा। पांच वर्ष से 15 वर्ष की अवधि के होम लोन पर ब्याज की नई दर 10.25 फीसदी होगी, जबकि 20 वर्ष की अंवधि के लिए बीस लाख रुपये के होम लोन पर ब्याज की नई दर 10.50 फीसदी निर्धारित की गई है। इसके साथ ही एसबीआई की होम लोन पर ब्याज दरें कई निजी और सरकारी बैंकों से भी कम हो गई हैं। बैंक का मानना है कि आगामी त्योहारी मौसम में उसकी प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों के चलते बड़े पैमाने पर ग्राहक इसका फायदा उठा सकेंगे। इसके साथ ही बैंक ने सभी प्रकार के प्रोसेसिंग शुल्कों में भी 50 फीसदी तक का छूट देने का ऐलान किया है।
एसबीआई ने त्योहारों के दौरान नई कार और दोपहिया वाहन खरीदने वालों को भी एक फीसदी सस्ती दर पर आटो लोन देने का ऐलान किया है। यह कर्ज की राशि और परिपक्वता अवधि पर निर्भर करेगा कि ग्राहकों को आधा फीसदी की छूट मिलती है या एक फीसदी। इस कटौती के बाद एसबीआई से आटो लोन की दर 11 फीसदी से 12 फीसदी के बीच होगी। इसी तरह से व्यक्तिगत कर्ज की विभिन्न योजनाओं पर भी आधा फीसदी और एक फीसदी की छूट दी गई है। इन योजनाओं के लिए भी प्रोसेसिंग शुल्क में 50 फीसदी की छूट दी गई है।
लघु व मझोले स्तर के ट्रांसपो‌र्ट्स के लिए एसबीआई से कर्ज लेना भी अब सस्ता हो गया है। बैंक ने इनके लिए मौजूदा ब्याज दरों में एक फीसदी से दो फीसदी की छूट देने का ऐलान किया है। इन उद्यमियों के लिए अब एसबीआई से विभिन्न परिपक्वता अवधि के लिए कर्ज लेने पर ब्याज की नई दरें 10 फीसदी से 12.25 फीसदी के बीच होंगी। बैंक से आगामी त्योहारों के दौरान ट्रैक्टर्स,पावर टिलर्स व अन्य खेती के उपकरणों के लिए भी बैंकिंग कर्ज को दो फीसदी तक सस्ता किया है। ब्याज की ये नई दरें 31 दिसंबर, 2007 तक लागू होंगी। एसबीआई के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि अगर 30 अक्टूबर, 2007 को रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति में कुछ ढिलाई बरतता है तो ब्याज दरों में और कटौती संभव है।

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