मुंबई: आप अगर सीमेंट की कीमतें घटने की उम्मीद में अपने मकान का निर्माण कार्य शुरू नहीं कर रहे हैं, तो आपके हाथ निराशा के अलावा कुछ और नहीं आएगी। असल में बात यह है कि भवन निर्माण उद्योग में आए बूम और उत्पादन लागत में खासी बढ़ोतरी के चलते सीमेंट की कीमतों में तेजी का रुख आगे भी बरकरार रहने की संभावना है।
सेंटर फार मानीटरिंग इंडियन इकोनामी के कैपेक्स सर्वे में कहा गया है कि भवन निर्माण क्षेत्र की जोरदार मांग के कारण सभी प्रमुख शहरों में सीमेंट की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। भारी मांग के कारण मानसून के बाद भी इसकी कीमतों में बढ़त का दौर जारी रहने की संभावना है।
मुंबई और दिल्ली में 50 किलो वाली सीमेंट बोरी की कीमत में तीन से पांच रुपये की वृद्धि हो चुकी है। मुंबई में जुलाई माह में 50 किलो के सीमेंट बैग की कीमत बढ़कर 242 रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गई थी, जबकि सितंबर में कीमत 239 रुपये रही। सितंबर 2006 में इसकी कीमत 215 रुपये ही थी।
सीएमआईई का कहना है कि दक्षिण भारत में सीमेंट की कीमतों में अपेक्षाकृत ज्यादा तेजी देखी गई है। चेन्नई और हैदराबाद में इसकी कीमतों में तकरीबन 6.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। बेंगलूर में तो इसकी कीमतों में करीब 19 प्रतिशत की भारी तेजी देखने को मिली है। यही नहीं, जुलाई और अगस्त के सुस्त महीनों के दौरान भी सीमेंट की खपत में तेजी देखी गई। इस दौरान सीमेंट की खपत में क्रमश:14.5 और 18.6 प्रतिशत की तेजी आई।
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