मुंबई। फ्रेश फूड कारोबार में बड़ी-बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रवेश व प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के खिलाफ बुधवार को हजारों की संख्या में खुदरा व थोक व्यापारियों और हॉकरों ने पूरे महाराष्ट्र में प्रदर्शन किया। देश में संगठित रिटेल के खिलाफ यह अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन है। इन व्यापारियों ने अपनी दुकानों को बंद रखा। पूरे राज्य में व्यापारिक कारोबार ठप रहा।
फेडरेशन आफ एसोसिएशंस आफ महाराष्ट्र के बैनर तले व्यापारियों ने रिलायंस फ्रेश व स्पेंसर के रिटेल स्टारों को निशाना बनाया। उन्होंने किसानों से कहा कि वे अपने उत्पाद निगमित कंपनियों को न बेचें। फेडरेशन के नेताओं ने दावा किया कि एक बार यदि निगमित कंपनियों की रिटेल क्षेत्र में स्थिति मजबूत हुई तो किसान अपनी मनमाफिक कीमत नहीं ले पाएंगे।
प्रदर्शन के दौरान ट्रेड एसोसिएशन ऑफ मुंबई के अध्यक्ष मोहन गुरनानी ने बताया कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रवेश से साफ तौर पर खुदरा व्यापारियों के हित प्रभावित होंगे।
हाल के महीनों में रिटेल क्षेत्र में कंपनियों के प्रवेश के खिलाफ अनेक राज्यों में प्रदर्शन हुए है, लेकिन यहां का प्रदर्शन अब तक का सबसे प्रदर्शन माना जा रहा है।
हालिया दिनों में उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ समेत वाराणसी व अन्य शहरों में समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में व्यापारियों के समूह ने रिलायंस फ्रेश और स्पेंसर के स्टोरों पर तोड़फोड़ की। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य भर में ऐसे आउटलेट बंद करने का आदेश दे दिया। उड़ीसा और केरल में भी इसी तरह के प्रदर्शन हुए।
उधर, चंडीगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भी बड़ी निगमित कंपनियों से कहा कि वे सब्जी और फल की रिटेल बिक्री के कारोबार में न उतरें। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से छोटे व्यापारियों को नुकसान होगा।
बादल ने हालांकि कहा कि राज्य सरकार बड़ी निगमित कंपनियों के रिटेल क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए कोई कानून बनाने पर विचार नहीं कर रही है।
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