नई दिल्ली : पेट्रोल व डीजल की कीमतों का बढ़ना अब लगभग तय हो गया है। पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने सोमवार को प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से बातचीत कर उनसे ग्रीन सिग्नल ले लिया। संकेत मिले हैं कि पेट्रोल व डीजल की कीमतें एक से 1.50 रुपये तक बढ़ सकती हैं। तेल कम्पनियों का बाकी घाटा ऑयल बॉन्ड्स देकर पूरा किया जाएगा। बैठक में केरोसिन व रसोई गैस पर कोई बात नहीं हुई।
पेट्रोलियम मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार कोशिश यह की जाएगी कि कम से कम भार आम आदमी पर डाला जाए। सरकार वादा कर चुकी है कि तेल कम्पनियों को 20 से 25 हजार करोड़ रुपये के ऑयल बॉन्ड्स दिए जाएंगे। यह वादा पूरा होता है तो निश्चित रूप से बढ़ोतरी आंशिक होगी। सूत्रों के अनुसार देवड़ा से यह भी कहा गया कि वे ऑयल बॉन्ड्स के जरिए बढ़ोतरी को कुछ समय तक और टालने का प्रयास करें। मगर उन्होंने साफ कह दिया है कि तेल कम्पनियों का प्रतिदिन का घाटा 150 करोड़ से बढ़कर 190 करोड़ रुपये हो गया है। सालाना घाटा 70 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। ऐसे में 20 हजार करोड़ रुपये के ऑयल बॉन्ड्स से भी काम नहीं चलेगा।
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